Nagarjuna Erimedadi Thailam

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  • विक्रेता: Nagarjun Herbal care
    • मूल का देश: India

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    Nagarjuna Erimedadi Thailam की जानकारी

    Nagarjuna Erimedadi Thailam मुख्यतः दांत में दर्द, जिंजीवाइटिस, पायरिया के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। Nagarjuna Erimedadi Thailam के मुख्य घटक हैं हरीतकी (हरड़), लोध्र, मुस्ता, नागकेसर, इलायची जिनकी प्रकृति और गुणों के बारे में नीचे बताया गया है। 

    Nagarjuna Erimedadi Thailam की सामग्री - Nagarjuna Erimedadi Thailam Active Ingredients in Hindi

    हरीतकी (हरड़)
    • एक पदार्थ या औषधि मिश्रण जो रक्त स्राव और अन्य स्राव को रोकने के लिए शरीर के ऊतकों को संकुचित करती है।
    • वो दवा या एजेंट जो बैक्टीरिया को नष्‍ट या उसे बढ़ने से रोकती है।
    लोध्र
    • शारीरिक ऊतकों को संकुचित करने वाले तत्व जिनका इस्तेमाल अत्यधिक खून बहने को रोकने के लिए किया जाता है।
    • ये एजेंट सूक्ष्मजीवों के विकास और कार्यों के खिलाफ सहायक होते हैं।
    मुस्ता
    • बैक्‍टीरिया को बढ़ने से रोकने वाली दवाएं।
    नागकेसर
    • एजेंट या तत्‍व जो सूजन को कम करने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
    • वो तत्व जो जीवित कोशिकाओं में मुक्त कणों के ऑक्सीकरण के प्रभाव को रोकता है।
    इलायची
    • तेज सुगंध वाले तत्‍व।
    • पाचन क्रिया को सुधारने व खाने को ठीक से अवशोषित करने के लिए उपयोग की जाने वाली दवाएं।
    • वे एजेंट्स जो सूक्ष्‍म जीवों को नष्‍ट या उनके कार्य को रोक कर माइक्रोबियल रेप्लिका (सूक्ष्‍म जीवों की प्रतिकृति) और इसको बढ़ने से बचाते हैं।

    Nagarjuna Erimedadi Thailam के लाभ - Nagarjuna Erimedadi Thailam Benefits in Hindi

    Nagarjuna Erimedadi Thailam इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -



    Nagarjuna Erimedadi Thailam के नुकसान, दुष्प्रभाव और साइड इफेक्ट्स - Nagarjuna Erimedadi Thailam Side Effects in Hindi

    चिकित्सा साहित्य में Nagarjuna Erimedadi Thailam के दुष्प्रभावों के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। हालांकि, Nagarjuna Erimedadi Thailam का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह-मशविरा जरूर करें।



    Nagarjuna Erimedadi Thailam का उपयोग कैसे करें?

    • Nagarjuna Erimedadi Thailam को अच्छी मात्रा में हाथ में लें और सौम्यता से अपनी पूरी त्वचा पर लगा लें।


    Nagarjuna Erimedadi Thailam से जुड़े सुझाव।

    1. प्रभावित स्थान को सामान्य या गुनगुने पानी से साफ करना चाहिए।
    2. सुनिश्चित करें कि Nagarjuna Erimedadi Thailam लगाने से पहले प्रभावित हिस्सा अच्छी तरह साफ हो जाए।
    3. Nagarjuna Erimedadi Thailam की अत्यधिक मात्रा का उपयोग न करें। इसे निर्धारित मात्रा में ही इस्तेमाल करें।
    4. Nagarjuna Erimedadi Thailam को ठंडे, सूखे स्थान पर रूम टेंपरेचर या इससे कम तापमान पर रखें। Nagarjuna Erimedadi Thailam को फ्रिज में रखें से बचें।
    5. अगर Nagarjuna Erimedadi Thailam से आपको एलर्जी होने लगे तो डॉक्टर से सलाह लें।
    6. गर्भावस्था में Nagarjuna Erimedadi Thailam के इस्तेमाल से पहले इस बारे में डॉक्टर से सलाह लेना उचित रहता है।
    7. नवजात को स्‍तनपान कराने वाली महिलाओं को Nagarjuna Erimedadi Thailam के प्रयोग से पहले अपने चिकित्‍सक से परामर्श ले लेना चाहिए।

    इस जानकारी के लेखक है -

    Dr. Braj Bhushan Ojha

    BAMS, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, डर्माटोलॉजी, मनोचिकित्सा, आयुर्वेद, सेक्सोलोजी, मधुमेह चिकित्सक
    10 वर्षों का अनुभव


    संदर्भ

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 62-63

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No - 112 - 113

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 3. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2001: Page No - 130 - 131

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 2. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1999: Page No - 125 - 126

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 36-37