ऑफर - Urjas Oil सिर्फ ₹ 1 में X
Rimpacin डॉक्टर के पर्चे द्वारा मिलने वाली दवा है, जो कैप्सूल के रूप में उपलब्ध है। इस दवा का उपयोग विशेष रूप से टीबी का इलाज करने के लिए किया जाता है। Rimpacin का उपयोग कुछ अन्य स्थितियों के लिए भी किया जा सकता है, जिनके बारे में नीचे बताया गया है।
मरीज की उम्र, लिंग व स्वास्थ्य संबंधी पिछली जानकारी के आधार पर ही Rimpacin की खुराक निर्धारित की जाती है। यह खुराक मरीज की परेशानी और दवा देने के तरीके पर निर्भर करती है। यह जानकारी विस्तार से खुराक वाले भाग में दी गई है।
Rimpacin के कुछ अन्य नुकसान भी हैं जो साइड इफेक्ट के खंड में लिखे गए हैं। Rimpacin के दुष्प्रभाव जल्दी ही खत्म हो जाते हैं और इलाज के बाद जारी नहीं रहते। अगर ये दुष्प्रभाव और ज्यादा बिगड़ जाते हैं या ठीक नहीं होते तो अपने डॉक्टर से तुरंत बात करें।
गर्भवती महिलाओं पर Rimpacin का प्रभाव हल्का होता है और स्तनपान कराने वाली महिलाओं पर इस दवा का प्रभाव मध्यम है। इसके अतिरिक्त Rimpacin का लिवर, हृदय और किडनी पर क्या असर होता है इस बारे में नीचे Rimpacin से जुड़ी चेतावनी के सेक्शन में चर्चा की गई है।
अगर आपको पहले से लिवर रोग जैसी कोई समस्या है, तो Rimpacin देने की सलाह नहीं दी जाती क्योंकि इसके दुष्प्रभाव पड़ सकते हैं। आगे ऐसी अन्य समस्याएं भी बताई गई हैं जिनमें Rimpacin लेने से आपको दुष्प्रभाव अनुभव हो सकते हैं।
साथ ही, Rimpacin को कुछ दवाओं के साथ लेने से गंभीर साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। इन प्रतिक्रियाओं की विस्तृत सूची नीचे दी गई है।
ऊपर बताई गई सावधानियों के अलावा यह भी ध्यान में रखें कि वाहन चलाते वक्त Rimpacin लेना सुरक्षित है, साथ ही इसकी लत पड़ सकती है।
Rimpacin इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -
अन्य लाभ
यह अधिकतर मामलों में दी जाने वाली Rimpacin की खुराक है। कृपया याद रखें कि हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है। इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर Rimpacin की खुराक अलग हो सकती है।
दवाई की खुराक बीमारी और उम्र के हिसाब से जानें
आयु वर्ग | खुराक |
व्यस्क |
|
बुजुर्ग |
|
किशोरावस्था(13 से 18 वर्ष) |
|
बच्चे(2 से 12 वर्ष) |
|
शिशु(1 महीने से 2 वर्ष) |
|
नवजात शिशु(0 से 1 महीने) |
|
क्या Rimpacin का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?
प्रेग्नेंट महिलाएं Rimpacin को बिना किसी चिकित्सीय सलाह के ले सकती हैं। शरीर पर इसका विपरीत प्रभाव कम ही होता है।
क्या Rimpacin का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?
जो महिलाएं स्तनपान कराती हैं वो Rimpacin के विपरीत प्रभाव महसूस कर सकती है। आप ऐसा अनुभव करती है, तो दवा का सेवन तुरंत बंद करें और डॉक्टर के कहने पर ही इसको दोबारा लेना शुरू करेंं।
Rimpacin का प्रभाव गुर्दे पर क्या होता है?
Rimpacin किडनी के लिए पूर्ण रूप से सुरक्षित है।
Rimpacin का जिगर (लिवर) पर क्या असर होता है?
Rimpacin आपके लीवर पर बुरा प्रभाव डाल सकती है, हानिकारक प्रभाव अनुभव करने पर आप दवा को न लें और इसे लेने से पूर्व डॉक्टर से इसकी पूरी जानकारी लें।
क्या ह्रदय पर Rimpacin का प्रभाव पड़ता है?
Rimpacin हृदय के लिए सुरक्षित है।
Rimpacin को इन दवाइयों के साथ लेने से गंभीर दुष्प्रभाव या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं -
गंभीर
हल्का
अगर आपको इनमें से कोई भी रोग है तो, Rimpacin को न लें क्योंकि इससे आपकी स्थिति और बिगड़ सकती है। अगर आपके डॉक्टर उचित समझें तो आप इन रोग से ग्रसित होने के बावजूद Rimpacin ले सकते हैं -
क्या Rimpacin आदत या लत बन सकती है?
नहीं, इसका कोई प्रमाण नहीं है कि Rimpacin को लेने से आपको इसकी लत पड़ जाएगी। कोई भी दवा डॉक्टर से पूछ कर ही लें, जिससे कोई हानि न हो।
क्या Rimpacin को लेते समय गाड़ी चलाना या कैसी भी बड़ी मशीन संचालित करना सुरक्षित है?
हां, नींद आने की शिकायत Rimpacin से नहीं होती है। अतः आप गाड़ी चलाने व भारी भरकम मशीनों पर भी आराम से काम कर सकते हैं।
क्या Rimpacin को लेना सुरखित है?
हां, डॉक्टरी सलाह के बाद।
क्या मनोवैज्ञानिक विकार या मानसिक समस्याओं के इलाज में Rimpacin इस्तेमाल की जा सकती है?
नहीं, Rimpacin किसी भी तरह के दिमागी विकार का इलाज नहीं कर पाती है।
क्या Rimpacin को कुछ खाद्य पदार्थों के साथ लेने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है?
Rimpacin को खाने के साथ लेना सुरक्षित है।
जब Rimpacin ले रहे हों, तब शराब पीने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है क्या?
शराब के साथ Rimpacin लेने से आपकी सेहत पर हानिकारक प्रभाव पड़ सकता है।
इस जानकारी के लेखक है -
B.Pharma, फार्मेसी
5 वर्षों का अनुभव
संदर्भ
US Food and Drug Administration (FDA) [Internet]. Maryland. USA; Package leaflet information for the user; Rifadin (rifampin)
KD Tripathi. [link]. Seventh Edition. New Delhi, India: Jaypee Brothers Medical Publishers; 2013: Page No 767-768