एरिथ्रोमेलाल्जिया - Erythromelalgia in Hindi

Dr. Nadheer K M (AIIMS)MBBS

November 26, 2020

November 26, 2020

एरिथ्रोमेलाल्जिया
एरिथ्रोमेलाल्जिया

एरिथ्रोमेलाल्जिया क्या है?

एरिथ्रोमेलाल्जिया एक दुर्लभ स्थिति है, जिसमें एक्ट्रीमिटीज (बांह या टांग का अंतिम छोर यानी हाथ या पैर) में बर्निंग पेन (जैसे कोई पिन या सुई चुभ रही हो) होता है। ज्यादातर यह समस्या पैरों में होती है, लेकिन भुजा, हाथ, कान, टांग और चेहरे पर भी लोग इसके लक्षण अनुभव हो सकते हैं। यह शरीर के एक या दोनों पक्षों को प्रभावित कर सकता है। इस स्थिति के अन्य नामों में शामिल हैं :

  • गेरहार्ट डिजीज
  • मिचेल डिजीज
  • वेइर-मिचेल डिजीज

शोध से पता चला है कि यह 1,00,000 लोगों में से 2 को प्रभावित कर सकता है।

एरिथ्रोमेलाल्जिया के संकेत और लक्षण क्या हैं? - erythromelalgia symptoms in hindi

एरिथ्रोमेलाल्जिया के मुख्य लक्षणों में शामिल हैं :

  • गर्माहट : प्रभावित हिस्से में अतिरिक्त मात्रा में रक्त के बहाव की वजह से त्वचा छूने पर गर्म महसूस होती है।
  • दर्द : दर्द का प्रकार अलग-अलग हो सकता है। इसमें व्यक्ति को हल्की झुनझुनाहट, सुई या पिन जैसी चुभन, खुजली या तेज जलन महसूस हो सकती है।
  • एरिथीमा : यह एक प्रकार के त्वचा के चकत्ते हैं जो अक्सर प्रभावित हिस्से में अत्यधिक रक्त प्रवाह के कारण बनते हैं, लेकिन डार्क स्किन टोन के कारण नहीं दिखते हैं।

द एरिथ्रोमेलाल्जिया एसोसिएशन (टीईए) के अनुसार, अन्य लक्षणों में शामिल हो सकते हैं :

  • प्रभावित हिस्से में सूजन
  • सामान्य की तुलना में अधिक या कम पसीना आना, लेकिन सिर्फ प्रभावित हिस्से में

हालांकि, ये लक्षण आमतौर पर पैरों में मौजूद होते हैं, लेकिन यह शरीर के अन्य हिस्सों में भी दिखाई दे सकते हैं।

(और पढ़ें - हाथों में दर्द के घरेलू उपाय)

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एरिथ्रोमेलाल्जिया का कारण क्या है? - erythromelalgia causes in hindi

एरिथ्रोमेलाल्जिया का कारण पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है, लेकिन यह कभी-कभी किसी अंतर्निहित चिकित्सा स्थिति या माता-पिता से मिले किसी दोषपूर्ण जीन के कारण हो सकता है।

(1) कुछ चिकित्सीय स्थितियां

एरिथ्रोमेलाल्जिया कभी-कभी एक अंतर्निहित स्थिति से उत्पन्न होती है, जैसे :

(2) जेनेटिक कारण

एरिथ्रोमेलाल्जिया वाले कुछ लोगों में एक दोषपूर्ण जीन होता है, जो इस स्थिति का कारण बन सकता है। एरिथ्रोमेलाल्जिया परिवार के अन्य सदस्यों में फैल सकता है, ऐसा तब होता है जब माता-पिता से दोषपूर्ण जीन बच्चे में पारित होता है। दोषपूर्ण जीन की वजह से मस्तिष्क तक जो दर्द से संबंधित संकेत पहुंचते हैं, उनमें बदलाव हो जाता है।

एरिथ्रोमेलाल्जिया का इलाज कैसे किया जाता है? - erythromelalgia treatment in hindi

एरिथ्रोमेलाल्जिया का इलाज थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है, क्योंकि इसके कोई भी दो मामले एक जैसे नहीं होते हैं। यही वजह है कि सभी व्यक्तियों में एक जैसी उपचार प्रक्रिया नहीं होती है।

(1) त्वचा के लिए दवाएं

कुछ दवाएं जो सीधे त्वचा पर लगाई जाती हैं वे एरिथ्रोमेलाल्जिया के लक्षणों से राहत पाने में मदद करती हैं।

ये दवाएं क्रीम, जैल या स्प्रे के रूप में हो सकते हैं। डॉक्टर ऐसे में कैप्सियासिन क्रीम लगाने की सलाह दे सकते हैं। यह क्रीम कुछ निश्चित तरीके (जैसे ​बर्निंग पेन) के दर्द में असरदार है। इसके अलावा क्रीम, जैल या स्प्रे के रूप में लिडोकैन नामक लोकल एनेस्थेटिक भी दिया जा सकता है।

(2) मुंह से ली जाने वाली दवाएं

डॉक्टर की देखरेख में कई अलग-अलग दवाएं लेने की जरूरत हो सकती है। डॉक्टर द्वारा लिखी जाने वाली दवा के प्रकारों में शामिल हो सकते हैं :

  • डायटरी सप्लीमेंट - जैसे मैग्नीशियम, जो रक्त वाहिकाओं को खोलने में मदद कर सकते हैं
  • एस्पिरिन - यह केवल वयस्कों के लिए उपयोग की जाती है, बच्चों के लिए नहीं
  • मिर्गी-रोधी दवाएं - जैसे गबापेंटिन या कार्बमेजेपीन
  • बीपी की दवाएं - यह रक्त वाहिकाओं को खोलने या रक्त प्रवाह को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल की जाती है
  • एंटीडिप्रेसेंट्स की हल्की खुराक - जैसे कि ड्यूलोक्सेटीन, वेनलैफैक्सिन, एमिट्रिप्टिलीन या नॉरट्रिप्टिलीन

(3) ड्रिप के माध्यम से दी जाने वाली दवाएं

यदि मौखिक दवा से असर नहीं हो रहा है, तो ड्रिप के माध्यम से सीधे रक्तप्रवाह में दवा (लिडोकेन) चढ़ाई जा सकती है।

(और पढ़ें - पैर में दर्द के घरेलू उपाय)