Sri Sri Tattva Vitilwel Tablet

 167 लोगों ने इसको हाल ही में खरीदा
एक बोतल में 100 टैबलेट
₹ 450
100 टैबलेट 1 बोतल ₹ 450

  • विक्रेता: Sriveda Sattva Pvt Ltd
    • मुफ्त शिपिंग उपलब्ध
       

    इसके साथ लेने पर ज्यादा असरदार

    इसके साथ लेने पर ज्यादा असरदार



    Sri Sri Tattva Vitilwel की जानकारी

    Sri Sri Tattva Vitilwel Tablet बिना डॉक्टर के पर्चे द्वारा मिलने वाली आयुर्वेदिक दवा है, जो मुख्यतः त्वचा में रंग बदलाव, सफेद दाग के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। Sri Sri Tattva Vitilwel Tablet के मुख्य घटक हैं चित्रक, आंवला, बाकुची जिनकी प्रकृति और गुणों के बारे में नीचे बताया गया है। Sri Sri Tattva Vitilwel Tablet की उचित खुराक मरीज की उम्र, लिंग और उसके स्वास्थ्य संबंधी पिछली समस्याओं पर निर्भर करती है। यह जानकारी विस्तार से खुराक वाले भाग में दी गई है।

    Sri Sri Tattva Vitilwel की सामग्री - Sri Sri Tattva Vitilwel Tablet Active Ingredients in Hindi

    चित्रक
    • चोट लगने के बाद सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    आंवला
    • ये दवाएं रोगी की जागृत अवस्था को प्रभावित किए बिना दर्द को कम कर सकती हैं।
    बाकुची
    • सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • वे घटक जिनका इस्‍तेमाल फ्री रेडिकल्‍स की सक्रियता को कम करने और ऑक्‍सीडेटिव स्‍ट्रेस (मुक्त कणों के बनने और उनके शरीर के प्रति हानिकरक प्रभाव को न रोक पाने के बीच का असंतुलन) को रोकने के लिए किया जाता है।
    • फंगल को नष्ट करने या उसके विकास को रोकने वाली दवा।
    • ये दवाएं बैक्टीरिया को मारती हैं या उनकी गतिविधियों को रोकती हैं।
    • वो दवा या एजेंट जो सूक्ष्म जीवों को नष्ट और उन्हें बढ़ने से रोकता है।

    Sri Sri Tattva Vitilwel के लाभ - Sri Sri Tattva Vitilwel Tablet Benefits in Hindi

    Sri Sri Tattva Vitilwel इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -



    Sri Sri Tattva Vitilwel के नुकसान, दुष्प्रभाव और साइड इफेक्ट्स - Sri Sri Tattva Vitilwel Side Effects in Hindi

    चिकित्सा साहित्य में Sri Sri Tattva Vitilwel के दुष्प्रभावों के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। हालांकि, Sri Sri Tattva Vitilwel का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह-मशविरा जरूर करें।



    Sri Sri Tattva Vitilwel से सम्बंधित चेतावनी - Sri Sri Tattva Vitilwel Related Warnings in Hindi

    • क्या Sri Sri Tattva Vitilwel का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?


      Sri Sri Tattva Vitilwel Tablet के सुरक्षा व हानि पहुंचाने वाले प्रभावों के विषय में किसी तरह की कोई रिसर्च नहीं हुई है। इसलिए इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता है, आप इस दवा के सेवन से पूर्व अपने डॉक्टर से सलाह लें।

      अज्ञात
    • क्या Sri Sri Tattva Vitilwel का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?


      स्तनपान कराने वाली स्त्रियों पर Sri Sri Tattva Vitilwel Tablet के क्या प्रभाव होंगे। इस बारे में शोध कार्य न हो पान के चलते कुछ नहीं कहा जा सकता है। फिलहाल इसको लेने से पहले डॉक्टर से पूछना जरूरी है।

      अज्ञात
    • Sri Sri Tattva Vitilwel का पेट पर क्या असर होता है?


      बिना किसी डर के आप Sri Sri Tattva Vitilwel Tablet ले सकते हैं। यह पेट के लिए सुरक्षित है।

      सुरक्षित
    • क्या Sri Sri Tattva Vitilwel का उपयोग बच्चों के लिए ठीक है?


      Sri Sri Tattva Vitilwel Tablet को बच्चों के लिए सुरक्षित नहीं माना जाता।

      अनुचित
    • क्या Sri Sri Tattva Vitilwel का उपयोग शराब का सेवन करने वालों के लिए सही है


      रिसर्च न होने की वजह से पूरी जानकारी के आभाव में Sri Sri Tattva Vitilwel Tablet से दुष्प्रभाव के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है। डॉक्टरी सलाह के बाद ही इसको लेना लाभकर होगा।

      अज्ञात
    • क्या Sri Sri Tattva Vitilwel शरीर को सुस्त तो नहीं कर देती है?


      Sri Sri Tattva Vitilwel Tablet के सेवन के बाद चक्कर आना या झपकी आना जैसी दिक्कतें नहीं होती हैं। इसलिए आप वाहन चला सकते हैं या मशीनरी का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।

      नहीं
    • क्या Sri Sri Tattva Vitilwel का उपयोग करने से आदत तो नहीं लग जाती है?


      Sri Sri Tattva Vitilwel Tablet की लत नहीं लगती, लेकिन फिर भी आपको इसे लेने से पहले सर्तकता बरतनी बेहद जरूरी है और इस विषय पर डॉक्टरी सलाह अवश्य लें।

      नहीं

    इस जानकारी के लेखक है -

    Dr. Braj Bhushan Ojha

    BAMS, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, डर्माटोलॉजी, मनोचिकित्सा, आयुर्वेद, सेक्सोलोजी, मधुमेह चिकित्सक
    10 वर्षों का अनुभव


    संदर्भ

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 5-8