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Looz 10gm Solution 180ml डॉक्टर के पर्चे द्वारा मिलने वाली दवा है, जो सॉल्यूशन के रूप में उपलब्ध है। इसे मुख्यतः कब्ज के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। इसके अलावा, Looz 10gm Solution 180ml के कुछ अन्य प्रयोग भी हैं, जिनके बारें में आगे बताया गया है।
आयु, लिंग और रोगी की पिछली स्वास्थ्य जानकारी के अनुसार Looz 10gm Solution 180ml की खुराक दी जाती है। यह खुराक मरीज की परेशानी और दवा देने के तरीके पर निर्भर करती है। इस बारे में और अधिक जानने के लिए खुराक वाले खंड में पढ़ें।
कुछ मामलों में Looz 10gm Solution 180ml के कुछ अन्य साइड इफेक्ट भी देखे जा सकते हैं, जो नीचे दिए गए हैं। Looz 10gm Solution 180ml के इस तरह के साइड इफेक्ट सामान्यतः लंबे समय तक नहीं रहते और एक बार इलाज पूरा होने जाने के बाद अपने आप खत्म हो जाते हैं। अगर ये दुष्प्रभाव और बिगड़ जाते हैं या लंबे समय तक बने रहते हैं तो इस बारे में अपने डॉक्टर से बात करें।
गर्भवती महिलाओं पर Looz 10gm Solution 180ml का प्रभाव सुरक्षित होता है और स्तनपान कराने वाली महिलाओं पर इस दवा का प्रभाव हल्का है। इसके अतिरिक्त Looz 10gm Solution 180ml का लिवर, हृदय और किडनी पर क्या असर होता है इस बारे में नीचे Looz 10gm Solution 180ml से जुड़ी चेतावनी के सेक्शन में चर्चा की गई है।
यदि किसी व्यक्ति को गैलेक्टोसिमिया जैसी कोई समस्या है, तो उसे Looz 10gm Solution 180ml दवा नहीं लेनी चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। इनके आलावा, अगर नीचे दिए गए सेक्शन में मौजूद समस्याओं में से कोई भी समस्या आपको है, तो आप Looz 10gm Solution 180ml को न लें।
Looz 10gm Solution 180ml को कुछ दवाओं के साथ लेने से गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। इन प्रतिक्रियाओं की विस्तृत सूची नीचे दी गई है।
ऊपर दी गई सावधानियों के अलावा ये जानना भी आवश्यक है कि गाडी चलाते समय Looz 10gm Solution 180ml लेना सुरक्षित है और इसकी लत लग सकती है।
Looz 10gm Solution 180ml इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -
मुख्य लाभ
अन्य लाभ
यह अधिकतर मामलों में दी जाने वाली Looz 10gm Solution 180ml की खुराक है। कृपया याद रखें कि हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है। इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर Looz 10gm Solution 180ml की खुराक अलग हो सकती है।
दवाई की खुराक बीमारी और उम्र के हिसाब से जानें
आयु वर्ग | खुराक |
व्यस्क |
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बुजुर्ग |
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किशोरावस्था(13 से 18 वर्ष) |
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क्या Looz 10gm Solution 180ml का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?
Looz किसी भी प्रेंग्नेंट महिला के लिए सुरक्षित होती है।
क्या Looz 10gm Solution 180ml का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?
स्तनपान कराने वाली महिलाओं पर Looz का दुष्प्रभाव इतना कम होता है कि आपको यह महसूस भी नहीं होता है।
Looz 10gm Solution 180ml का प्रभाव गुर्दे पर क्या होता है?
बिना किसी डर के आप Looz को ले सकते हैं। यह किडनी के लिए सुरक्षित है।
Looz 10gm Solution 180ml का जिगर (लिवर) पर क्या असर होता है?
Looz से आपके लीवर पर कोई दबाव नहीं पड़ता है और यह लीवर के लिए सुरक्षित भी है।
क्या ह्रदय पर Looz 10gm Solution 180ml का प्रभाव पड़ता है?
हृदय के लिए Looz हानिकारक नहीं है।
अगर आपको इनमें से कोई भी रोग है तो, Looz 10gm Solution 180ml को न लें क्योंकि इससे आपकी स्थिति और बिगड़ सकती है। अगर आपके डॉक्टर उचित समझें तो आप इन रोग से ग्रसित होने के बावजूद Looz 10gm Solution 180ml ले सकते हैं -
क्या Looz 10gm Solution 180ml आदत या लत बन सकती है?
नहीं, Looz 10gm Solution 180ml लेने से कोई लत नहीं पड़ती। फिर भी, जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह पर ही Looz 10gm Solution 180ml का इस्तेमाल करें।
क्या Looz 10gm Solution 180ml को लेते समय गाड़ी चलाना या कैसी भी बड़ी मशीन संचालित करना सुरक्षित है?
वाहन चलाने के अलावा मशीनों के बीच काम करने में सतर्कता की जरूरत होती है, ऐसे में आप Looz 10gm Solution 180ml का सेवन करके भी इन कामों को आसानी से कर सकते हैं।
क्या Looz 10gm Solution 180ml को लेना सुरखित है?
हां, डॉक्टरी सलाह के बाद।
क्या मनोवैज्ञानिक विकार या मानसिक समस्याओं के इलाज में Looz 10gm Solution 180ml इस्तेमाल की जा सकती है?
मस्तिष्क विकारों में Looz 10gm Solution 180ml काम नहीं कर पाती है।
क्या Looz 10gm Solution 180ml को कुछ खाद्य पदार्थों के साथ लेने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है?
Looz 10gm Solution 180ml को खाने के साथ लेना सुरक्षित है।
जब Looz 10gm Solution 180ml ले रहे हों, तब शराब पीने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है क्या?
Looz 10gm Solution 180ml के बुरे प्रभावों के बारे में जानकारी मौजूद नहीं है। क्योंकि इस विषय पर अभी रिसर्च नहीं हो पाई है। अतः डॉक्टर के परामर्श के बाद ही इस दवा को लें।
कब्ज: शरीर में Looz का पाचन नहीं हो पाता है इसलिए ये बड़ी आंत से होकर गुज़रती है जहां बैक्टीरिया होता है जोकि उसे लैक्टिक एसिड, एसेटिक एसिड और फॉर्मिक एसिड में बदल देता है। इससे मल में फ्लूइड आ जाता है जिससे वह मुलायम हो जाती है और आसानी से मल त्याग किया हो पाता है।
हेपेटिक एंसेफलोपैथी: लिवर के फेल होने पर अमोनिया का शरीर से बाहर निकला मुश्किल हो जाता है। रक्त वाहिकाओं में अमोनिया का लेवल बढ़ने पर ये मस्तिष्क तक पहुंच सकता है और उसे नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए अतिरिक्त अमोनिया का शरीर से निकलना जरूरी होता है। Looz अमोनिया को रक्त वाहिकाओं से खींचकर मल के द्वारा शरीर से बाहर निकाल देती है। इस तरह Looz अमोनिया का स्तर बढने से रोकती है।
कब्ज या हेपेटिक एंसेफलोपैथी के ठीक होने तक Looz ले सकते हैं। कब्ज के लिए डॉक्टर आपको एक सप्ताह तक Looz लेने के लिए कह सकते हैं। हेपेटिक एंसेफालोपैथी के लिए डॉक्टर कुछ महीनों तक Looz लेने की सलाह दे सकते हैं। डॉक्टर द्वारा प्रिस्क्राइब किए गए समय तक Looz लेना बहुत जरूरी है।
Looz की वजह से किडनी फेल नहीं होती है। गंभीर किडनी रोग से जूझ रहे मरीज़ों को Looz दी जा सकती है। किडनी खराब होने पर शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर नहीं निकल पाते हैं। Looz सीरम यूरिआ और क्रिएटिनिन का लेवल कम कर देती है और इससे यूरिक एसिड का स्तर भी घट जाता है। ऐसे कई काम हैं जो किडनी फेल होने पर नहीं हो पाते हैं लेकिन Looz वो काम कर देती है।
Looz डिसैकाराइड या शुगर है जोकि फ्रूक्टोज़ और गैलेक्टोज़ से संश्लेषित है। प्रमुख तौर पर Looz का इस्तेमाल कब्ज से राहत पाने के लिए किया जाता है।
Looz गोली और लिक्विड के रूप में उपलब्ध है। कब्ज को रोकने के लिए दिन में एक बार और लिवर रोग को रोकने के लिए दिन में 3 से 4 बार Looz लेनी चाहिए। डॉक्टर द्वारा प्रिस्क्राइब की गई मात्रा में ही Looz लेनी चाहिए। Looz की ज्यादा या कम खुराक की वजह से हानिकारक प्रभाव झेलने पड़ सकते हैं इसलिए डॉक्टर की सलाह पर ही Looz लेनी चाहिए।
इस जानकारी के लेखक है -
B.Pharma, फार्मेसी
5 वर्षों का अनुभव
संदर्भ
April Hazard Vallerand, Cynthia A. Sanoski. [link]. Sixteenth Edition. Philadelphia, China: F. A. Davis Company; 2019: Page No 739
KD Tripathi. [link]. Seventh Edition. New Delhi, India: Jaypee Brothers Medical Publishers; 2013: Page No 676