इरेक्टाइल डिसफंक्शन (ईडी) या स्तंभन दोष ऐसी स्थिति है, जिसमें पुरुष के लिए इरेक्शन पाना या उसे बनाए रखना मुश्किल हो जाता है. ईडी का इलाज कई तरह से किया जा सकता है, जैसे - लाइफस्टाइल में बदलाव लाकर, मनोचिकित्सा के जरिए, दवा लेकर या फिर सर्जिकल प्रक्रिया की मदद से. इसके अलावा, कुछ मामलों में पेनाइल इंजेक्शन थेरेपी का भी इस्तेमाल किया जाता है, जिसे इंट्राकेवर्नोसल इंजेक्शन थेरेपी भी कहा जाता है.

पेनाइल इंजेक्शन को घर में खुद से लगाया जा सकता है. इससे पुरुष के पेनिस में रक्त प्रवाह को बेहतर कर ईडी का इलाज करने में मदद मिलती है. इस इंजेक्शन से पुरुष को पेनिस में इरेक्शन बनाए रखने में मदद मिलती है.

आज इस लेख में आप जानेंगे कि स्तंभन दोष के लिए इंजेक्शन थेरेपी किस प्रकार फायदेमंद है -

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  1. इरेक्टाइल डिसफंक्शन इंजेक्शन क्या है?
  2. ईडी इंजेक्शन कैसे काम करता है?
  3. यह इंजेक्शन कहां लगाया जाता है?
  4. क्या ईडी इंजेक्शन लगाने से दर्द होता है?
  5. ईडी इंजेक्शन की कीमत क्या है?
  6. ईडी इंजेक्शन के दुष्प्रभाव व जोखिम
  7. सारांश
स्तंभन दोष के लिए इंजेक्शन के डॉक्टर

इरेक्टाइल डिस्फंक्शन इंजेक्शन को पेनिस के सेंट्रल पॉइंट के आसपास इंजेक्ट किया जाता है. इससे दवा का प्रभाव तेजी से होता है. यह दवा पेनिस में रक्त के प्रवाह को बढ़ाने में मदद करती है और इंजेक्शन लगाने के लगभग 5 से 15 मिनट के अंदर इरेक्शन प्राप्त हो सकता है. स्तंभन दोष का इलाज करने वाले विकल्पों में इसे सबसे तेज माना गया है.

वैज्ञानिक तौर पर माना जाता है कि जहां वियाग्रा जैसी दवा को लेने बाद उसका असर शुरू होने में 30 से 60 मिनट लगते हैं, वहीं इंजेक्शन थेरेपी 5 मिनट में असर दिखाना शुरू कर सकती है. स्तंभन दोष के लिए डॉक्टर मुख्य प्रकार से 3 इंजेक्टेबल दवाएं लिखते हैं -

  • पैपावरिन
  • फेंटोलामाइन
  • एल्प्रोस्टैडिल (प्रोस्टाग्लैंडीन ई1)

कुछ मरीजों को ट्रिमिक्स भी दिया जाता है, जोकि एल्प्रोस्टैडिल, फेंटोलामाइन और पैपावरिन का मिश्रण है.

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इंजेक्शन के जरिए पेनिस में गई दवा रक्त वाहिका की दीवारों पर मौजूद मांसपेशियों को रिलैक्स करने का काम करती है, जिससे वो फैल जाती हैं और पेनिस में ब्लड फ्लो बेहतर हो जाता है. विशेषज्ञों का कहना है कि इंजेक्टेबल थेरेपी यौन उत्तेजना के बिना भी पेनिस में इरेक्शन ला सकती है, जबकि वियाग्रा जैसी मौखिक दवा को लेने बाद इरेक्शन पैदा करने के लिए यौन उत्तेजना की जरूरत होती है.

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यह इंजेक्शन पेनिस के टॉप या बेस की जगह बिल्कुल बीच में शाफ्ट के बाईं या दाईं ओर लगाया जाता है. वैसे तो यह इंजेक्शन घर में खुद ही लगाया जा सकता है, लेकिन शुरुआत में इसे डॉक्टर खुद लगाते हैं और इसे कैसे लगाना है, उस बारे में मरीज को ट्रेनिंग दी जाती है.

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इंजेक्शन लगाते समय मरीज को हल्की-सी चुभन महसूस हो सकती है, लेकिन आमतौर पर दवा से पेनिस में कोई दर्द नहीं होता है. सिर्फ एल्प्रोस्टैडिल लेते समय थोड़ा-सा दर्द हो सकता है. अगर ऐसा होता है, तो मरीज को तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.

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इस इंजेक्शन की कीमत दवा के प्रकार, क्लिनिक, शहर और राज्य के आधार पर अलग-अलग हो सकती हैं. इसलिए, मरीज को यह इंजेक्शन लगवाने से पहले इसकी प्रत्येक डोज की कीमत के बारे में जरूर पूछ लेना चाहिए.

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ईडी इंजेक्शन पूरी तरह सुरक्षित नहीं हैं. इसे लगाने से निम्न प्रकार के नुकसान या जोखिम का सामना करना पड़ सकता है -

  • अन्य इंजेक्शन की तरह इसे लगवाने से भी खून बहने या घाव होने का जोखिम बना रहता है, लेकिन अगर इसे सावधानी से और डॉक्टर के निर्देशों का पालन करते हुए लगाया जाए, तो इन समस्याओं से बचा जा सकता है.
  • कुछ दुर्लभ मामलों में प्रायपिज्म जैसी स्थिति का भी सामना करना पड़ सकता है. प्रायपिज्म होने पर पुरुष के पेनिस में असाधारण व असामयिक इरेक्शन आ जाता है, जो लंबे समय तक बना रहता है.
  • प्रायपिज्म होने पर पेनिस पर आइस पैक लगाने से कुछ फायदा हो सकता है. इसके अलावा, फेनिलेफ्रिन युक्त डिकंजेस्टेंट लेने से भी मदद मिल सकती है. अगर इरेक्शन 4 घंटे से अधिक समय तक रहता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
  • इसी तरह से अगर लंबे समय तक दर्द रहता या रक्तस्राव होता है, ताे बिना देरी किए डॉक्टर से चेकअप करवाना चाहिए.

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स्तंभन दोष होने पर पेनिस में इरेक्शन लाने के लिए ईडी इंजेक्शन थेरेपी को सुरक्षित तरीका माना गया है. इसे लेने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है. मरीज की स्थिति को देखने के बाद ही डॉक्टर तय करते हैं कि मरीज को इंजेक्शन की जरूरत है या दवा से ही काम चल सकता है. साथ ही शुरुआत में डॉक्टर ही इंजेक्शन लगाते हैं और बाद में खुद से इंजेक्शन लगाने के लिए मरीज को टिप्स भी देते हैं. वहीं, अगर इंजेक्शन लगाने के बाद इरेक्शन 4 घंटे से अधिक समय तक रहता है, तो बिनी देरी किए डॉक्टर से चेकअप करवाना चाहिए.

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Dr. Anurag Kumar

Dr. Anurag Kumar

पुरुष चिकित्सा
19 वर्षों का अनुभव

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