हिंदू धर्म में पीपल के पेड़ का बहुत महत्व है। इस पेड़ को शुद्ध और पूजनीय माना जाता है। खास बात यह भी है कि पीपल का पेड़ ऑक्सीजन का अच्छा स्रोत होता है। आयुर्वेद के मुताबिक पीपल के पेड़ का हर भाग यानी बीज, छाल, पत्ता और फल औषधीय गुणों से भरा है। पीपल के पत्ते की बात करें तो यह कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। पीपल के पत्ते के औषधीय प्रभाव के कारण अस्थमा, पीलिया से लेकर डायबिटीज जैसी बीमारी में राहत मिलती है।

पीपल के पत्ते के कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं, और पीपल का पेड़ ऑक्सीजन का अच्छा स्त्रोत होने के साथ-साथ टैनिक एसिड, एस्पार्टिक एसिड, फ्लैवोनोइड्स, स्टेरॉयड, विटामिन, मेथियोनीन, ग्लिसिन इत्यादि में परिपूर्ण होता है।

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इसे एक पवित्र पेड़ के रूप में माना जाता है, क्योंकि ऋषि प्राचीन काल में पीपल के पेड़ के नीचे ध्यान करते थे। इसके अलावा, एक पीपल के पेड़ के नीचे गौतम बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ, इस प्रकार पीपल के पेड़ को "बोधी" या 'ज्ञान का वृक्ष' माना जाता है।

यह तो रही पेड़ की बात, लेकिन आइये अब जानते हैं पीपल के पत्तों से होने वाले लाभ के बारे में - 

  1. पीपल के पत्तों के फायदे करें बुखार को दूर - Pipal ke patton ke fayde kare bukhar ko dur
  2. पीपल के पत्ते के उपयोग हैं अस्थमा में उपयोगी - Peepal ke patte ke upyog hain asthma mein upyogi
  3. पीपल के पत्ते के फायदे आंखों के लिए - Pipal ke patte ke fayde aankhon ke liye
  4. पीपल के पत्ते के लाभ बचाएं दांतों को बीमारी से - Peepal ke patte ke labh bachayen danton ko bimari se
  5. पीपल के पत्ते हैं नकसीर का घरेलू उपचार - Peepal ke patte hain naksir ka gharelu upchar
  6. पीपल के पत्ते के गुण बचाएं पीलिया से - Pipal ke patte ke gun bachayen piliya se
  7. पीपल के पत्तों का उपयोग करें कब्ज दूर करने के लिए - Pipal ke patton ka upyog karen kabj dur karne ke liye
  8. पीपल के पत्ते का प्रयोग रखे हृदय को स्वस्थ - Peepal Leaves benefits for Heart in Hindi
  9. पेचिश का इलाज है पीपल के पत्ते - Pechish ka ilaaj hai peepal ke patte
  10. पीपल के पत्ते के उपाय हैं डायबिटीज में लाभकारी - Pipal ke patte ke upay hain diabetes mein labhkari

पीपल के पत्ते बुखार और जुकाम से राहत प्रदान करने में मदद करते हैं। पीपल के पत्तों के प्रयोग सदियों से इन परेशानियों से राहत पाने के लिए किया जा रहा है। नीचे इसके बारे में बताया जा रहा है -

सामग्री -

  • पीपल के कुछ पत्ते 
  • एक कप दूध
  • चीनी, स्वादानुसार

पीपल के पत्ते का इस्तेमाल बुखार और जुकाम कम करने के लिए कैसे करें -

  • पीपल के पेड़ से कुछ पत्ते तोड़कर, उन्हें अच्छे से साफ पानी में धो लें 
  • एक कप दूध को उबलने को रख दें, और इन पत्तों को उसमें दाल दें 
  • उबाल आने तक इंतज़ार करें, ताकि पीपल के पत्तों के गुण पूरी तरह दूध में मिल सकें 
  • इसमें स्वादानुसार चीनी डालें 
  • थोड़ा ठंडा होने पर इसे पीएं 

ये उपाय कितनी बार करें - 

  • इसे दिन में दो बार अवश्य बना कर पीएं 
  • जब तक लक्षण रहते हैं, तब तक इसे रोज़ पीएं

(और पढ़ें - बुखार के घरेलू उपाय)

पीपल के पत्तों का इस्तेमाल अस्थमा से राहत पाने के लिए भी किया जा सकता है। अस्थमा के लिए पीपल के पत्तों का उपयोग जैसे ऊपर बुखार और जुकाम के लिए बताया गया था, उसी तरह किया जाता है। इस उपाय का नियमित इस्तेमाल दमा के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है -

सामग्री -

  • पीपल के पत्ते 
  • एक गिलास दूध
  • एक चम्मच चीनी

पीपल के पत्ते का इस्तेमाल दमा से राहत पाने के लिए कैसे करें -

  • ठीक से धुले हुए पीपल के पत्ते लें 
  • उन्हें एक गिलास दूध के साथ उबलने रख दें 
  • एक चम्मच चीनी डाल दें (अपनी जरूरत के हिसाब से चीनी डाल सकते हैं, लेकिन दो चम्मच से ज्यादा नहीं)
  • बस इतना उबालें कि पीपल के पत्तों के औषधीय गुण दूध में मिल जाएं
  • इसे ठंडा होने के लिए रख दें और फिर पी लें

ये उपाय कितनी बार करें - 

  • इस उपाय को आप एक दिन में 2 बार करें
  • दमा रोगी इसे नियमित रूप से पीते रह सकते हैं

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पीपल के पत्ते भी आंखों के दर्द का इलाज करने में मदद करते हैं। पीपल की पत्तियों से प्राप्त पीपल का दूध आंखों के दर्द से राहत प्रदान करने में सहायक होता है।

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पीपल के पेड़ से एक छोटी सी डंडी या जड़ को लें और एक ब्रश के रूप में इस्तेमाल करें। यह उपाय न केवल दांतों के दागों को हटाने में मदद करता है बल्कि दांतों के आसपास मौजूद जीवाणुओं को मारने में भी मदद करता है।

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कुछ कच्ची पीपल की पत्तियों को लें और उनका रस निकालें, फिर नाक में कुछ बूंदें डालें। इससे नकसीर (नाक से खून आना) में राहत मिलती है।

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कुछ पीपल की पत्तियां और मिश्री को मिक्स करें और रस तैयार करें। इस रस को दिन में 2-3 बार पिएं। यह पीलिया और इसके लक्षणों को कम करने में मदद करता है।

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पीपल की पत्तियों के पाउडर को बराबर मात्रा में सौंफ के पाउडर और गुड़ के साथ मिक्स करें। सोने से पहले दूध के साथ इस मिश्रण का सेवन करें। यह उपाय कब्ज से राहत प्रदान करेगा।

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myUpchar से जुड़े डॉ. लक्ष्मीदत्ता शुक्ला के अनुसार, पीपल के पत्ते दिल की सेहत को बनाए रखने में सहायक होते हैं। दिल की बीमारियों के लिए यह रामबाण हैं। इनके सेवन का तरीका बहुत आसान है। इसके लिए पीपल की पत्तों को पानी में रात भर डुबोकर रखें। अब पीपल के पत्ते के इस पानी को सुबह छान लें और इसे दिनभर में पिएं। इसे दो-तीन बार पीने से दिल की सेहत बनी रहती है। यह दिल तेज धड़कने और दिल की कमजोरी से राहत प्रदान करने में मदद करता है।

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पीपल के पत्ते पेचिश के इलाज में भी मदद करते हैं। पेचिश यानी आंव आंतों का एक संक्रमण होता है, जिसमें खून और बलगम वाले दस्त लगते हैं। यह संक्रमण बैक्टीरिया या पैरासाइटिस के कारण होता है। अगर यह संक्रमण अमीबा के कारण हुआ है तो अन्य परेशानियों के साथ-साथ गंभीर खूनी दस्त भी आ सकते हैं। पेचिश में राहत पाने के लिए पीपल की पत्तियों और धनिया पत्तियों को मिलाएं और इसमें थोड़ी चीनी डालकर धीरे-धीरे चबा लें। यह तत्काल राहत देगा। यह खसरा के लिए एक घरेलू उपाय है।

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पीपल के पत्ते डायबिटीज को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं। पीपल के पत्तों का रस ब्लड शुगर के स्तर को कम करता है। पीपल के पत्ते इन्सुलिन के इस्तेमाल की शरीर की क्षमता बढ़ाते हैं और ग्लूकोज तेजी से ऊर्जा में बदलने लगता है। इसके पत्तों में ग्लाइसेमिक गतिविधि को कम करने वाले तत्व होते हैं।

हरीतकी फल के पाउडर के साथ पीपल फल के पाउडर को मिक्स करें। यह रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद करता है।

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