लोग आजकल सुपरफूड की तलाश में रहते हैं। ताकि स्वास्थ्य समस्याओं से निपटने के साथ-साथ आप अपने आहार, शारीरिक और मानसिक आवश्यकताओं को पूरा कर सकें। और बांस अपनी ताकत, प्राकृतिक सौंदर्य और पुनरुत्पादक (regenerative) गुणों के लिए जाना जाता है।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप बांस से चाय भी तैयार कर सकते हैं। यह एक हल्की घासदार भूरे रंग वाली स्वादिष्ट पेय है और यह 100% आर्गेनिक सुपरफूड है।

चाय तैयार करने में बांस का इस्तेमाल किया जा सकता है! इसे बनाने के लिए बांस के पेड़ की पत्तियों का उपयोग किया जाता है। चाय बनाने के लिए बांस की चाय के पत्तों को अच्छे से सुखाया जाता है।

  1. बांस की चाय के फायदे - Baans ki Chai ke Fayde
  2. बांस की चाय के नुकसान - Baans ki Chai ke Nuksan

बांस की चाय मुक्त कणों को संतुलित रखने में मदद करती है। इस चाय का सेवन त्वचा को भी स्वस्थ रखने में मदद करता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट बढ़ती उम्र के लक्षणों को धीमा करने में लाभकारी होते हैं। इस चाय में एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा भी सौंदर्य को बढ़ाती है।

इसके अलावा, इसका सेवन अस्थमा जैसी समस्याओं को भी रोकने में मदद कर सकता है। साथ ही यह चाय कैंसर को रोकने और उपचार करने में मदद करती है और हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मदद करती है। तो आइये जानते हैं इसके लाभों के बारे में -

बांस की चाय के फायदे करें इम्युनिटी को मजबूत - Baans ki chai ke fayde kare immunity ko majboot

बांस की चाय एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती है। जिसके कारण यह इम्युनिटी को मजबूत करती है। क्योंकि कमजोर इम्युनिटी के कारण आप अक्सर बीमार रहते हैं। बांस की चाय का सेवन कॉफी पीने वाले लोगों की तुलना में प्रतिरक्षा के स्तर को पांच गुना बढ़ाने में मदद करता है। यह चाय प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करती है। इसके अलावा इस चाय में थकान को कम करने वाले गुण होते हैं, जो शरीर को ऊर्जावान रखने में मदद करता है।

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बांस की चाय के लाभ करें वजन कम करने में मदद - Baans ki chai ke labh karen wajan kam karne mein madad

बांस के पत्तों की चाय का सेवन वजन कम करने में मदद सकता है क्योंकि इसमें फाइबर की भरपूर मात्रा पाई जाती है। बांस के पत्तों में बहुत कम कैलोरी होती है। कुछ लोगों के अनुसार बांस के पत्तों की चाय पीने से, खाने की लालसा में कमी आई है, जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है।

बांस के पत्तों की चाय सूजन, गैस, पेट दर्द या दस्त जैसे अपच के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती है।

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बांस की चाय पीने के फायदे रखें ह्रदय को स्वस्थ - Baans ki chai peene ke fayde rakhen hriday ko swstsh

कुछ रिसर्च के अनुसार बांस की चाय का सेवन,आपको ह्रदय रोगों से बचाने में मदद कर सकती है। इस चाय में एंटीऑक्सीडेंट और सूजन को कम करने वाले यौगिक होते हैं जो आपके ह्रदय और शरीर को ऑक्सीडेटिव नुकसान से बचा सकते हैं। बांस के पत्तों में मौजूद पोटेशियम जैसे कई महत्वपूर्ण खनिज भी होते हैं जो स्वस्थ ब्लड प्रेशर के स्तर और ह्रदय की धड़कन को नियंत्रित रखने में मदद करते हैं।

हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण ह्रदय की बीमारियां होने के जोखिम बढ़ जाते हैं। जानवरों पर किए गए अध्ययनों के मुताबिक, बांस के पत्तों की चाय रक्त में लिपिड के स्तर और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में भी मदद कर सकती है।

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बांस की चाय पीने के लाभ बेहतर पाचन स्वास्थ्य के लिए - Baans ki chai peene ke labh behtar paachan swasth ke liye

अपच हमारे दैनिक जीवन में सबसे आम समस्याओं में से एक है। बांस की चाय का सेवन पेट दर्द, पेट में सूजन, गैस और यहां तक कि दस्त को कम करने में भी लाभकारी होता है।

हजारों सालों से, बांस की चाय का उपयोग भोजन के बाद, पाचन को स्वस्थ रखने के रूप में किया जाता है, जो पाचन को बेहतर रखने में मदद करती है।

बांस की चाय के एक कप में 4% फाइबर होता है जो पाचन से जुड़ी समस्याओं को रोकने और इलाज में मदद कर सकता है।

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बांस की चाय का उपयोग रखें ब्लड प्रेशर को नियंत्रित - Baans ki chai ka upyog rakhe blood pressure ko niyntrit

बांस की चाय बांस के पत्तों से तैयार की जाती है। इस चाय के सेवन का दिमाग पर एक शांत प्रभाव पड़ता है। यह किसी भी प्रकार की हरी चाय की तरह ही, ब्लड प्रेशर और हाइपरटेंशन के जोखिम को कम करने में 50% तक मदद करता है।

इसके अलावा, बांस की चाय में मौजूद पोटेशियम, ह्रदय के दबाव को कम करने में मदद करता है और वैस्कुलर सिस्टम को नियमित रखने में मदद करता है।

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दाँतों को अच्छा बनाएं बांस की चाय से - Daanton ko achha banayen baans ki chai se

अधिकतर लोग दांतों के स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए दूध का सेवन करते हैं। लेकिन बांस की चाय का सेवन, आपके दांतों की समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकता है।

इस चाय में विभिन्न प्रकार के तत्व पाए जाते हैं, जो कैविटीज़ से लड़ने और प्लाक को जमने से रोकने में मदद कर सकते हैं। साथ ही यह चाय बैक्टीरिया के विकास और एसिड उत्पादन को कम करने में मदद कर सकते हैं।

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बांस की चाय का सेवन बचाएं सूजन से - Bans ki chai ka sewan bachayen sujan se

यह चाय घावों को ठीक करने, आंतों के कीड़े, अल्सर और बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद करते हैं। बांस की चाय एशिया के विभिन्न देशों में दर्द निवारक के रूप में उपयोग की जाती है।

कई शोधकर्ताओं के अनुसार बांस के पत्तों की चाय, सूजन साइटोकिन्स को कम करने में मदद करती है।

इस चाय में सूजन को कम करने वाले गुण होते हैं। शरीर में अधिक सूजन के कारण, मोटापा और हृदय रोग जैसी कुछ स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम बढ़ जाता है। इसलिए बांस की चाय का सेवन प्राकृतिक रूप से सूजन को कम करने में मदद कर सकती है। बांस चाय का सेवन, अस्थमा जैसी सूजन वाली समस्याओं के जोखिम को कम करने में मदद करता है।

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बंबू टी फॉर हेयर इन हिंदी - Bamboo tea for hair in hindi

बांस की चाय बालों के लिए बहुत ही लाभकारी साबित हो सकती है। लेकिन बांस के पत्तों की चाय तेजी से बालों के विकास को बढ़ाती है।

जैसा कि बताया गया है, बांस के पत्तों की चाय में सिलिका की भरपूर मात्रा पाई जाती है जो स्वस्थ बालों और नाखूनों को बढ़ाने में मदद करती है। अन्य पौधो की तुलना में बांस में लगभग 70% सिलिका पाई जाती है। सिलिका बालों को मॉइस्चराइज और मजबूत करने में मदद करती है, साथ ही यह बालों की चमक और लोच में सुधार करती है।

इसके अलावा यह दोमुंहे बालों को रोकने, बालों के विकास में सुधार, पतला होने से रोकने, झड़ते बालों को रोकने में मदद कर सकता है। इस चाय का सेवन हेयर फॉलिकल्स को मजबूत करने में मदद करता है।

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बांस की चाय है त्वचा के लिए लाभकारी - Baans ki chai hai tvcha ke liye labhkari

बांस चाय आपकी त्वचा के लिए लाभकारी होती है। यह एंटीऑक्सीडेंट का एक बहुत ही अच्छा स्रोत है जिसमें एंटी-एजिंग गुण होते हैं। लेकिन इसमें सिलिका की भी भरपूर मात्रा होती है जो कोलेजन उत्पन्न करने में मदद करती है। कोलेजन एक प्रोटीन है जो आपकी त्वचा की ताकत और लोच में मदद करता है। नियमित रूप से इस चाय के सेवन से आप अपनी त्वचा को स्वस्छ रख सकते हैं।

हम अक्सर टी बैग्स को उपयोग करने के बाद फेंक देते हैं। लेकिन जब आप बांस के पत्तों की चाय बनाते हैं तो चाय बनाने के बाद जो पेस्ट बच जाता है, आप उसका उपयोग त्वचा को मृत कोशिकाओं को निकालने के लिए, एक मास्क के रूप में उपयोग कर सकते हैं। फेस मास्क बनाने के लिए, इस पेस्ट में शहद या जैतून का तेल मिक्स कर सकते हैं।

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बांस की चाय फॉर पीरियड्स इन हिंदी - Baans ki chai for periods in hindi

मासिक धर्म के दौरान महिलाएं पेट दर्द, पीठ दर्द और हड्डी के दर्द से गुजरती हैं। बांस की चाय पीने से दर्द कम करने में मदद मिलती है और पीरियड्स को नियमित रखने में मदद मिलती है।

  1. बांस के पत्तों के 5 टुकड़े धोएं और चार कप पानी में उबाल लें।
  2. जब तक पानी एक कप ना रह जाएँ, तब तक पानी उबालें।
  3. सोने से पहले रात में इसका सेवन करें।

यह उपाय पीठ, हड्डियों और पेट में दर्द जैसे मासिक धर्म के लक्षणों को कम करने में मदद करता है। बांस के पत्तों की चाय पीने से मासिक धर्म चक्र को नियंत्रित करने में भी मदद मिल सकती है।

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डायबिटीज में उपयोगी है बांस की चाय - Diabetes mein upyogi hai baans ki chai

रक्त शर्करा का उच्च स्तर, डायबिटीज के बढ़ने का कारण बन सकता है। लेकिन बांस की चाय के सेवन से, डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। इसलिए, आपको डायबिटीज के बढ़ते जोखिम से चिंता करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि आप बांस की चाय के सेवन से इसे कम कर सकते हैं।

इसके अलावा प्रसंस्कृत बांस की पत्तियां, सूखने पर, एक अलग प्रकार की गंध उत्पन्न करती हैं। इसमें मौजूद फाइबर, गंध के साथ मिलकर, ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में बहुत प्रभावी है।

इसलिए, डायबिटीज के रोगियों को सलाह दी जाती है कि वे अपने आहार में बांस की चाय का नियमित रूप से सेवन करें।

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चाय के रूप में, बांस की पत्तियों के कुछ नुकसान हो सकते हैं।

हाइपोथायरायडिज्म (जब थायराइड ग्रंथि पर्याप्त थायराइड हार्मोन का उत्पादन नहीं करती है) और गोइटर से पीड़ित लोगों को, अधिक मात्रा में इस चाय के सेवन बचना चाहिए। क्योंकि यह इन समस्याओं को बढ़ाने के रूप में कार्य कर सकती है।

गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को भी इस चाय का सेवन करने की सलाह नहीं दी जाती है।

कुछ लोगों को इसके उपयोग से एलर्जी हो सकती है।


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