कोई भी हेल्थ इन्शुरन्स प्लान खरीदने से पहले उसके बारे में अच्छे से जानकारी लेना जरूरी होता है, ताकि आप अपने या परिवार के लिए एक उचित प्लान खरीद सकें। यह भी हो सकता है कि प्लान खरीदने से पहले उसकी अन्य किसी बीमाकर्ता कंपनी से तुलना करें और इस प्रक्रिया में कई बार अधिक समय लग जाता है। इतना ही नहीं यदि डिडक्टिबल की बात की जाए तो यह काफी उलझन भरी प्रोसेस हो सकती है। इसलिए, आपको यह सलाह दी जाती है कि किसी भी स्वास्थ्य बीमा योजना को खरीदने से पहले विभिन्न पहलुओं को जान व समझ लें, क्योंकि ये काफी हद तक आपकी कवरेज को प्रभावित कर सकते हैं।

हाई और लो डिडक्टिबल के बीच एक संपूर्ण तुलना करना आपको अपने लिए एक उचित प्लान का चयन करने में मदद करता है। साथ ही हाई और लो डिडक्टिबल के साथ आप अपनी प्रीमियम लागत की तुलना भी कर सकते हैं, ताकि यह पता लगा पाएं कि आप किसमें अधिक पैसे बचा रहे हैं।

लेकिन सबसे पहले स्वास्थ्य बीमा के प्रमुख फीचर के बारे में जानना जरूरी है, ताकि आप बीमा खरीदते समय एक बुद्धिमतापूर्ण निर्णय ले सकें। इस लेख में उच्च और निम्न कटौती (हाई एंड लो डिडक्टिबल) के बारे में जानकारी दी गई है और साथ में यह बताने की कोशिश भी की गई है कि हाई और लो डिडक्टिबल में से किसे चुनना चाहिए -

  1. प्रीमियम और डिडक्टिबल में क्या अंतर है - What is difference between Premium and Deductible in Hindi
  2. डिडक्टिबल के कितने प्रकार होते हैं - What are the types of Deductibles in Hindi
  3. कौन से डिडक्टिबल वाला हेल्थ इन्शुरन्स चुनना चाहिए - Which Health Insurance with deductible should choose in Hindi

लो-हाई डिडक्टिबल के बारे में जानने से पहले यह पता लगाना जरूरी है कि हेल्थ इन्शुरन्स में डिडक्टिबल क्या है और यह प्रीमियम से कितना अलग है। डिडक्टिबल वह राशि है, जो मेडिकल इमरजेंसी के दौरान क्लेम प्राप्त करने से पहले आपको अपनी जेब से अस्पताल में भरनी पड़ती है। डिडक्टिबल बीमाकर्ता कंपनी से मिलने वाली राशि का कुछ प्रतिशत हिस्सा होता है और उसको भरने के बाद ही आप बीमा कंपनी में क्लेम कर पाते हैं।

वहीं प्रीमियम वह राशि है जिसे आपको एक निश्चित समय (महीने, छह महीने या साल) में एक बार बीमाकर्ता कंपनी के पास जमा करना पड़ता है। अधिकतर लोग हेल्थ इन्शुरन्स प्रीमियम को वार्षिक प्रीमियम के तौर पर ही भरते हैं।

इस प्रकार यदि देखा जाए तो प्रीमियम और डिडक्टिबल एक दूसरे के विपरीत होते हैं, लेकिन इनमें एक सामान्यता भी है ये दोनों बीमाधारक को अपनी जेब से भरने पड़ते हैं। वहीं इनके बीच का संबंध विपरीत इसलिए है क्योंकि प्रीमियम जितना अधिक होगा डिडक्टिबल की राशि उतनी ही कम होगी। ठीक उसी प्रकार यदि आप प्रीमियम कम भर रहे हैं, तो आपको डिडक्टिबल अधिक मात्रा में भरना पड़ सकता है।

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यदि आप स्वास्थ्य बीमा लेने की सोच रहे हैं, तो आप दो प्रकार के डिडक्टिबल के साथ अपने लिए एक उचित हेल्थ इन्शुरन्स प्लान खरीद सकते हैं जो कुछ इस प्रकार है -

  • लो डिडक्टिबल के साथ हेल्थ इन्शुरन्स प्लान -
    • कम डिडक्टिबल वाले हेल्थ इन्शुरन्स प्लान को उन लोगों के लिए उचित माना जाता है, जिन्हें बार-बार इलाज की आवश्यकता पड़ती है। इसके अलावा जो लोग बिना किसी परेशानी के बीमा लाभ प्राप्त करना चाहते हैं, उन्हें भी लो डिडक्टिबल वाले हेल्थ इन्शुरन्स प्लान को चुनना चाहिए।
    • यदि डिडक्टिबल कम हैं, तो आपको प्रीमियम अधिक भरना पड़ता है। हालांकि, प्रीमियम अधिक है तो आपको कवरेज लिमिट तक अपनी जेब से किसी अन्य राशि का भुगतान करने की आवश्यकता नहीं पड़ती है।
    • यदि आपके हेल्थ इन्शुरन्स प्लान में लो डिडक्टिबल हैं, तो मेडिकल इमरजेंसी होने पर आप बिना किसी चिंता के इलाज शुरू करवा सकते हैं।
       
  • हाई डिडक्टिबल के साथ हेल्थ इन्शुरन्स प्लान - 
    • अधिक कटौती वाले हेल्थ इन्शुरन्स प्लान का प्रीमियम आमतौर पर कम होता है।
    • इसमें बीमाधारक को किसी मेडिकल इमरजेंसी का इलाज कराते समय कुछ राशि अपनी जेब से देनी पड़ती है और उसके बाद बीमाकर्ता कंपनी कवरेज के लिए राशि देती है।
    • अधिकतर क्रिटिकल इलनेस इन्शुरन्स और सीनियर सीटिजन हेल्थ इन्शुरन्स प्लान हाई डिडक्टिबल के साथ ही आते हैं।

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यदि आप कोई स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो आपको पहले ही इस बारे में जानकारी ले लेनी चाहिए कि आपके लिए कौन से डिडक्टिबल वाला प्लान उचित रहेगा। चलिए अलग-अलग पॉइंट्स के माध्यम से यह समझने की कोशिश करते हैं -

  • लो डिडक्टिबल -
    निम्न स्थितियों में लो या बिना किसी डिडक्टिबल वाले हेल्थ इन्शुरन्स का चुनाव करना उचित रहता है -
    • यदि आपको कोई ऐसी स्वास्थ्य समस्या है, जिसमें आपको बार-बार अस्पताल जाने की आवश्यकता पड़ती है
    • यदि आपने क्रिटिकल इलनेस या सीनियर सीटीजन हेल्थ इन्शुरन्स प्लान खरीदा हुआ है
    • आपके घर में कोई शिशु है या होने वाला है
    • आप भविष्य में कोई बड़ी सर्जरी कराने की योजना बना रहे हैं या आपको किसी बड़ी सर्जरी की आवश्यकता है।
    • आपके परिवार में किसी को ऐसी बीमारी है जिसका बार-बार इलाज कराने की आवश्यकता पड़ती है।

इस प्रकार कम डिडक्टिबल वाले हेल्थ इन्शुरन्स प्लान आपको बराबर कवरेज प्रदान करते हैं, बस उसमें प्रीमियम थोड़ा बढ़ जाता है। लेकिन यह मेडिकल इमरजेंसी या क्लेम सेटलमेंट के दौरान आपके काफी पैसे बचाने में मदद करता है। (और पढ़ें - हेल्थ इन्शुरन्स में क्लेम सेटलमेंट में देरी क्यों होती है)

  • हाई डिडक्टिबल -
    नीचे कुछ मानदंड दिए गए हैं, यदि आपकी स्थिति उनसे मेल खाती है तो आपके लिए भी हाई डिडक्टिबल वाले हेल्थ इन्शुरन्स प्लान उचित हो सकते हैं -
    • यदि आप स्वस्थ हैं और पहले भी आपको स्वास्थ्य संबंधी कोई गंभीर समस्या नहीं हुई है
    • यदि आपकी उम्र कम है
    • यदि आपके हेल्थ इन्शुरन्स प्लान में कोई सीनियर सीटिजन या शारीरिक रूप से बीमार व्यक्ति शामिल नहीं है।
    • आपकी शादी नहीं हुई है और आप पर कोई आश्रित व्यक्ति नहीं है।
    • अगर आप आने वाले लगभग दो सालों तक अस्पताल में भर्ती होने जैसी कोई योजना नहीं बना रहे हैं (प्लान्ड हॉस्पिटलाइजेशन)
    • अगर आपको प्रीमियम अधिक लगता है।

आपको बताना जरूरी है कि यदि आप अपने हेल्थ इन्शुरन्स प्लान के प्रीमियम का भुगतान करने में असमर्थ हैं, तो आप अपना स्वास्थ्य बीमा खो सकते हैं। इसलिए, ऐसी स्थितियों में बचने के लिए हाई डिडक्टिबल वाले हेल्थ इन्शुरन्स प्लान ही खरीदने चाहिए ताकि आपको प्रीमियम के रूप में अधिक पैसों का भुगतान न करना पड़े। हालांकि, यह निर्णय पूरी तरह से व्यक्ति की स्वास्थ्य आवश्यकताओं और उसकी प्राथमिकताओं पर निर्भर करता है।

(और पढ़ें - बीमा प्लस चुनने के फायदे)

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