आंखों से पानी आना - Watery Eyes in Hindi

Dr. Ajay Mohan (AIIMS)MBBS

June 15, 2018

September 11, 2021

आंखों से पानी आना
आंखों से पानी आना

आंखों से पानी आने क्या है?

आंखों से पानी आने का वास्तव में मतलब है आंखों से बहुत अधिक आंसू निकलना। आंसू आंखो की सतह को नम रखने में मदद करते है। आंसू आंखों में चिकनाई रखने के लिए और बाहरी कणों व पदार्थों को आंखों से बाहर निकालने में मदद करते हैं। आँखों से कभी-कभी पानी आना स्वाभाविक है, लेकिन बहुत ज्यादा मात्रा में आंसू आने की स्थिति अच्छी नहीं होती।

आपकी आंखे हमेशा आंसू बनाती रहती हैं। ये आंसू आंखों के कोने में छोटे-छोटे छेदों के माध्यम से आँखों से बाहर निकल जाते हैं। इन छेदों को "अश्रु नलिकाएं" (Tear duct) कहा जाता है। आंखों में अधिक पानी आने के कई संभावित कारण हो सकते हैं, लेकिन ये आमतौर पर दो में से किसी एक की वजह से होते हैं:

  • या तो अश्रु नलिकाएं ठीक तरीके से काम नहीं कर रहीं
  • या फिर आँखों में जरूरत से ज्यादा आंसूं बन रहे हैं 

आंख में पानी आने के अन्य कारण हो सकते हैं जैसे एलर्जी, अश्रु नलिकाओं में रुकावट, आँख आना, पर्यावर्णीय कारक, आँख में बाहरी वस्तु का जाना या आँखों का सूखापन दूर करने के लिए शरीर की प्राकृतिक प्रक्रिया आदि शामिल हैं।

आंख में पानी आने के साथ आपको आखों का लाल होने, सूजन आने और कम या धुंधला दिखाई देने जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।

अगर आंख में पानी आना किसी प्रकार की समस्या को पैदा नहीं कर रहा तो इलाज करवाने की आवश्यकता नहीं होती। आंख में पानी आने के कारण के आधार पर ही इस स्थिति को मैनेज किया जाता है। इसके उपचार में कुछ आई ड्रॉप दवाएं और यदि नलिकाओं में रुकावट है तो सर्जिकल प्रक्रिया आदि शामिल हैं।

(और पढ़ें - आंखों की बीमारी का इलाज)

आंखों से पानी आने के लक्षण - Watery Eyes Symptoms in Hindi

आंख में अधिक पानी आने के क्या लक्षण होते हैं?

आंख में अधिक पानी आने के साथ निम्न लक्षण महसूस हो सकते हैं:

(और पढ़ें - आंखों की सूजन के घरेलू उपाय)

आंसू आने की स्थिति को हमेशा एक आपातकालीन स्थिति नहीं समझा जाता है।

डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?

यदि आपको आंखो से अधिक पानी आने के साथ निम्न लक्षण महसूस हो रहे हैं तो अपने डॉक्टर या आंखों के विशेषज्ञ से संपर्क करें:

  • दृष्टि में कमी आना
  • आंख में चोट या खरोंच लगना
  • आंख में केमिकल चला जाना
  • आंख से डिसचार्ज या खून बहना
  • आँख के अंदर कोई बाहरी पदार्थ फंस जाना
  • आंखों में लालिमा, जलन, दर्द व सूजन होना
  • आपकी आंखों के चारों तरफ की त्वचा अस्पष्ट रूप से नीली हो जाना
  • नाक और साइनस के आसपास छूने पर दर्द महसूस होना (और पढ़ें - साइनस से बचने के उपाय)
  • गंभीर सिर दर्द के साथ आंख संबंधी समस्याएं (और पढ़ें - सिर दर्द को रोकने के उपाय)

(और पढ़ें - ड्राई आई सिंड्रोम का इलाज)

आंखों से पानी आने के कारण और जोखिम - Watery Eyes Causes & Risks in Hindi

आंखों में पानी आने की समस्या क्यों होती है?

आंखों से ज्यादा पानी आने की समस्या कई कारणों से हो सकती है। 

शिशुओं की आंखों में लगातार पानी आना कभी-कभी कुछ पदार्थों के कारण और आमतौर पर अश्रु नलिकाएं रुकने के कारण हो सकती है। अश्रु नलिकाएं आंसू बनाती नहीं हैं, बल्कि उनको आंखों से दूर रखती हैं। नाक के पास पलकों के भीतरी भाग में छोटे छिद्र होते हैं। इन छिद्र के माध्यम से आंसू आमतौर पर आपकी नाक के अंदर बह जाते हैं। शिशुओं के पहले कुछ महीनों तक उनकी अश्रु नलिकाएं पूरी तरह से खुल नहीं पाती और ठीक से काम नहीं कर पाती।

उम्र बढ़ने पर लगातार आंखों में पानी आने की समस्या हो सकती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पलकों की त्वचा ढीली होने के कारण पलके लटकने लग जाती हैं और नेत्रगोलक (eyeball) से दूर हो जाती हैं। इससे आंसू इकट्ठा होने लगते हैं और बहने लगते हैं। 

कभी-कभी ज्यादा आंसू बनने की वजह से भी आंखों से पानी आना शुरू हो सकता है।

एलर्जी और वायरल इन्फेक्शन (जैसे आंख आना) और साथ ही साथ किसी प्रकार की सूजन व जलन आदि भी कुछ दिन या उससे ज्यादा समय के लिए आंख में पानी आने का कारण बन सकते हैं।

कुछ प्रकार की दवाएं जो आंख में पानी आने का कारण बनती हैं, जैसे:

  • कीमोथेरेपी दवाएं
  • एपिनेफ्रीन
  • आई ड्रॉप्स, खासकर इकोथियोफेट आयोडाइड (Echothiophate iodide) और पायलोकार्पिन (pilocarpine)

सामान्य कारण

  • एलर्जी (और पढ़ें - एलर्जी के घरेलू उपाय)
  • ब्लेफेराइटिस (पलक में सूजन व जलन आदि)
  • अश्रु नलिकाएं अवरुद्ध होना
  • जुकाम (और पढ़ें - जुकाम का उपाय)
  • कॉर्नियल खरोंच
  • कॉर्नियल अल्सर
  • आंखों में सूखापन (आंसू उत्पादन में कमी होना)
  • "एक्ट्रोपियन" (Ectropian: पलके बाहर की तरफ झुक जाना)
  • "एंट्रोपियन" (Entropian: पलकें अंदर की तरफ झुकना)
  • आंख में कोई बाहरी वस्तु घुस जाना
  • परागज ज्वर (एलर्जिक राइनाइटिस)
  • पलकों के बाल अंदर की तरफ उगना (Ingrown eyelash)
  • "केराइटिस" (Keratitis: कॉर्निया में सूजन, लालिमा व जलन)
  • आंख आना (Conjunctivitis)
  • गुहेरी (आंख की पलक के किनारे एक लाल व दर्दनाक गांठ)  (और पढ़ें - गुहेरी के घरेलू उपाय)
  • अश्रु नलिकाओं में संक्रमण

अन्य कारण

  • "बेल्स पाल्सी" (Bell's Palsy: चेहरे का लकवा)
  • आंख में आघात या अन्य प्रकार की आंख संबंधी चोट
  • जलना
  • आंख में किसी केमिकल के छींटे पड़ना
  • क्रॉनिक साइनसाइटिस
  • चेहरे की नसों में एक तरह का लकवा (जिसे चिकित्सीय भाषा में "पाल्सी" कहा जाता है)
  • सूजन, जलन व लालिमा संबंधी रोग
  • रेडिएशन थेरेपी
  • रूमेटाइड अर्थराइटिस (जोड़ो में सूजन व दर्द आदि पैदा करने वाला रोग)
  • आंख या नाक की सर्जरी
  • थायराइड संबंधी विकार (और पढ़ें - थायराइड डाइट चार्ट)
  • ट्यूमर जो आंसू निकासन प्रणाली को प्रभावित कर रहा हो।

कई बार निम्न के साथ भी आंख में अधिक पानी आने लगता है:

  1. आंखों पर तनाव
  2. हंसना
  3. उल्टी आना (और पढें - मतली को रोकने के घरेलू उपाय)
  4. उबासी लेना

आंखों से पानी आने से बचाव - Prevention of Watery Eyes in Hindi

आंख में पानी आने की समस्या से बचाव कैसे किया जा सकता है?

आंख में पानी आने से रोकथाम करने में मदद करने के लिए यहां कुछ टिप्स दी गई हैं:

  • जितना संभव हो सके धूप के चश्मे, टोपी आदि पहन कर अपने आंखों को धूप, चोट और जलन आदि से बचाएँ। (और पढ़ें - चश्मा छुड़ाने के लिए घरेलू उपाय)
  • एलर्जिक पदार्थों से दूर रहे या किसी ऐसे वातावरण में जाने से पहले सावधानियां बरतें जिसमें ज्ञात एलर्जिक पदार्थ हों। उदाहरण के लिए ऐसे वातावरण में जाने से 30 मिनट पहले एंटीहिस्टामिन दवा लें।
  • जीवन भर संतुलित आहार का सेवन करें (और पढ़ें - संतुलित आहार चार्ट)
  • जब आंख में खुजली या जलन हो रही हो तो आंखों को छुएं या रगड़े नहीं। (और पढ़ें - खुजली दूर करने के घरेलू उपाय)
  • जिन लोगों को वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण है उनके संपर्क में आने से बचें। यदि आपको बैक्टीरियल संक्रमण है तो अपने संक्रमण को फैलने से बचाने के लिए सावधानियां बरतें। सामान्य घरेलू सामान को किटाणु मुक्त रखें, बार-बार अपने हाथ धोते रहें और अपनी तौलिये, चादर, मेकअप सामग्री, ऑय ड्रॉप्स आदि को किसी के साथ शेयर ना करें।
  • किटाणुओं को फैलने के रोकने के लिए अपने हाथों को बार-बार धोते रहें।
  • उम्र बढ़ने पर डॉक्टर के पास अपनी आंखो की जांच करवाने अधिक बार जाएँ।

(और पढ़ें - आंखों की जांच)

आंखों से पानी आने का परीक्षण - Diagnosis of Watery Eyes in Hindi

आंख में पानी आने की स्थिति का परीक्षण कैसे किया जाता है?

इस स्थिति का निदान करने के लिए डॉक्टर मरीज की पिछली पूरी मेडिकल जानकारी प्राप्त करेंगे और शारीरिक परीक्षण करेंगे। पिछली मेडिकल जानकारी और लक्षणों का विवरण वाटरी आईज के कारण के बारे में बता सकता है कि यह अधिक आंसू बनने या अश्रु नलिकाओं में रुकावट के कारण हो रहा है। आंखों में अधिक पानी आने के कारण का पता लगाना काफी आसान होता है। डॉक्टर यह जानने की कोशिश करेंगे कि यह संक्रमण, घाव, एंट्रोपियन या एक्ट्रोपियन में से किसके कारण हो रहा है।

कुछ मामलों में मरीज को "ऑफ्थेल्मोलोजिस्ट" (Ophthalmologist: नेत्र विशेषज्ञ) डॉक्टर के पास भेजा जा सकता है। वह आंखों की जांच संभवत: अनेस्थेटिक (बेहोश करने वाली दवा) देकर करते हैं।

यह देखने के लिए कि वे अवरुद्ध हैं या नहीं आंख के अंदर संकीर्ण "ड्रेनेज चैनल" के अंदर एक प्रोब डाला जा सकता है।

मरीज की अश्रु नलिकाओं में एक विशेष द्रव डाला जा सकता है यह देखने के लिए कि यह नाक के अंदर से निकलता है या नहीं। यदि अश्रु नलिका अवरुद्ध मिलती है, तो उसकी ब्लॉकेज की सटीक जगह पता लगाने के लिए उसमें एक विशेष प्रकार की डाई डाली जाती है। डाई डालने के बाद उस जगह का एक्स रे किया जाता है, एक्स-रे की तस्वीर में डाई की लॉकेशन का पता लगाया जाता है।

(और पढ़ें - आंख आने के घरेलू उपाय)

आंखों से पानी आने का इलाज - Watery Eyes Treatment in Hindi

आंख में पानी आने का इलाज कैसे किया जाता है?

इसका इलाज समस्या के कारण और लक्षणों की गंभीरता के आधार पर किया जाता है।

अगर मामला ज्यादा गंभीर न हो, तो उपचार की जरूरत नहीं पड़ती। लेकिन डॉक्टर आप पर निगरानी जरूर रखना चाहेंगें।

आँखों से पानी आने के कई ऐसे कारण होते हैं जिनका इलाज बहुत ही आसान होता है। इनको ठीक करने से आँखों से पानी आने की समस्या भी ठीक हो जाती है। उदाहरण के तौर पर:

  • पलकों के बाल जो परेशान कर रहे हों, उन्हें हटाना
  • आई ड्रॉप दवाओं से कंजक्टिवाइटिस का इलाज करना
  • आंख के अंदर जमा कचरे आदि को निकालना

(और पढ़ें - आँखों की थकान कैसे दूर करे)

आंख में पानी आने के अलग कारणों के कुछ विशिष्ट उपचार हो सकते हैं, जैसे:

  • जलन – यदि आंख आना या कंजक्टिवाइटिस के कारण आंख में अधिक पानी आ रहा है, तो डॉक्टर पहले एक हफ्ते तक इन्तजार करेंगे ताकि यह देखा जाए कि समस्या बिना एंटीबायोटिक के ठीक हो रही है या नहीं।
  • एलर्जी – यदि आपकी आंखों में खुजली या जलन हो रही है, तो आंख में अधिक पानी आने का कारण एलर्जी हो सकती है। ऐसे मामलों के लिए डॉक्टर कुछ एंटी-एलर्जी दवाएं लिखते हैं।
  • ट्राइकियासिस (Trichiasis) – पलकों के बालों का अंदर की तरफ उगना या कोई बाहरी वस्तु आंख के अंदर घुस जाना। इनको डॉक्टर हटा देते हैं।
  • एक्ट्रोपियन – इसमें पलके बाहर की तरफ झुक जाती हैं। इसमें मरीज को सर्जरी करवानी पड़ सकती है, सर्जरी की मदद से पलकों को थाम कर रखने वाले टेंडन को कम दिया जाता है।
  • अवरुद्ध अश्रु नलिकाएं – सर्जरी की मदद से अश्रु थैली में एक नया चैनल बनाया जा सकता है, जिससे पानी को नलिकाओं के अवरुद्ध हिस्से से बाई-पास करके निकाला जाता है।

(और पढ़ें - पलकों के फड़कने का इलाज)

यदि ड्रेनेज के चैनल संकुचित हैं और पूरी तरह से अवरुद्ध नहीं हैं तो डॉक्टर प्रोब की मदद से उन्हें चौड़ा करने की कोशिश करते हैं। जब चैनल पूरी तरह से ब्लॉक हो जाते हैं, तो ऑपरेशन की आवश्यकता पड़ती है।

घरेलू उपाय

कुछ मामलों में आंखो में पानी की समस्या का इलाज बिना डॉक्टर से संपर्क किए भी किया जा सकता है, यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं:

  • पढ़ने, टीवी देखने या कंप्यूटर का इस्तेमाल करने से एक ब्रेक लेना
  • ऑवर-द-काउंटर आई ड्रॉप की मदद से आंखों में चिकनाई बनाए रखना
  • आंख में किसी प्रकार के अवरोध को खोलने के लिए हल्के गर्म और नम कपड़े से आंख को सेकना।

(और पढ़ें - मोतियाबिंद का इलाज)

आंखों से पानी आने की जटिलताएं - Watery Eyes Complications in Hindi

आंख में पानी आने की समस्या से क्या परेशानियां हो सकती हैं?

लंबे समय से चल रहे आंखों में पानी आने के मामलों के परिणामस्वरूप निम्न जटिलताएं हो सकती हैं:

(और पढ़ें - आँखों की रौशनी बढ़ाने के घरेलू उपाय)



संदर्भ

  1. MedlinePlus Medical Encyclopedia: US National Library of Medicine; Watery eyes.
  2. National Health Service [Internet]. UK; Watering eyes.
  3. Regents of the University of Michigan [Internet]; Penlight Exam.
  4. Cleveland Clinic. [Internet]. Cleveland, Ohio. Tear System.
  5. Nidirect [Internet]. Government of Northern Ireland; Watering eyes.

आंखों से पानी आना की ओटीसी दवा - OTC Medicines for Watery Eyes in Hindi

आंखों से पानी आना के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है।

दवा का नाम

कीमत

₹225.0

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