यूरिन इन्फेक्शन होना कोई गंभीर समस्या नहीं है। लेकिन महिलाओं को यह समस्या, पुरुषों की तुलना में ज्यादा होती है। हालांकि यूरिन इन्फेक्शन या यूटीआई उन लोगों के लिए चिंता का विषय हो सकती है, जिन्हें बार-बार यूटीआई की समस्या होती है। इस परेशानी से निपटने के लिए जरूरी है कि आप अपनी हाईजीन का पूरा ख्याल रखें। आपको बार-बार हो रहे यूटीआई के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं:

बैक्टीरिया की पहचान में देरी
यूटीआई की समस्या बार-बार इसलिए होती है, क्योंकि मरीज द्वारा बताई गई समस्या के आधार पर डाक्टर एक दवा देते हैं। जबकि यूटीआई पता करने के लिए किए गए टेस्ट के बाद इसके लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया के बारे में जानकर अन्य दवा देते हैं। इस तरह दवाओं को बार-बार बदलने से उसे सामंजस्य बैठाने में समय लगता है। इस बीच यूटीआई की समस्या फिर से हो जाती है।

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यूटीआई की दवा बंद कर देना
अगर यूटीआई का पूरा इलाज न किया जाए, तो भी यह समस्या लौट आती है। दरअसल कई बार देखा जाता है कि मरीज यूटीआई के लिए दवा ले रहा है। लेकिन जब उसे लगने लगता है कि उसकी समस्या ठीक हो गई है, तो वह दवा लेना बंद कर देता है। जबकि ऐसा करना सही नहीं है। दवा बंद करते ही फिर से यूटीआई इन्फेक्शन लौट आता है। यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि आपकी समस्या पूरी तरह ठीक हो गई है। इसलिए जब तक आपके डॉक्टर दवा बंद करने के लिए न कहे तब तक इसे बंद न करें। विशेषज्ञ कहते हैं कि डाॅक्टर की प्रिस्क्राइब दवा लेने के बावजूद कुछ लोगों में यूटीआई इंफेक्शन फिर से हो जाता है।

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सेक्सुअली एक्टिव होना
सेक्स के दौरान बैक्टीरिया फैलने का खतरा रहता है। यह समस्या केवल साथी के साथ संबंध बनाने से ही नहीं, बल्कि फिंगरिंग, सेक्स टॉय या किसी अन्य यौन क्रिया के चलते भी हो सकती है। डाक्टर सेक्सुअली एक्टिव महिलाओं को सेक्स संबंध स्थापित करने के पहले और करने के बाद कुछ एंटीबायोटिक प्रिस्क्राइब करते हैं ताकि उन्हें फिर से यूटीआई संक्रमण न हो। लेकिन रजोनिवृत्ति हो चुकी महिलाओं को डाक्टर वैजाइनल एस्ट्रोजन क्रीम देते हैं ताकि संक्रमण कम हो सके। इसके बावजूद अगर संक्रमण बना रहे, तो डाक्टर किडनी, मूत्राशय या मूत्र प्रणाली के परीक्षण के लिए कह सकते हैं। इसके अलावा अगर आप सेक्स के दौरान ऐसे किसी भी उपकरण का इस्तेमाल करते हैं, जिसमें बैक्टीरिया हो तो भी यूटीआई दोबारा होने का खतरा बढ़ सकता है।

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मल त्याग से जुड़ी आदतें
अगर आपको अक्सर कब्ज की समस्या बनी रहती है, जिस वजह से पेट पूरी तरह खाली नहीं हो पाता तो यह स्थिति भी यूटीआई के लिए जिम्मेदार है। दरअसल कब्ज होने की वजह से मूत्राशय पर दबाव बनता है, जिस वजह से पेट पूरी तरह खाली नहीं हो पाता। इसी तरह अगर आपको अक्सर दस्त रहते हैं, तब भी यूटीआई दोबारा होने की आशंका बढ़ जाती है। दस्त में सामान्य से कम पतला मल निकलता है जिसकी वजह से पेरिनिअम (गुदा और अंडकोष या योनिमुख के बीच का भाग) और मूत्र मार्ग में आसानी से मल के बैक्टीरिया फैल सकते हैं। इसलिए विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि कब्ज होने की स्थिति में हाई फाबइर डाइट और ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ का सेवन करें। इसके साथ ही ई कोलाई (एक प्रकार का बैक्टीरिया) को फैलने से रोकने के लिए गुप्तांगों की सफाई आगे से पीछे की ओर करें।

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कुल मिलाकर कहने की बात यही है कि अगर आपको बार-बार यूटीआई हो रहा है तो उसकी वजह को जानें। वजह जानने के बाद उसका इलाज करके आप इस समस्या से बच सकते हैं।

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