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कुछ खाद्य पदार्थ साइटिका के दर्द को कम करने में मदद करते हैं। वे इस प्रकार हैं :
यदि आप इस स्थिति से पीड़ित हैं, तो अदरक को अपने भोजन में शामिल करने से आपको काफी लाभ मिल सकता है। इस मसाले में मैंगनीज और विटामिन बी 3 अच्छी मात्रा में होते हैं जो एंटी इंफ्लेमेटरी प्रक्रिया में मदद करते हैं। अपनी चाय, अचार, करी या शहद के साथ कच्चे अदरक के रस के रूप में इस सुपरफूड को शामिल करना फायदेमंद साबित हो सकता है।
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ग्रीन टी फ्लेवोनोइड (एक प्रकार का मजबूत एंटीऑक्सीडेंट) का एक समृद्ध स्रोत है जो शरीर में सूजन को कम करने में मदद करता है, साथ ही फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करता है। कुछ साक्ष्य ये बताते हैं कि नियमित रूप से ग्रीन टी का सेवन करने से आपको पेरीफेरल सेंसेशन और दर्द को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है, जो इस बीमारी की बहुत आम समस्या है।
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क्रुसिफेरस सब्जियां कई महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं, जैसे कि बीटा कैरोटीन, ल्यूटिन, जेक्सैंथिन, विटामिन सी, ई और के, फोलेट आदि। क्रूसिफाइड सब्जियों की एक दैनिक खुराक शरीर में सूजन एवं इस रोग से संबंधित दर्द को कम करने के लिए मददगार साबित हो सकती है। दर्द को नियंत्रित करने और इस बीमारी की स्थिति में सुधार करने के लिए, अपने दैनिक आहार में मौसमी फूलगोभी, पत्ता गोभी, ब्रोकली, बोक चोय, मूली, शलजम आदि ले सकते हैं।
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प्याज में क्वेरसेटिन (एक मजबूत एंटीऑक्सीडेंट) की अच्छी मात्रा होती है, जो कि साइटिका के दर्द को कम करने में मदद करता है। एक अध्ययन कहता है, "क्वेरसेटिन का मानव स्वास्थ्य पर कई लाभकारी प्रभाव हैं, जैसे हृदय स्वास्थ्य संबंधी और एंटी इंफ्लेमेटरी प्रभाव।" इसलिए आपके दैनिक आहार में प्याज की नियमित मात्रा का सेवन करने से साइटिका के दर्द को कम करने में भी मदद मिल सकती है। इसे अपने सलाद, सूप या करी रूप में लेने की कोशिश करें।
यदि आप सांस में होने वाली बदबू (जो इस भोजन के साथ एक आम समस्या है) के बारे में असहज हैं और प्याज का सेवन नहीं करते, तो इस समस्या से बचने के लिए कच्चा प्याज लेने के बाद एक चम्मच सौंफ के बीज को शक्कर के साथ ले सकते हैं।
हल्दी में करक्यूमिन नामक एक तत्व होता है, जो एक सूजन-रोधी एजेंट के रूप में कार्य करता है, जो कुछ सूजन-उत्तेजक एंजाइमों के स्तर को कम करके साइटिका दर्द और सूजन से राहत दिलाने में मदद करता है। अपने दैनिक आहार में करक्यूमिन को लेने के लिए, हल्दी पाउडर को हल्दी वाला दूध के रूप में, अपनी सब्जियों, दाल या चाय आदि में ले सकते हैं।
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हरी पत्तेदार सब्जियां साइटिका के दर्द से लड़ने के लिए सभी आवश्यक पोषक तत्वों का एक अच्छा स्रोत हैं। हरी पत्तेदार सब्जियों में काफी अच्छी मात्रा में विटामिन ए, सी, K, बी9 आदि होते हैं। साइटिका के दर्द से पीड़ित व्यक्तियों के आहार में हरी पत्तेदार सब्जियों का एक हिस्सा अनिवार्य होना चाहिए। हरी पत्तेदार सब्जियां न सिर्फ साइटिका के दर्द से राहत पाने में मदद करती हैं बल्कि अन्य कई रोगों को जन्म देने वाले कारकों को भी नियंत्रित करती हैं जैसे वजन, रक्त में लिपिड और ब्लड ग्लूकोज का बढ़ना।
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यहां हमने साइटिका के दर्द के रोगी के लिए एक नमूने के रूप में डाइट प्लान साझा किया है। आप अपने दैनिक आहार के रूप में इस योजना का प्रयोग करके लाभ ले सकते हैं :
एक शोध अध्ययन से पता चला है कि शराब का सेवन करने वाले लोगों में इन्फ्लेमेंट्री मार्कर, सीआरपी का स्तर सामान्य की तुलना में बढ़ जाता है। जिन लोगों ने जितना अधिक शराब का सेवन किया, उनके सीआरपी स्तर में उतनी ही ज्यादा स्तर में वृद्धि देखी गई। ऐसे में शराब का सेवन करने से सूजन और साइटिका का दर्द बढ़ सकता है। इसलिए शराब का प्रयोग जल्द से जल्द बंद कर दें एवं इसकी जगह तलब होने पर अन्य पेय जैसे कि आम पन्ना, नींबू पानी आदि का प्रयोग करें।
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इन खाद्य विकल्पों में ट्रांस फैट, खराब गुणवत्ता वाले बीजों का तेल और सोडियम की उच्च मात्रा होती है जो शरीर में सूजन और पानी के संग्रहण को बढ़ा सकते हैं। यह इस बीमारी की स्थिति को और खराब कर सकते हैं। इसलिए सभी पैकेज्ड और प्रोसेस्ड फूड (जैम, जेली, रेडी-टू-ईट फूड, ब्रेकफास्ट सीरियल्स) से बचने की कोशिश करें और ताजा घर का बना भोजन लें।
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कई साक्ष्य ये बताते हैं कि बहुत अधिक चीनी एवं रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट खाने से शरीर में सूजन की समस्या बढ़ सकती है जो कि रोग की स्थिति एवं दर्द को बढ़ा सकती है, इसलिए सफेद चीनी, शहद, फलों का जूस, मैदा, मिठाई, कार्बोनेटेड या एनर्जी ड्रिंक, केक, पेस्ट्री, बिस्कुट आदि से बचने की कोशिश करें।
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पानी हमारे शरीर में हीलिंग प्रक्रिया सहित सभी आवश्यक कार्यों में एक आवश्यक भूमिका निभाता है। प्रति दिन कम से कम 2.5-3 लीटर (लगभग 10-12 गिलास) पानी पीने की कोशिश करें। आप अदरक के टुकड़े, पार्सले, नींबू के टुकड़े आदि को सादे पानी में डालकर डिटॉक्स वाटर आदि के रूप में भी ले सकते हैं।
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कब्ज की समस्या साइटिका के दर्द को बढ़ाने का कार्य करती है। इससे बचने के लिए फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ जैसे कि मोटे अनाज, साबुत फलियां, ताजी सब्जियां एवं फल, इसबगोल की भूसी आदि लेने की कोशिश करें।
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ओमेगा 3 फैटी एसिड को फाइटोन्यूट्रिएंट्स के रूप में भी जाना जाता है। यह शरीर में सूजन को कम करने और साइटिका के दर्द को कम करने के लिए जाना जाता है। ओमेगा -3 फैटी एसिड शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार करने के लिए भी जाना जाता है। कुल लाभ के लिए, अपने आहार में मछली को शामिल करें जैसे कि बांगड़ा, सुरमई, रावसा, हिलसा आदि। इन मछलियों को सप्ताह में 2-3 बार लें। यदि आप शाकाहारी हैं, तो अपने दैनिक आहार में अलसी के बीज, जैतून का तेल, कद्दू के बीज और अखरोट जैसे एंटी-इंफ्लेमेटरी खाद्य विकल्पों का चयन करें।
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विटामिन बी 12 को तंत्रिका स्वास्थ्य के लिए एक सहायक पोषक तत्व के रूप में जाना जाता है और विटामिन बी 12 की कमी होना आपके साइटिका के दर्द का कारण माना जाता है। विटामिन बी 12 से भरपूर खाद्य पदार्थों को खाने से आपको इस दर्द को कम करने और इस बीमारी की स्थिति को सुधारने में काफी हद तक मदद मिल सकती है। दूध और दूध से बने उत्पाद, खमीरयुक्त भोजन, मीट, अंडे आदि इस पोषक तत्व के अच्छे स्रोत हैं। उन्हें अपने नियमित आहार में शामिल करें।
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कई शोध कहते हैं, "मैग्नीशियम की नियमित खुराक विभिन्न न्यूरोलॉजिकल विकारों में सुधार लाने में मददगार साबित हो सकती है।" एक अध्ययन यह भी बताता है कि मैग्नीशियम युक्त आहार लेने से न्यूरोलॉजिकल फंक्शन रिकवरी में सुधार मिलने के साथ-साथ सायटिक तंत्रिका में लगी चोट को भी ठीक करने में मदद कर सकता है। इस पोषक तत्व को अपने आहार में शामिल करने के लिए पकी हुई काली बीन्स, छोले, टोफू, बादाम, काजू, अलसी, पालक, भिंडी, इमली आदि ले सकते हैं।
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