बेचैनी - Restlessness in Hindi

Dr. Nadheer K M (AIIMS)MBBS

July 21, 2018

April 21, 2023

बेचैनी
बेचैनी

बेचैनी क्या होती है?

बेचैनी स्थिर हो कर बैठने में असमर्थ होने की भावना, चिंतित महसूस करना, या ये महसूस करना कि कुछ होना या होने की आवश्यकता है। यह एक अंतर्निहित मनोवैज्ञानिक स्थिति का संकेत हो सकती है।

बेचैनी के प्रमुख कारणों में दवा का दुष्प्रभाव, सप्लीमेंट या कैफीन का उपयोग, मनोवैज्ञानिक विकार, तंत्रिका संबंधी स्थितियां, और अंतःस्रावी विकार (endocrine disorder) सम्मिलित हैं।

(और पढ़ें - कैफीन के नुक्सान)

बेचैनी किसी ऐसी चीज के प्रति शरीर की प्रतिक्रिया है, जो शारीरिक या मानसिक तनाव का कारण बन सकती है। जब आप बेचैन होते हैं, तो आपकी हृदय गति तेज हो जाती है, आपके सांस लेने में तेजी आती है और आप किसी भी चीज पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते हैं।

(और पढ़ें - ध्यान करने का तरीका)

नौकरी के लिए इंटरव्यू या बड़े फैसले लेने से पहले बेचैनी सामान्य है लेकिन निरंतर बेचैनी सामान्य नहीं है। निरंतर बेचैनी आपके शरीर को सतत रूप से अशांत स्थिति में रखती है। ये बेचैनी रात में और बढ़ जाती है जो कि दिमाग और शरीर के लिए और हानिकारक होती है।

बेचैनी आपके जीवन की गुणवत्ता पर एक बड़ा प्रभाव डालती है, जिससे दिन में नींद आती है, चिड़चिड़ापन और ध्यान केंद्रित करने में मुश्किल होती है।

बेचैनी के लक्षण - Restlessness Symptoms in Hindi

बेचैनी के लक्षण क्या हैं?

बेचैनी को अक्सर लगातार हिलने, मन को शांत रखने में असमर्थता, या दोनों के संयोजन की आवश्यकता महसूस करने के रूप में वर्णित किया जाता है।

(और पढ़ें - गुस्सा कैसे कम करें)

विशेष तौर पर, "मोटर रेस्टलेसनेस" (लगातार हिलते रहने की इच्छा) से ग्रसित लोग अक्सर अनुभव करते हैं कि जब भी वे हिल नहीं रहे होते हैं, तो उन्हें अपनी बाहों या पैरों में ऐंठन महसूस होती है। उन्हें ऑफिस में बैठने और घर पर आराम करने में भी कठिनाई हो सकती है। अन्य लोगों को मानसिक बेचैनी का अनुभव हो सकता है जिससे कार्यों को पूरा करने, समय का प्रबंधन करने और रात में सोने में कठिनाई होती है।

(और पढ़ें - नींद न आने के कारण)

बेचैनी के इन विशिष्ट विवरणों से भी परे, विभिन्न प्रकार के लक्षणों को बेचैनी से जोड़ा जा सकता है, जैसे कि:

  • अतिसक्रियता
  • कंपन
  • चिंता
  • बैठे या लेटे हुए बाहों या पैरों में अप्रिय सनसनी या ऐंठन
  • दिल का तेज धड़कना
  • व्याकुलता
  • पैर या हाथ को थपथपाना 
  • ध्यान केंद्रित करने,समय प्रबंधन और समय आयोजित करने में कठिनाई (और पढ़ें - क्रोध प्रबंधन क्या है)
  • अनिद्रा
  • आवेगशील होना
  • बार-बार ध्यान भंग होना

(और पढ़ें - मानसिक रोग दूर करने के उपाय)

डॉक्टर को कब देखाएं?

  • जब आपको लगता है कि आपका दिल तेज़ या अनियमित रूप से धड़क रहा है
  • आप लगातार कुछ मिनटों से अधिक सुन्न होने या सनसनी न होने का अनुभव करते हैं (और पढ़ें - साइटिका क्या है)
  • आपको सांस लेने में कठिनाई हो रही है
  • आप उलझन में हैं, देखने में कठिनाई हो रही है या श्रवण या दृश्य मतिभ्रम अनुभव कर रहे हैं
  • आप लंबे समय तक ध्यान केंद्रित करने में एक चिह्नित अक्षमता देखते हैं
  • आप अपने हाथ पैरों में झटकों का अनुभव करते हैं (और पढ़ें - नसों की कमजोरी क्या है)
  • आपकी बेचैनी नींद या काम करने में बाधा डाल रही है
  • आपको लगता है कि आपकी दवाओं में बदलाव से आपको रात में सोने में, बैठे रहने या ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई हो रही है। (और पढ़ें - सोने का सही तरीका क्या है)

(और पढ़ें - डिमेंशिया का उपचार)

myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Manamrit Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को तनाव, चिंता और अनिद्रा जैसी समस्याओं में सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।
Brahmi Tablets
₹899  ₹999  10% छूट
खरीदें

बेचैनी के कारण और जोखिम कारक - Restlessness Causes in Hindi

बेचैनी क्यों होती है?

बेचैनी के मुख्य कारण आमतौर पर शारीरिक स्थिति या मनोवैज्ञानिक विकार जैसी माध्यमिक स्थितियां होती हैं। मुख्य विकारों में निम्न स्थितियां सम्मिलित हैं:

  • चिंता और उससे संबंधित विकार जैसे आकस्मिक भय होना, ओसीडी (obsessive compulsive disorder) और यहां तक ​​कि पोस्ट-ट्रॉमा स्ट्रेस विकार भी बेचैनी पैदा कर सकते हैं।
  • घबराहट (और पढ़ें - घबराहट कम करने के तरीके)
  • अनिद्रा और अन्य नींद संबंधी विकार जैसे स्लीप एप्निया या रेस्टलेस लेग सिंड्रोम (restless legs syndrome)
  • रेस्टलेस लेग सिंड्रोम उन परिस्थितियों में से एक है जिनसे आप पीड़ित हो सकते हैं, यदि आप लगातार बेचैन रहते हैं। इस विकार से पीड़ित व्यक्ति लगातार अपने पैरों को हिलाते रहते हैं। यद्यपि यह स्थिति ज्यादातर अनुवांशिक है, आईबीएस (irritable bowel syndrome) सहित कुछ बीमारियां भी इसके होने का कारण बन सकती हैं। आईबीएस के मरीजों को इसके कारण अत्यधिक बेचैनी हो सकती है। आम तौर पर, रेस्टलेस लेग सिंड्रोम में, रोगी अपने पैरों को इसलिए हिलाते हैं क्योंकि वे पैरों में सिहरन या खिंचाव महसूस करते हैं, जो हिलाने पर कम हो जाती है।
  • बोरियत
  • एडीएचडी 
  • ड्रग्स-संबंधित व्यवहार - नशा करना, घातक दवा संयोजन या सिर्फ वो दवाएं जिनके दुष्प्रभाव बेचैनी का कारण बनते हैं
  • हाइपरथायरायडिज्म (Hyperthyroidism)

हो सकता है आप किसी भी समस्या से पीड़ित न हों, लेकिन कुछ अन्य कारकों के परिणामस्वरूप बेचैनी हो सकती है। रात में बहुत भारी भोजन करना या अत्यधिक मीठा खाने की वजह से "एड्रेनालाईन रश" (ज्यादा एड्रेनालाईन हार्मोन रिलीज होने से उत्तेजना महसूस करना) हो सकता है जिसके परिणामस्वरूप बेचैनी हो सकती है। खुद को सोने के समय बहुत उत्तेजित करना या बहुत परेशान होना भी आपको बेचैन बना सकता है।

(और पढ़ें - मीठे की लत कैसे छुड़ाएं)

अनिद्रा से छुटकारा पाने और अच्छी नींद के लिए Melatonin Sleep Support Tablets का उपयोग करें -
Sleeping Tablets
₹499  ₹549  9% छूट
खरीदें

बेचैनी से बचाव के उपाय - Prevention of Restlessness in Hindi

बेचैनी से कैसे बचें?

उपाय निम्नलिखित हैं :

  • यदि आप जानते हैं कि आपको बेचैनी होने का जोखिम है, तो परिष्कृत खाद्य पदार्थों का सेवन कम से कम रखें। ऐसे खाद्य पदार्थ लें जिनमें कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है और धीरे पचते हैं। (और पढ़ें - ओट्स के फायदे)
  • कैफीन का सेवन कम करने का प्रयास करें: प्रतिदिन कॉफी, चाय या कोल्ड ड्रिंक कम पीने पर विचार करें। अगर आपको सोने में कठिनाई हो रही है, तो दिन के एक निश्चित समय के बाद कैफीन न लें।
  • शराब या अन्य कृत्रिम उत्तेजकों से बचें (और पढ़ें - शराब छुड़ाने के उपाय)
  • रात को अच्छी नींद लेना आपके अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। रात के समय बेचैनी को रोकने और उसके इलाज से, आप सुबह-सुबह तरोताज़ा और आगे के दिन के लिए तैयार रह सकते हैं। (और पढ़ें - अच्छी नींद आने के उपाय)
  • आपको दिन में सोने और रात को बिस्तर पर जाने से पहले इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के उपयोग से बचना चाहिए, सोने व जागने का समय सेट करना चाहिए और नियमित व्यायाम करना चाहिए और प्राकृतिक प्रकाश के संपर्क में रहना चाहिए। (और पढ़ें - कार्डियो एक्सरसाइज कैसे करें)
  • डॉक्टर से पूछे बिना दवा लेना बंद या खुराक एडजस्ट न करें। यह संभव है कि आपकी दवा का दुष्प्रभाव बेचैनी पैदा कर रहा हो, लेकिन अपने डॉक्टर से संपर्क करें और कोई भी बदलाव करने से पहले उनकी सलाह मांगें। 

बेचैनी का परीक्षण - Diagnosis of Restlessness in Hindi

बेचैनी का परीक्षण कैसे होता है?

यदि आप उपरोक्त लक्षण देखते हैं, तो डॉक्टर आपकी जांच करेंगे और आपके चिकित्सा इतिहास के बारे में पूछेंगे। डॉक्टर अन्य बीमारियों (जिनकी वजह से लक्षण उतपन्न हो रहे हों) का पता लगाने के लिए परीक्षण कर सकते हैं।

डॉक्टर परीक्षण करते समय देखेंगे कि लक्षण कब से हैं और कितने तीव्र हैं। वे यह भी देखेंगे कि लक्षण आपको आपकी सामान्य गतिविधियों को पूरा करने से रोकते हैं या नहीं।

(और पढ़ें - बिलीरुबिन टेस्ट क्या है)

रक्त परीक्षण में निम्न सम्मिलित हो सकते हैं:

अगर डॉक्टर को आप के लक्षणों के लिए कोई चिकित्सकीय कारण नहीं मिलता है, तो वह आपको मनोचिकित्सक, मनोवैज्ञानिक, या किसी अन्य मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ को रेफर कर सकते हैं।

बेचैनी का इलाज - Restlessness Treatment in Hindi

बेचैनी का इलाज क्या है?

डॉक्टर द्वारा अनुशंसित उपचार आपकी बेचैनी के कारण पर निर्भर करता है।

तनाव

  • तनाव के कारण हुई बेचैनी से छुटकारा दिलाने के लिए, डॉक्टर विभिन्न प्रकार की विश्राम तकनीकों के लिए कह सकते हैं, जिसमें गहरी सांस लेने का व्यायाम, योग या अन्य ध्यान अभ्यास सम्मिलित हो सकते हैं। गहरी सांस लेना और मैडिटेशन आपको शांति व स्थिरता अनुभव करने में मदद कर सकते हैं। (और पढ़ें - प्राणायाम कैसे करें)
  • व्यायाम करें या ऐसी गतिविधियों में भाग लें जिनमें आपको आनंद आता है। इनसे तनाव और चिंता कम होती हैं, दिमाग तेज होता है और ध्यान में भी सुधार होता है। अपने लक्षणों में सुधार करने के लिए, नियमित रूप से व्यायाम करने का प्रयास करें। (और पढ़ें - खुश रहने के आसान तरीके)
  • यदि ये भी आपको राहत प्रदान करने में विफल रहता है तो डॉक्टर आपको किसी मनोचिकित्सक के पास भेज सकते हैं। (और पढ़ें - टेंशन क्यों होती है)
  • जो आपको तनाव देती हैं आपको उन चीज़ों के साथ संपर्क सीमित करने के लिए कदम उठाने चाहिए। उदाहरण के लिए, यदि आप काम या पढ़ाई का दबाव महसूस कर रहे हैं, तो अपने पर्यवेक्षक या शिक्षक से चर्चा करें। (और पढ़ें - तनाव के लिए योग)

मानसिक रोग

  • यदि आप चिंता या मनोदशा विकार से ग्रस्त हैं, तो डॉक्टर दवाओं, टॉक थेरेपी (मनोचिकित्सा) या दोनों के संयोजन से उपचार के लिए कह सकते हैं। थेरेपी सत्र के दौरान, आप अपने लक्षणों पर चर्चा करेंगे और उनसे निपटने के उपाय खोजेंगे। (और पढ़ें - चिंता दूर करने के उपाय)

हार्मोनल असंतुलन

  • यदि आपको ऐसी स्थिति का पता चला है जो आपके हार्मोनल संतुलन को प्रभावित कर रही है, तो डॉक्टर इसके इलाज करने के लिए हार्मोन प्रतिस्थापन थेरेपी या अन्य दवाएं निर्धारित कर सकते हैं। वे आपको एक हार्मोन विशेषज्ञ (एंडोक्राइनोलॉजिस्ट) को भी रेफर कर सकते हैं। (और पढ़ें - हार्मोनल असंतुलन क्या है)


संदर्भ

  1. Hire, J. N. (1978). Anxiety and Caffeine. Sage Publishing; Psychological Reports, 42(3), 833–834. Vol. 42 Issue 3.
  2. Van Vracem M et al. Nighttime restlessness in people with dementia in residential care: an explorative field study.. Tijdschr Gerontol Geriatr. 2016 Apr;47(2):78-85. PMID: 26886877
  3. Regier NG,Gitlin LN. Towards defining restlessness in individuals with dementia. Aging Ment Health. 2017 May;21(5):543-552. PMID: 26743166
  4. Healthdirect Australia. Feeling restless. Australian government: Department of Health
  5. National Institutes of Health; [Internet]. U.S. National Library of Medicine. Treatment of Patients Suffering From Nervous Restlessness.

बेचैनी की ओटीसी दवा - OTC Medicines for Restlessness in Hindi

बेचैनी के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है।

सम्बंधित लेख