गर्दन की गतिशीलता और संरचना को बनाये रखने के लिए ज़रूरी है कि इसके कार्य और मूवमेंट करने की स्थिति को स्वस्थ रखें। जब हमारी गर्दन में दर्द होता है तो इसे कही भी घुमा पाना बेहद मुश्किल होता है और ये किसी भी कार्य को करने में रुकावटें पैदा करती है क्योंकि हमारा सारा ध्यान वही घूमता रहता है।

गर्दन, कंधों और आसपास की मांसपेशियों में दर्द सामान्य या गंभीर होता है। इससे सिर में दर्द, सुन्नता, कठोरता, अकड़ जाना, झुनझुनी, कुछ भी निगलने में दर्द होना और सूजन आदि जैसी समस्याएं हो सकती हैं। गर्दन में दर्द कई कारणों से होता है। सबसे मुख्य कारण है गलत अवस्था के कारण मांसपेशियों में तनाव और खिचाव आना, बिना ब्रेक लिए घंटों तक काम करते रहना, सोते समय गर्दन की अवस्था गलत हो जाना और व्यायाम के समय गर्दन में मोच आ जाना आदि शामिल हैं।

अन्य कारण जैसे पोषक तत्वों की कमी, गर्दन की चोट, सर्विकल स्पोंडिलोसिस आदि शामिल हैं। कही कही मामलों में ये समस्या स्पाइन के संक्रमित होने के कारण और स्पाइन में कैंसर होने की वजह से भी होती है। ज़्यादातर समय में गर्दन में दर्द कोई गंभीर समस्या नहीं होती इसे घरेलू उपायों के इस्तेमाल से भी ठीक किया जा सकता है।   

तो आज हम आपको कुछ घरेलू उपाय बताने वाले हैं जिनके इस्तेमाल से आप गर्दन के दर्द की शिकायत नहीं करेंगे।

  1. गर्दन दर्द से राहत दिलाता है बर्फ - Ice pack good for neck pain in hindi
  2. गर्दन दर्द दूर करने का उपाय है हाइड्रोथेरेपी - Gardan ke dard ka upay karan hydrotherapy se in hindi
  3. गर्दन दर्द के नुस्खे के लिए करें सेंधा नमक का उपयोग - Gardan me dard ke gharelu upay hai sendha namak in hindi
  4. सेब का सिरका है गर्दन दर्द का उपाय - Apple cider vinegar good for neck pain in hindi
  5. गर्दन की नसों में दर्द के लिए करें व्यायाम - Exercises to help relieve neck pain in hindi
  6. गर्दन के दर्द के घरेलू नुस्खे में करें लैवेंडर तेल का उपयोग - Gardan dard ka upay hai lavender oil in hindi
  7. गर्दन में दर्द का आयुर्वेदिक उपाय है शीरा - Blackstrap molasses reduce neck pain in hindi
  8. गर्दन के पीछे का दर्द दूर करें हल्दी से - Gardan dard se chutkara dilata hai haldi in hindi
  9. गर्दन में दर्द होने पर करें अदरक का उपयोग - Ginger good for neck pain in hindi
  10. गर्दन के दर्द से छुटकारा पाने का नुस्खा है लाल मिर्च - Gardan dard ka gharelu upay hai lal mirch in hindi
  11. गर्दन दर्द से बचने के अन्य तरीके - Tips for neck pain in hindi

गर्दन के दर्द के लिए बर्फ सबसे सरल उपाय है। ठंडा ताप गर्दन की सूजन और दर्द से राहत दिलाने में मदद करेगा।

बर्फ का कैसे करें इस्तेमाल

  1. सबसे पहले एक तौलिए पर क्रश किये हुए बर्फ रख दें।
  2. अब तौलिए को लपेट लें।
  3. अब इस तौलिये को अपनी गर्दन पर लगाएं और 15 मिनट से ज़्यादा लगाकर न रखें।
  4. इस प्रक्रिया को एक दिन तक हर दो या तीन घंटे बाद दोहराते रहें।

नोट - अपनी त्वचा पर सीधे बर्फ का इस्तेमाल न करें।

myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को सेक्स समस्याओं के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।
Long Time Capsule
₹719  ₹799  10% छूट
खरीदें

गर्दन के दर्द के लिए हाइड्रोथेरेपी एक और प्रभावी उपाय है। इसका उपयोग आसानी से नहाते समय किया जा सकता है। पानी का तेज़ बहाव आपके सीधा गर्दन पर पड़ने से दर्द और सूजन को कम करें में मदद मिलेगी।

हाइड्रोथेरेपी का इस्तेमाल कैसे करें

  1. शावर से सीधा गर्म पानी का इस्तेमाल करें और उसका तेज़ बहाव अपनी गर्दन पर तीन से चार मिनट के घुमाकर रखें।
  2. गर्म के बाद अब ठंडे पानी का इस्तेमाल अपनी गर्दन पर उसी तरह 30 से 60 सेकंड तक करें।
  3. इसका जब तक चाहे तब तक आप कर सकते हैं।
  4. गर्म पानी आपके रक्त परिसंचरण को बढ़ाएगा और ठंडा पानी सूजन को दूर करने में मदद करेगा।

नोट - जब आप शावर के नीचे हो तो ध्यान रहे अपनी गर्दन इधर उधर न हिलाएं उसे एकदम सीधी रखें।

सेंधा नमक मांसपेशियों का तनाव, खिचाव और दर्द को दूर करता है। सेंधा नमक में मौजूद मैग्नीशियम सल्फेट प्राकृतिक रूप से मांसपेशियों को आराम पहुंचाता है जिससे दर्द और सूजन कम होती है।

सेंधा नमक का इस्तेमाल कैसे करें

  1. गर्म पानी के टब में एक या दो कप सेंधा नमक मिलाएं।
  2. अब उसमे 15 से 20 मिनट तक बैठे रहें। ध्यान रहे गर्दन पर उस पानी का इस्तेमाल ज़रूर होना चाहिए।
  3. जब तक आपको आराम नहीं आजाता इस प्रक्रिया को रोज़ाना करें। 

(और पढ़ें - सेंधा नमक के फायदे और नुकसान)

नोट - इस उपाय को न करें अगर आपको ह्रदय से संबंधित बिमारी है, उच्च रक्तचाप है या शुगर (मधुमेह) है।

सेब के सिरके में सूजनरोधी और एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं जो दर्द या सूजन को कम करने में मदद करते हैं। इसके साथ ही इसमें कई पोषक तत्व भी मौजूद होते हैं जो दर्द से राहत दिलाते हैं।

सेब के सिरके को इस्तेमाल करें के दो तरीके -

पहला तरीका

  1. एक रुमाल को सेब के सिरके में डाल लें और कसकर निचोड़ने के बाद अपनी गर्दन पर लगाएं।
  2. कुछ घंटे तक इसे ऐसे ही रखकर छोड़ दें।
  3. इस प्रक्रिया को रोज़ाना पूरे दिन में दो बार करें।

दूसरा तरीका -

  1. इसके आलावा आप बाथ टब में दो कप सेब के सिरके को मिला दें।
  2. अब उसमे 15 मिनट के लिए बैठ जाएँ।
  3. ध्यान रहे आपकी गर्दन पर उस मिश्रण का इस्तेमाल हो।
  4. इस प्रक्रिया को रोज़ाना ज़रूर करें।

(और पढ़ें - सेब के सिरके के फायदे

myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Kesh Art Hair Oil बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने 1 लाख से अधिक लोगों को बालों से जुड़ी कई समस्याओं (बालों का झड़ना, सफेद बाल और डैंड्रफ) के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।
Bhringraj Hair Oil
₹425  ₹850  50% छूट
खरीदें

गर्दन को दर्द से राहत दिलाने के लिए कई प्रकार के व्यायाम हैं। व्यायाम से गर्दन की मांसपेशियों को मजबूती और स्थिरता मिलेगी। इसके साथ ही कमर के ऊपरी हिस्से को भी आराम मिलेगा। इसके अलावा ये तनाव को दूर करने में भी मदद करेगा। दो तरह के व्यायाम आपको दर्द में आराम पहुंचाएगा और उसका इलाज भी करेंगे।

व्यायाम कैसे करें

  1. धीरे धीरे अपनी गर्दन को घुमाएं। अपनी गर्दन को घडी की तरह गोल गोल धीरे धीरे घुमाना शुरू करें। इससे आपको शुरुआत में थोड़ा दर्द होगा लेकिन इससे आपकी मांसपेशियां खुलेंगी और इसका इलाज करने में भी मदद मिलेगी।
  2. इसके अलावा आप गर्दन को आगे पीछे, दाए बाएं भी धीरे धीरे घुमा सकते हैं।

प्रत्येक सत्र को पांच बार करें की कोशिश करें। तीन सत्र रोज़ाना करें। अगर आपके ये व्यायाम करने में बेहद दर्द होता है है तो व्यायाम न करें और जल्द से जल्द अपने डॉक्टर को दिखाएं।

लैवेंडर तेल का उपयोग गर्दन के दर्द को दूर करने के लिए किया जाता है। ये मसाज थेरेपी के दौरान बेहद प्रभावी है। मसाज करने से आपकी मांसपेशियां खुलेगी और आपको सोने में भी किसी भी तरह की दिक्कत नहीं होगी।

लैवेंडर तेल का इस्तेमाल कैसे करें -

  1. सबसे पहले गर्म पानी से नहाएं जिससे आपकी गर्दन की नसों को आराम मिले।
  2. अब कुछ मात्रा में लैवेंडर के तेल को अपनी गर्दन और कंधों में रगड़ें।
  3. प्रभावित क्षेत्र पर 10 मिनट के लिए थोड़ा दबाव के साथ मालिश करें।

(और पढ़ें - लैवेंडर के तेल के फायदे)

नोट - अगर आपकी गर्दन में मसाज करते समय दर्द होता है तो मसाज न करें।

अगर आपके गर्दन में दर्द पोषक तत्वों की कमी से होता है, खासकर कैल्शियम और पोटेशियम की कमी से तो शीरा इसके लिए बेहद प्रभावी घरेलू उपाय है। इसमें कैल्शियम और पोटैशियम की मात्रा काफी अधिक होती हैं जो कि मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों को मजबूत बनाने के लिए बेहद लाभदायक है।

शीरा का इस्तेमाल कैसे करें -

  1. एक ग्लास गर्म पानी में शीरा को मिलाएं।
  2. अब इस मिश्रण को पी जाएँ।
  3. दर्द स राहत पाने के लिए पूरे दिन में इस मिश्रण का इस्तेमाल दो बार ज़रूर करें।
myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas Energy & Power Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को शारीरिक व यौन कमजोरी और थकान जैसी समस्या के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।
Power Capsule For Men
₹719  ₹799  10% छूट
खरीदें

आप गर्दन के दर्द का इलाज करने के लिए हल्दी का भी उपयोग कर सकते हैं। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन एक बेहद महत्वपूर्ण फाइटोकैमिकल है जो सूजनरोधी की तरह काम करता है और दर्द से राहत दिलाता है। इसके साथ ही हल्दी रक्त परिसंचरण को सुधारता है।

हल्दी का इस्तेमाल कैसे करें -

  1. एक ग्लास दूध में एक चम्मच हल्दी को मिलाएं।
  2. पांच मिनट के लिए इस मिश्रण को उबलने के लिए रख दें।
  3. अब गैस पर से इसे हटा दें और इसमें शहद मिलाकर ठंडा होने के लिए रख दें।
  4. फिर इस मिश्रण को पी जाएँ।
  5. इस मिश्रण का इस्तेमाल पूरे दिन में दो बार ज़रूर करें।

(और पढ़ें - हल्दी के फायदे

अदरक एक प्राकृतिक सूजनरोधी है जो प्रभावित क्षेत्रों में संचलन और रक्त प्रवाह को बेहतर बनाता है। इसकी मदद से दर्द और सूजन को कम करने में मदद मिलती है।

अदरक का इस्तेमाल तीन तरीकों से करें

पहला तरीका

  1. अदरक को छोटे छोटे टुकड़ों में सबसे पहले कांट लें।
  2. अब 10 मिनट के लिए दो कप पानी में अदरक के टुकड़ों को डालकर उबलने के लिए रख दें।
  3. अब इसे छान लें फिर इसमें शहद मिलाएं और इस चाय को गर्म गर्म पी जाएँ।
  4. आप इस चाय को कुछ दिनों तक पूरे दिन में तीन कप तक पी सकते हैं।

(और पढ़ें - अदरक की चाय के फायदे)

दूसरा तरीका

  1. इसके अलावा एक या आधा चम्मच अदरक के पाउडर को एक ग्लास पानी में मिलाएं और पी जाएँ।
  2. इस मिश्रण को पूरे दिन में तीन बार कुछ दिनों तक ज़रूर पियें।

तीसरा तरीका

  1. आप इसके अलावा अदरक का कंप्रेस भी बना सकते हैं।
  2. एक कपडे में तीन चम्मच कसे अदरक को रख दें।
  3. अब इस कपडे को बांधकर गर्म पानी में 30 सेकंड के लिए डालकर रखें।
  4. ठंडा हो जाने के बाद इसे अपने प्रभावित क्षेत्रों पर 15 से 20 मिनट तक लगाकर रखें।
  5. इस प्रक्रिया को तब तक करें जब तक दर्द चला नहीं जाता।

(और पढ़ें - अदरक के फायदे

लाल मिर्च में कैप्साइसिन होता है जिसमे एनाल्जेसिक साथ ही सूजनरोधी गुण मौजूद होते हैं जो गर्दन के दर्द से छुटकार दिलाने में मदद करते हैं।

लाल मिर्च का इस्तेमाल कैसे करें -

  1. एक चम्मच लाल मिर्च और दो चम्मच जैतून के तेल को एक साथ मिला लें।
  2. अब इस मिश्रण को अपने प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं।
  3. जब तक दर्द नहीं चला जाता इस आसान से घरेलू उपाय का इस्तेमाल पूरे दिन में दो बार ज़रूर करें।
  4. गर्दन के दर्द से राहत पाने के लिए आप कैप्साइसिन जेल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
  5. इस क्रीम का इस्तेमाल कुछ दिनों तक करते रहें।

(और पढ़ें - लाल मिर्च के फायदे

  1. अपनी गर्दन की मांसपेशियों को आराम देने के लिए बिना तकिये के इस्तेमाल के लेटें।
  2. तनाव को कम करें क्योंकि यह मांसपेशियों में तनाव पैदा कर सकता है। (और पढ़ें - तनाव दूर करने के घरेलू उपाय)
  3. खुले और शांत जगह पर पेट से सांस लेने वाला व्यायाम करें। इसके अलावा मेडिटेशन और योग जैसी विश्राम तकनीकों का अभ्यास करें।
  4. अच्छे आसन का अभ्यास करें। सिर और रीढ़ की हड्डी को सीधा रखने की कोशिश करें।
  5. स्वस्थ वजन बनाए रखें।
  6. गर्दन और पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए नियमित रूप से स्विमिंग करें। (और पढ़ें - स्विमिंग के फायदे)
  7. काम करते समय हमेशा एक आरामदायक कुर्सी पर बैठें।
  8. अपने फोन को अपने कान पर रखें। कभी अपनी गर्दन और कंधे के बीच न रखें।
  9. एक आरामदायक गद्दे पर सोएं और सोते समय अपने सिर और रीढ़ की हड्डी में तालमेल बनाये रखें।
  10. धूम्रपान करना छोड़ दें क्योंकि यह इलाज में रुकावटें पैदा कर सकता है। (और पढें - धूम्रपान छोड़ने के घरेलू उपाय)
  11. जब तक आपकी गर्दन में दर्द चल रहा है तब तक ड्राइविंग करने से बचें।

अगर एक हफ्ते से अधिक समय तक गर्दन का दर्द रहता है और या इसकी वजह से अन्य लक्षण भी अगर देखने को मिलते हैं जैसे बुखार, ग्रंथि में सूजन, बाहों में दर्द, मतली या उल्टी आदि तो जल्द से जल्द अपने डॉक्टर को दिखाएं।

संदर्भ

  1. A Bayat at al. Skin scarring. BMJ. 2003 Jan 11; 326(7380): 88–92. PMID: 12521975
  2. Juliet M. Pullar et al, The Roles of Vitamin C in Skin Health. Nutrients. 2017 Aug; 9(8): 866. PMID: 28805671
  3. Dipen Khoosal, Ran D. Goldman. Vitamin E for treating children’s scars Does it help reduce scarring?. Can Fam Physician. 2006 Jul 10; 52(7): 855–856. PMID: 16893147
  4. Flavia Alvim Sant'anna Addor. Antioxidants in dermatology. An Bras Dermatol. 2017 May-Jun; 92(3): 356–362. PMID: 29186248
  5. Nico Smit et al. The Hunt for Natural Skin Whitening Agents. Int J Mol Sci. 2009 Dec; 10(12): 5326–5349. PMID: 20054473
  6. Jain SK, Khurdiya DS. Vitamin C enrichment of fruit juice based ready-to-serve beverages through blending of Indian gooseberry (Emblica officinalis Gaertn.) juice.. Plant Foods Hum Nutr. 2004 Spring;59(2):63-6. PMID: 15678753
  7. Tiejun Zhao. Anticancer Properties of Phyllanthus emblica (Indian Gooseberry). Oxid Med Cell Longev. 2015; 2015: 950890. PMID: 26180601
  8. Miriyala Sumitra et al. Emblica officinalis exerts wound healing action through up‐regulation of collagen and extracellular signal‐regulated kinases (ERK1/2). Volume17, Issue1 16 January 2009
  9. Oryan A. Topical Application of Aloe vera Accelerated Wound Healing, Modeling, and Remodeling: An Experimental Study.. Ann Plast Surg. 2016 Jan;77(1):37-46. PMID: 25003428
  10. Anjali Shroff. Oxidative Stress and Skin Fibrosis. Curr Pathobiol Rep. 2014; 2(4): 257–267. PMID: 25401052
  11. National Center for Complementary and Integrative Health [Internet]. Bethesda (MD): U.S. Department of Health and Human Services; Tea Tree Oil
  12. Pazyar N. A review of applications of tea tree oil in dermatology.. Int J Dermatol. 2013 Jul;52(7):784-90. PMID: 22998411
  13. Dermatology Research and Practice. Effectiveness of Onion Extract Gel on Surgical Scars in Asians. Volume 2012, Article ID 212945, 6 pages
  14. Clement D. Marshall et al. Cutaneous Scarring: Basic Science, Current Treatments, and Future Directions. Adv Wound Care (New Rochelle). 2018 Feb 1; 7(2): 29–45. PMID: 29392092
  15. Columbia University. Embarrassing scars — How can I get rid of them?. New York. [internet]
  16. G Mahmudi. The Impact of Turmeric Cream on Healing of Caesarean Scar. West Indian Med J. 2015 Sep; 64(4): 400–406. PMID: 26624595
  17. National Center for Complementary and Integrative Health [Internet]. Bethesda (MD): U.S. Department of Health and Human Services; Massage Therapy: What You Need To Know
  18. Jorge Luis Amorim. Anti-Inflammatory Properties and Chemical Characterization of the Essential Oils of Four Citrus Species. PLoS One. 2016; 11(4): e0153643. PMID: 27088973
  19. Ou MC. The effectiveness of essential oils for patients with neck pain: a randomized controlled study.. J Altern Complement Med. 2014 Oct;20(10):771-9. PMID: 25192562
  20. Gabriel Fernando Esteves Cardia. Effect of Lavender (Lavandula angustifolia) Essential Oil on Acute Inflammatory Response. Evid Based Complement Alternat Med. 2018; 2018: 1413940. PMID: 29743918
  21. Takaki. Anti-inflammatory and antinociceptive effects of Rosmarinus officinalis L. essential oil in experimental animal models.. J Med Food. 2008 Dec;11(4):741-6. doi: 10.1089/jmf.2007.0524. PMID: 19053868
  22. MedlinePlus Medical Encyclopedia: US National Library of Medicine; Neck pain
ऐप पर पढ़ें