महिला हो या पुरुष, हर किसी को लंबे, काले और घने बाल चाहिए. वहीं, तनाव, हार्मोनल बदलाव, जेनेटिक और शरीर में पोषक तत्वों की कमी की वजह से अधिकतर लोगों को बालों से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इसमें बालों का झड़ना या टूटना सबसे आम है. वैसे तो एक दिन में 50 से 100 बालों का झड़ना सामान्य माना जाता है, लेकिन अगर रोजाना 100 से अधिक बाल झड़ते हैं, तो यह गंजेपन की तरफ इशारा करता है. ऐसे में अगर किसी के बाल तेजी से झड़ रहे हैं, तो गंजापन शुरू होने से पहले ही अच्छी डाइट और बालों की देखभाल करने से गंजेपन को आने से पहले ही रोका जा सकता है.

आज इस लेख में आप गंजेपन को शुरू होने से पहले रोकने के तरीकों के बारे में विस्तार से जानेंगे -

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  1. गंजेपन को कैसे रोक सकते हैं?
  2. क्या बालों के झड़ने को रोका जा सकता है?
  3. सारांश
क्या गंजेपन को शुरू होने से पहले रोका जा सकता है? के डॉक्टर

अगर खराब खानपान, तनाव, हार्मोनल बदलाव या फिर बालों की सही केयर न कर पाने की वजह से बाल झड़ने शुरू होते हैं, तो इन स्थितियों में बालों का झड़ना और गंजेपन को रोका जा सकता है. वहीं, कुछ मामलों में बालों का झड़ना या फिर गंजापन जेनेटिक होता है. इस स्थिति में गंजेपन को रोकना थोड़ा मुश्किल हो सकता है. इस लिहाज से कहा जा सकता है कि गंजेपन को शुरू होने से पहले रोका जा सकता है या नहीं, यह बालों के झड़ने के कारणों पर निर्भर करता है. अगर सामान्य कारणों से बाल झड़ रहे हैं, तो निम्न तरीकों से गंजेपन को शुरू होने से पहले ही रोका सकता है -

हेयरस्टाइल बदलें

टाइट पोनीटेल या चोटी बालों के झड़ने का मुख्य कारण हो सकता है. ऐसे में गंजेपन को रोकने के लिए बालों को ढीला बांधें. हेयर रोलर्स व हेयर स्ट्रेनिंग आदि का इस्तेमाल करने से बचें. इसके साथ ही अगर आपके बाल पहले से ही पतले हैं, तो आपको स्मूदिंग, रिबॉन्डिंग जैसे हेयर ट्रीटमेंट लेने से भी बचना चाहिए, क्योंकि इन ट्रीटमेंट्स को लेने से हेयर फॉल बढ़ सकता है और गंजेपन का शिकार होना पड़ सकता है.

(और पढ़ें - किस विटामिन की कमी से बाल गिरते हैं)

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धूम्रपान न करें

धूम्रपान या निकोटिन न सिर्फ हमारी सेहत और त्वचा को प्रभावित करता है, बल्कि यह बालों के झड़ने का भी एक कारण बन सकता है. निकोटीन के सेवन से डीएचटी हार्मोन का स्तर प्रभावित हो सकता है और इससे बालों के रोम प्रभावित हो सकते हैं. एक अध्ययन के अनुसार, जो लोग धूम्रपान करते हैं, उनमें धूम्रपान न करने वाले लोगों की तुलना में एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया होने की संभावना अधिक होती है. इसलिए, अगर बालों का तेजी से झड़ना शुरू हो गया है, तो गंजेपन को रोकने के लिए धूम्रपान या अन्य नशीले पदार्थों का सेवन पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए.

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संतुलित डाइट लें

संतुलित डाइट हेल्थ, स्किन और बाल सभी के लिए जरूरी होती है. जो व्यक्ति संतुलित डाइट लेता है, उसकी हेल्थ अन्य लोगों की तुलना में काफी बेहतर मानी जाती है. शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने पर बालों का झड़ना शुरू हो सकता है. ऐसे में गंजेपन को शुरू होने से रोकने के लिए संतुलित डाइट लेना जरूरी होता है. बालों को झड़ने से रोकने के लिए अपनी डाइट में बायोटिन, आयरनप्रोटीन और जिंक समेत अन्य पोषक तत्वों को शामिल करना चाहिए. इससे बालों को पर्याप्त पोषण मिलेगा, बाल मजबूत बनेंगे और टूटने से बचेंगे.

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बालों व स्कैल्प की देखभाल

गंजेपन को रोकने के लिए बालों व स्कैल्प की देखभाल करना सबसे जरूरी होता है. इसके लिए बालों और स्कैल्प की नियमित रूप से मसाज करें. शैंपू और कंडीशनर का उपयोग भी करना चाहिए. बालों को झड़ने से रोकने के लिए अपने स्कैल्प को डैंड्रफ फ्री व इंफेक्शन फ्री रखें, ताकि बालों के रोम प्रभावित न हो और बालों का झड़ना रुक जाए.

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सभी लोगों में बालों के झड़ने या गंजेपन का कारण अलग-अलग होता है. ऐसे में बालों को झड़ने से रोका जा सकता है या नहीं, यह बालों के झड़ने के कारण पर ही निर्भर करता है -

  • अधिकतर लोगों में गंजेपन की समस्या आनुवंशिक होती है. इस प्रकार के बालों के झड़ने को एंड्रोजेनिक एलोपेसिया कहते हैं. जेनेटिक की वजह से होने वाले गंजेपन को रोका नहीं जा सकता है. सिर्फ इलाज के जरिए एंड्रोजेनिक एलोपेसिया के प्रभाव को कुछ कम किया जा सकता है.
  • एलोपेसिया अरेटा भी एक जेनेटिक बीमारी है, जो आमतौर पर पहली बार बचपन के दौरान दिखाई देती है. इसमें भी बालों का झड़ना शुरू होता है, जो गंजेपन तक पहुंच जाता है. एलोपेसिया अरेटा का इलाज संभव है और गंजेपन के बाद बाल दोबारा उग सकते हैं.
  • अगर बालों का झड़ना जेनेटिक कारणों की वजह से नहीं है, तो गंजेपन को काफी हद तक रोका जा सकता है. अगर तनाव, मेनोपॉजप्रेगनेंसी, धूम्रपान या किसी मेडिकल कंडीशन आदि की वजह से बाल झड़ने शुरू होते हैं, तो इस स्थिति में गंजेपन को रोका जा सकता है.

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अगर बाल काफी मात्रा में झड़ रहे हैं या स्कैल्प पर पैच नजर आने लगें, तो इस स्थिति में अच्छी लाइफस्टाइल फॉलो करने के साथ ही इलाज करवाने के बारे में भी सोचना चाहिए. अगर किसी व्यक्ति के बाल जेनेटिक की वजह से झड़ते हैं, तो इसे रोका नहीं जा सकता है. वहीं, अगर अन्य कारणों से बालों का झड़ना शुरू होता है, तो गंजेपन को रोका जा सकता है और बालों को दोबारा भी उगाया जा सकता है. अगर बालों का झड़ना शुरू हो रहा है, तो डॉक्टर से संपर्क करने की जरूरत होती है, ताकि इसके कारणों का पता लगाया जा सके और समय पर इलाज करवाया जा सके.

(और पढ़ें - बाल किन बीमारियों से झड़ते हैं)

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