मेनोपॉज यानी रजोनिवृत्ति ऐसी स्थिति है, जिसमें महिला के पीरियड्स हमेशा के लिए बंद हो जाते हैं. मूड में बदलाव, वजन बढ़ना, सोने में परेशानी होना और हॉट फ्लैशेज आदि मेनोपॉज के लक्षण हो सकते हैं. इस दौरान महिलाओं को कई तरह की शारीरिक और मानसिक बदलावों का सामना करना पड़ता है. यहां तक कि मेनोपॉज यौन स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है. जी हां, मेनोपॉज में महिलाओं के शरीर में कई हार्मोनल बदलाव होते हैं, जिसका असर यौन स्वास्थ्य पर भी पड़ता है. इसमें सेक्स के दौरान दर्द होना सबसे आम माना जाता है. इस स्थिति को डिस्परेयूनिया कहा जाता है.

आज इस लेख में आप मेनोपॉज में दर्दनाक सेक्स के कारणों और इलाज के बारे में विस्तार से जानेंगे -

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  1. मेनोपॉज में दर्दनाक सेक्स का कारण
  2. मेनोपॉज में दर्दनाक सेक्स का इलाज
  3. सारांश
मेनोपॉज में दर्दनाक सेक्स के कारण व इलाज के डॉक्टर

मेनोपॉज के दौरान और बाद में महिलाओं के शरीर में कई बदलाव आते हैं. इस स्थिति में महिलाओं को सेक्स करते हुए तेज दर्द हो सकता है. मेनोपॉज के दौरान दर्दनाक सेक्स का मुख्य कारण एस्ट्रोजन (सेक्स हार्मोन) के स्तर में कमी होना होता है. आइए, इन कारणों के बारे में विस्तार से जानते हैं -

एस्ट्रोजन का कम स्तर

एस्ट्रोजन हार्मोन सामान्य रूप से नैचुरल लुब्रिकेंट को रिलीज करता है. इसके साथ ही एस्ट्रोजन नई कोशिकाओं को विकसित करके वजाइना की परत को मोटा बनाने में मदद करता है. वहीं, जब कोई महिला मेनोपॉज में जाती है, तो उसका शरीर धीरे-धीरे एस्ट्रोजन का उत्पादन कम करने लगता है. ऐसे में एस्ट्रोजन के बिना योनि की परत पतली, सिकुड़ी हुई और ड्राई हो जाती है. योनि की लोच भी कम होने लगती है. जब योनि के अंदर के ऊतक पतले और ड्राई हो जाते हैं, तो सेक्स के दौरान तेज दर्द हो सकता है. 

इस स्थिति में सेक्स के दौरान जलन भी महसूस हो सकती है. इतना ही नहीं अगर मेनोपॉज में योनि का भीतरी हिस्सा अधिक पतला हो जाता है, तो यह सेक्स के दौरान फट भी सकता है और रक्तस्राव हो सकता है.

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एंट्री पेन

सेक्स के दौरान योनि के बाहरी भाग और शुरुआती अंदरुनी भाग में हो सकता है. ये दर्द मुख्य रूप से योनि में चोट लगने, जलन होने, संक्रमण होने या सूजन होने पर महसूस हो सकता है.

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डीप पेन

जब पेल्विस के अंदरुनी भाग में दर्द होता है, तो इसे डीप पेन कहते हैं. सेक्स के दौरान ये दर्द होने का मुख्य कारण पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीजएंडोमेट्रियोसिस, फाइब्रॉएड, इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोमकब्ज और पेल्विक फ्लोर डिसफंक्शन हो सकता है.

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मेनोपॉज में दर्दनाक सेक्स का इलाज करने के लिए सबसे पहले डॉक्टर दर्द के कारण का पता लगाते हैं. इसके बाद कारण के आधार पर ही इसका उपचार करते हैं. दर्दनाक संभोग के लिए सबसे आम उपचार एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ाना होता है. सेक्स को फिर से अधिक आरामदायक और आनंददायक बनाने के लिए कई उपचार उपलब्ध हैं -

लुब्रिकेंट

लुब्रिकेंट सेक्स के दौरान दर्द को रोकने में असरदार हो सकते हैं. लुब्रिकेंट लिक्विड या जेल दोनों रूप में आते हैं. यह योनि के ड्राईनेस को कम करने में मदद कर सकते हैं. लुब्रिकेंट फ्रिक्शन को कम करके दर्द को रोक सकते हैं. इसके लिए सेक्स से पहले महिला योनि और पुरुष लिंग पर लुब्रिकेंट लगा सकते हैं. 

अगर कोई महिला अभी प्रीमेनोपॉज में है या फिर पुरुष पार्टनर कंडोम का उपयोग कर रहा है, तो जेल बेस्ड लुब्रिकेंट अच्छा हो सकता है. ऑयल बेस्ड लुब्रिकेंट कंडोम को नुकसान पहुंचा सकते हैं और उसकी प्रभावशीलता को कम कर सकते हैं.

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योनि में एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ाना

एस्ट्रोजन का कम स्तर मेनोपॉज में दर्दनाक सेक्स का मुख्य कारण होता है. इसलिए अगर किसी को मेनोपॉज के दौरान सेक्स करते हुए दर्द हो रहा है, तो सबसे पहले एस्ट्रोजन के स्तर को बढ़ाना जरूरी होता है. 

एस्ट्रोजन को टेबलेट्स, क्रीम, रिंग और एस्ट्रिंग के माध्यम से बढ़ाया जा सकता है. एस्ट्रोजन योनि के ऊतकों को मोटा और लचीला बनाने में सुधार कर सकता है. साथ ही यह योनि में ब्लड फ्लो को भी बढ़ा सकता है. सेक्स के दौरान होने वाले दर्द को कम करने के लिए आप एस्ट्रोजन क्रीम को योनि पर हफ्ते में 2-3 बार लगा सकती हैं. 

इसके अलावा, योनि की रिंग या एस्ट्रिंग का भी इस्तेमाल किया जा सकता है. यह रिंग योनि में लगभग 3 महीने तक रह सकती है. एस्ट्रोजन टेबलेट्स को सप्ताह में दो बार उपयोग किया जा सकता है. इस टेबलेट को एप्लिकेटर या उंगली के मदद से योनि में रखा जा सकता है.

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एस्ट्रोजन की गोलियां लेना

जब एस्ट्रोजन क्रीम या इंसर्ट से दर्द में राहत नहीं मिलती है, तो डॉक्टर एस्ट्रोजन की गोलियां खाने की सलाह दे सकते हैं. इससे शरीर व योनि में एस्ट्रोजन की मात्रा बढ़ सकती है और सेक्स के दौरान होने वाले दर्द से राहत मिल सकती है. एस्ट्रोजन की गोलियां सिरदर्द, स्तनों में कोमलता, जी मिचलाना, वजन बढ़ना और कैंसर जैसे दुष्प्रभावों का कारण बन सकती हैं.

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ओस्पेमीफीन

मेनोपॉज के दौरान दर्दनाक सेक्स से राहत पाने के लिए ओस्पेमीफीन बेहतर गैर-हार्मोनल उपचार है. यह योनि की परत को मोटा करने के लिए एस्ट्रोजन की तरह काम करता है. अध्ययनों के अनुसार, ओस्पेमीफीन योनि में होने वाले रूखेपन और दर्द को कम करने में मदद कर सकता है. ओस्पेमीफीन गोली के रूप में आता है, जिसे आप दिन में एक बार ले सकते हैं. इसे हमेशा डॉक्टर की सलाह पर ही लेना चाहिए, क्योंकि यह रक्त के थक्कों और स्ट्रोक के जोखिम को बढ़ा सकता है.

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मॉइश्चराइजर

मॉइश्चराइजर भी सेक्स के दौरान दर्द को कम करने में मदद कर सकता है. इसका उपयोग योनि पर किया जा सकता है. यह योनि में प्रवेश करता है और इसका प्रभाव लंबे समय तक रहता है.

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मेनोपॉज के चलते महिला के शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं. इनमें से एक योनि का सूखापन है, जिसकी वजह से सेक्स के दौरान दर्द हो सकता है. दरअसल, मेनोपॉज में एस्ट्रोजन की कमी के कारण योनि की लाइनिंग पतली और सूखी हो जाती है और सेक्स करते हुए दर्द होने लगता है. ऐसे में लुब्रिकेंट्स, मॉइश्चराइजर और एस्ट्रोजन के विभिन्न रूप योनि के ड्राईनेस का इलाज कर सकते हैं. इन चीजों का इस्तेमाल करने से योनि मोटी और लोचदार बनती है, जिससे सेक्स के दौरान होने वाले दर्द से राहत मिल सकती है.

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