गर्मी के मौसम में महिलाओं और पुरुष दोनों को प्राइवेट पार्ट की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. प्राइवेट पार्ट में खुजली किसी को भी परेशान और चिड़चिड़ा बना सकती है. पुरुषों में यह खुजली और जलन ज्यादा देखने को मिलती है. यह समस्या सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज या एलर्जी का लक्षण भी हो सकती है. इसलिए, एक स्वस्थ जीवन के लिए हर उम्र के पुरुष को इसके बारे में जानकारी होना जरूरी है. प्राइवेट पार्ट में खुजली यीस्ट इन्फेकशन या किसी स्किन प्रॉब्लम की वजह से हो सकती है. बेकिंग सोडा, ठंडी सिकाई आदि से इसका इलाज आसानी से किया जा सकता है.

आज इस लेख में हम पुरुषों के प्राइवेट पार्ट में खुजली के कारण व इलाज के बारे में जानेंगे -

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  1. पुरुषों के प्राइवेट पार्ट में खुजली के कारण
  2. सारांश
  3. पुरुषों के प्राइवेट पार्ट में खुजली के घरेलू उपाय
  4. पुरुषों के प्राइवेट पार्ट में खुजली का इलाज
पुरुषों के प्राइवेट पार्ट में खुजली का इलाज के डॉक्टर

पुरुषों के प्राइवेट पार्ट में खुजली के कई कारण हो सकते हैं, जैसे, किसी सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज के कारण या शरीर की ठीक से साफ सफाई न करना आदि. आइए, पुरुषों के प्राइवेट पार्ट में खुजली के कारणों के बारे में विस्तार से जानते हैं -

एलर्जी

प्राइवेट पार्ट की स्किन कोमल और संवेदनशील होती है. ऐसे में कुछ चीजों के संपर्क में आने से एलर्जी हो सकती है, जैसे साबुन, परफ्यूम और कपड़े. एलर्जी के कारण त्वचा में सूखापनचकत्ते व दाने हो सकते हैं.

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हर्पीस

हर्पीस सिम्पलेक्स वायरस एक सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज है. यह वायरस कई सालों तक शरीर में रहने के बावजूद कोई हरकत नहीं करता. इसलिए, काफी समय तक इसके कोई लक्षण या प्रभाव नहीं दिखते हैं. अक्सर सबसे पहले लक्षण के रूप में प्राइवेट पार्ट में दर्द और खुजली होती है. इन्फेक्शन बढ़ने पर इससे खुजली के साथ-साथ फफोले भी हो सकते हैं.

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ह्यूमन पैपिलोमा वायरस

ह्यूमन पैपिलोमा वायरस एक सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज है. इस इंफेक्शन के कारण प्राइवेट पार्ट और आसपास की त्वचा के रंग से मिलते मस्से हो जाते हैं. इनमें खुजली होने के साथ-साथ खून भी आ सकता है.

प्राइवेट पार्ट के बाल

प्राइवेट पार्ट में बालों से स्किन रगड़ने पर खुजली व छाले हो सकते हैं. अक्सर बाल काटने के बाद छोटे बालों के नुकीले सिरे चुभने लगते हैं. इनसे भी परेशानी हो सकती है. साथ ही बहुत बड़े बाल हो जाने पर उसमें आने वाले पसीने की वजह से खुजली का सामना करना पड़ सकता है.

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स्कैबीज

सरकोप्टेस नामक छोटे-छोटे कीड़े स्किन की परत में दब जाते हैं. इससे होने वाली बीमारी को स्कैबीज कहते हैं. कुछ मामलों में ये कीड़े प्राइवेट पार्ट और आसपास की त्वचा में भी दब सकते हैं. इनके कारण बहुत खुजली होती है. स्किन को पास से देखकर इन कीड़ों की जांच जा सकती है, क्योंकि यह छोटे-छोटे छेद वाले निशान बनाते हैं.

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सोरायसिस

सोरायसिस एक गंभीर समस्या है, जिसमें स्किन सेल ज्यादा मात्रा में बढ़ने लगते हैं. ये सेल फिर स्किन पर एक नए परत की तरह दिखने लगते हैं. इस परत के कारण खुजली और लाल धब्बे होते हैं.

लाइकेन प्लेनस

लाइकेन प्लेनस से सिर्फ त्वचा ही नहीं, बल्कि बाल व नाखून भी प्रभावित होते हैं. यह मुख्य रूप से कोमल त्वचा, जैसे प्राइवेट पार्ट पर जल्दी फैलते हैं. इसमें स्किन पर खुजली होती है और दाने व फफोले भी बन जाते हैं.

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लाइकेन निटाइडस

स्किन के सेल में सूजन आने से शरीर के उस हिस्से पर दाने बन जाते हैं. ऐसा प्राइवेट पार्ट की स्किन पर भी हो सकता है. इस स्थिति को लाइकेन निटाइडस कहते हैं. यह दाने छोटे, कील जैसे और त्वचा के रंग के होते हैं.

यीस्ट इन्फेक्शन

प्राइवेट पार्ट को ठीक से साफ न करने से यीस्ट इन्फेक्शन हो जाता है. इसको कैंडिडिआसिस भी कहा जाता है. ज्यादातर यह पेनिस के ऊपरी हिस्से पर होता है. इसके होने पर स्किन के नीचे खुजली, जलन व दाने दिखाई देते हैं. इंफेक्शन बढ़ने पर इन दानों से पस भी निकल सकती है.

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प्राइवेट पार्ट में खुजली किसी को भी परेशान कर सकती है. ये खुजली प्राइवेट पार्ट में बालों से आने वाले पसीने से लेकर सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज तक से हो सकती है. खुजली से छुटकारा पाने के लिए ठंडी सिकाई, बेकिंग सोडा व सेब के सिरके की मदद ली जा सकती है. अगर इन उपायों के बाद भी आराम नहीं मिलता है या खुजली के साथ जलन भी महसूस होती है, तो डॉक्टर से तुरंत सलाह लेनी चाहिए. कई लोग प्राइवेट पार्ट के बारे में डॉक्टर से परामर्श करने से हिचकते है, लेकिन सही समय पर सही जांच होना और इलाज मिलना जरूरी है.

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शरीर के सबसे संवदेनशील में खुजली होने पर निम्न प्रकार के घरेलू नुस्खे भी कारगर साबित हो सकते हैं -

बेकिंग सोडा

यीस्ट इन्फेक्शन से छुटकारा दिलाने में बेकिंग सोडा लाभदायक साबित होता है. इसके लिए 1 कप बेकिंग सोडे को गुनगुने पानी में मिक्स करके पेस्ट बना लें. यह पेस्ट प्रभावित स्किन पर लगाकर सूखने दें और फिर धो दें.

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सेब का सिरका

सोरायसिस से होने वाली खुजली और जलन को रोकने में सेब का सिरका कारगर साबित होता है. इसके लिए बराबर मात्रा में पानी और सेब के सिरके को मिलाएं. तैयार मिश्रण को सूजन वाली जगह पर लगाकर सूखने दें. उसके बाद उसको पानी से धो लें. बस ध्यान रखें कि यदि त्वचा पर किसी तरह की चोट या खरोंच हो, तो ये उपाय न करें. इससे त्वचा जल सकती है.

ठंडी सिकाई

खुजली होने पर ठंडे पानी में कपड़े को गीला करके 5-10 मिनट तक खुजली वाले क्षेत्र पर लगाएं. इसके अलावा, तौलिये में बर्फ को रखकर भी ठंडी सिकाई की जा सकती है. ध्यान रखें की बर्फ को सीधा त्वचा पर न लगाएं. यह नुस्खा एलर्जी, प्राइवेट पार्ट के बालों और प्राइवेट पार्ट में सूजन के कारण होने वाली खुजली से राहत दिलाता है.

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प्राइवेट पार्ट में खुजली होने पर सही उपचार करना जरूरी है. अल्ट्रावायलेट फोटोथेरेपी व एंटी-इच इमोलिएंट क्रीम के प्रयोग से इस खुजली से आराम मिलता है. आइए, प्राइवेट पार्ट में खुजली के इलाज के बारे में विस्तार से जानते हैं -

दवाइयां

बाजार में कुछ दवाइयां भी उपलब्ध हैं, जो खुजली से राहत दिलाने में मदद करती हैं. एंटी-बायोटिक व एंटी-फंगल दवा के साथ-साथ खुजली व त्वचा में सूजन को कम करने के लिए स्टेरॉयड क्रीम या एंटी-हिस्टामाइन दवाई भी प्राइवेट पार्ट में खुजली के उपचार में मदद कर सकती है.

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एंटी-इच इमोलिएंट क्रीम

स्किन में पानी की कमी हो जाने पर उसमें क्रैक पड़ने लगते हैं, जिसके चलते खुजली, जलन और रेडनेस हो जाती है. ऐसा पुरुषों के प्राइवेट पार्ट में भी हो सकता है. इस स्थिति को एक्जिमा कहा जाता है. एंटी-इच इमोलिएंट स्किन को हाइड्रेट रखने का काम करते हैं, जिससे खुजली व जलन कम होती है. एक्वाफोर जैसी एंटी-इच इमोलिएंट क्रीम को सीधे प्राइवेट पार्ट पर लगाया जा सकता है.

अल्ट्रावायलेट फोटोथेरेपी

इस उपचार को मुख्य रूप से सोरायसिस के कारण होने वाली खुजली व जलन के लिए प्रयोग किया जाता है. इस फोटोथेरेपी के प्रयोग से सोरायसिस में तेजी से बढ़ रहे स्किन सेल को कुछ हद तक रोका जा सकता है. यह उपचार आमतौर पर बिना दर्द का होता है.

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