कोको बीन्स की सबसे अधिक खेती अमेज़न क्षेत्र में की जाती है। यह मध्य और दक्षिण अमेरिका की एक महत्वपूर्ण फसल मानी जाती है। कोको पाउडर का उपयोग उच्च रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल, मोटापा, कब्ज, मधुमेह, अस्थमा, कैंसर, क्रोनिक थकान और विभिन्न न्यूरॉइडजनरेटिव रोगों में लाभकारी होता है। यह घाव को जल्दी भरने और त्वचा की देखभाल के साथ ही साथ हृदय स्वास्थ्य और मस्तिष्क स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करती है। यह तांबे की कमी के उपचार में भी मदद करती है। इसमें मूड को अच्छा करने के गुण होते हैं।

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  1. कोको पाउडर के फायदे - Cocoa Powder Benefits in Hindi
  2. कोको पाउडर बनाने की विधि - How to Make Cocoa Powder in Hindi
  3. कोको पाउडर के नुकसान - Cocoa Side Effects in Hindi

कोको लोहे, मैग्नीशियम, कैल्शियम, फास्फोरस, तांबा और मैंगनीज जैसे खनिजों में परिपूर्ण होता है। यह शरीर को कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और आहार फाइबर प्रदान करता है। यह सेलेनियम, पोटेशियम और जिंक का भी एक अच्छा स्रोत होता है। इसके अलावा, इसमें कोलेस्ट्रॉल सामग्री लगभग न के बराबर होती है। कोको पाउडर में सूजन को कम करने, एंटी-ऑर्गेनिक, एंटी-कैसिनोजेनिक और एंटीऑक्सिडेंट के गुण होते हैं। इसलिए अगर आप अपने आप को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो आज से ही कोको पाउडर का सेवन शुरू कर दें।  तो आइये जानते हैं इससे होने वाले लाभों के बारे में -

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कोको पाउडर के लाभ दिमाग के लिए - Cocoa Benefits for Brain in Hindi

वैज्ञानिकों ने सुझाव दिया है कि मस्तिष्क को स्वस्थ बनाए रखने में कोको पाउडर सहायता कर सकता है। इसका स्मृति से जुड़े कार्यों पर बहुत ही अच्छा प्रभाव पड़ता है। निष्कर्षों के अनुसार, कोको से बने उत्पादों का सेवन मस्तिष्क में रक्त के प्रवाह को बढ़ाता है और इसके अलावा यह नाड़ी संबंधी (Vascular disorders) विकारों को ठीक करने के लिए भी जाना जाता है।

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कोको फॉर कोलेस्ट्रॉल - Cocoa for Cholesterol in Hindi

एक रिसर्च के अनुसार, कोको के ग्लूकोज और कोलेस्ट्रॉल के स्तर पर हाइपोग्लाइसेमिक और हाइपोकॉलएस्टेरेलमिक (Hypoglycemic and Hypocholesterolemic) प्रभाव पड़ते हैं। कोको से बने आहार का सेवन करने से ट्राइग्लिसराइड्स, एलडीएल कोलेस्ट्रॉल और ग्लूकोज के स्तर को कम करने में मदद मिल सकती है। इसके सेवन से स्वस्थ एचडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर में वृद्धि पाया गया है।

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डायबिटीज में फायदेमंद है कोको पाउडर - Cocoa Powder for Diabetes in Hindi

कोको का सेवन इंसुलिन प्रतिरोध और ग्लूकोज के चयापचय में सुधार के लिए प्रभावी होता है। यह शरीर में शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में सहायक होता है। यह मोतियाबिंद को बनने से रोकने में मदद करता है, जो कभी-कभी डायबिटीज के इलाज में बाधा बन सकती है। ऑक्सीडेटिव तनाव को बढ़ावा देने के द्वारा फ्री रैडिकल, डायबिटीज जटिलताओं को बढ़ाते हैं, जिससे कोशिकाओं और ऊतकों की क्षति होती है। 

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डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए myUpchar Ayurveda Madhurodh डायबिटीज टैबलेट आपके लिए सही चयन हैं। इन टैबलेट्स से रक्त शर्करा को संतुलित रखें और स्वस्थ जीवन का आनंद लें। ऑर्डर करें!

कोको पाउडर का सेवन करे अस्थमा के लिए - Cocoa for Asthma in Hindi

कोको बीन्स में कुछ ऐसे यौगिक होते हैं, जो ब्रोन्कियल एस्पैसम (Bronchial spasms) को आराम करने और संकुचित ब्रोन्कियल ट्यूब (Constricted bronchial tubes) को खोलने में सहायता करते हैं। इससे सांस लेने में आसानी होती है और इसके अलावा यह अस्थमा और सांस की तकलीफ सहित विभिन्न प्रकार की एलर्जी का इलाज करने में महत्वपूर्ण है। इसलिए इसका सेवन अस्थमा से राहत प्रदान करने में सहायता करता है।

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कोको पाउडर से मोटापा करें दूर - Cocoa for Obesity in Hindi

एक अध्ययन के अनुसार, उच्च वसा वाले आहार से होने वाले मोटापे को रोकने के लिए कोको पाउडर लाभकारी हो सकता है। इसका सेवन लिपिड चयापचय को कम करने और फैटी एसिड के संश्लेषण और परिवहन को कम करने में मदद करता है। इससे कैलोरी बर्निंग में मदद मिलती है। 

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कोको पाउडर का उपयोग रखें हृदय को स्वस्थ - Cocoa Benefits for Heart in Hindi

अध्ययनों से पता चला है कि कोको का हृदय स्वास्थ्य पर भी अच्छा प्रभाव पड़ता है। यह प्रोजनिडिन, कैटेचिन और एपीकेचिन जैसे फ्लेवोनोइड्स में परिपूर्ण है, जो एंटीऑक्सिडेंट गुणों से भरपूर होते हैं और हृदय को मजबूत करते हुए कोशिकाओं को क्षति से बचाने में मदद करते हैं। यह एन्डोथेलियल फ़ंक्शन (Endothelial function) को सुधारने और एचडीएल के फायदेमंद कोलेस्ट्रॉल को उत्तेजित करने में सहायक होते हैं। यह घातक रक्त के थक्कों के गठन को रोकने में मदद करते हैं, जिससे स्ट्रोक या हृदय की विफलता हो सकती है। रक्त संबंधी प्लेटलेट, हृदय संबंधी विकारों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कोको में मौजूद फ्लेवोनोइड्स का प्लेटलेटलेट पर काफी अच्छा प्रभाव पड़ता है। ये सभी स्वास्थ्य प्रभाव विभिन्न चिकित्सा स्थितियों (जैसे- एथेरोस्लेरोसिस) को रोकने में मदद करते हैं, जो हृदय रोगों के अधिक गंभीर कारणों में से कुछ मुख्य कारण हैं।

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मूड को बढ़ाएं कोको पाउडर से - Cocoa Enhances Mood in Hindi

कोको पाउडर के सेवन के शारीरिक प्रक्रियाओं पर तनाव को कम करने वाले प्रभाव देखे गए हैं। अध्ययनों से पता चला है कि इसके फ्लवोनोल्स लगातार मनोवैज्ञानिक प्रयास के दौरान मूड को अच्छा करने, अवसाद से लड़ने और संज्ञानात्मक गतिविधियों को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। इसमें न्यूरोकेमिकल फेनिथाइलामाइन (Neurochemical phenylethylamine) की उपस्थिति संतोष की भावनाओं को बढ़ाने और कामोत्तेजक प्रभावों को बढ़ावा देने में मदद करती है।

(और पढ़ें - मूड को अच्छा बनाने के लिये क्या खाएं)

कोको पाउडर है कब्ज में लाभकारी - Cocoa for Constipation in Hindi

शोध अध्ययनों ने यह साबित किया है कि कोको भूसी का सेवन पुरानी कब्ज और बोवेल फंक्शन रोगों के उपचार में चिकित्सीय प्रभाव डालती है। बाल चिकित्सा रोगियों पर किए गए एक अध्ययन के मुताबिक, फाइबर में परिपूर्ण कोको उत्पादों के सेवन से कोलोनिक, गुदा और आंतों के पारगमन के समय में तेजी आती है। एक अन्य अध्ययन ने यह भी सुझाव दिया कि कोको के नियमित सेवन से आँतों के कार्यों की आवृत्ति में वृद्धि और जठरांत्र संबंधी असुविधा या पेट में दर्द जैसे अन्य दुष्प्रभावों में मदद मिल सकती है।

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कोको पाउडर के गुण बचाएं कैंसर से - Cocoa Prevents Cancer in Hindi

कोको पाउडर ने सामान्य स्वस्थ कोशिकाओं के विकास को प्रभावित किए बिना कैंसर कोशिकाओं के विकास में बाधा उत्पन्न करने में लाभकारी प्रभाव दिखाया है। अध्ययनों के अनुसार, इसमें मौजूद 'फ्लैवोनोल्स' और 'प्रोजनिडिन' में कैंसर की कोशिकाओं को कम करने वाले गुण होते हैं। इसके यह प्रभाव विभिन्न प्रकार के कैंसर के उपचार में बेहद मूल्यवान साबित हुए हैं, जिनमें बृहदान्त्र कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर शामिल हैं।

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कोको पाउडर करें थकान को दूर - Cocoa for Fatigue in Hindi

कोको को थकान से पीड़ित लोगों पर शांत प्रभाव डालने के लिए दिखाया गया है। मस्तिष्क में न्यूरोट्रांसमीटर जैसे सेरोटोनिन और फिनेलेथिलामाइन को रिलीज़ करने से न्यूरॉनल कोशिकाओं पर ऑक्सीडेटिव तनाव से बचने में मदद मिलती है।इसके अलावा यह क्रोनिक थकान सिंड्रोम से निपटने में भी सहायक है।

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कोको पाउडर है त्वचा के लिए लाभकारी - Cocoa Benefits for Skin in Hindi

कोको त्वचा स्वास्थ्य को बनाए रखने में भी प्रभावी पाया गया है। रिसर्च के अनुसार, फ्लैवोनोल-समृद्ध कोको के सेवन से यूवी किरणों (UV rays) के प्रभाव को कम करने में मदद मिलती है और यह त्वचा के खुरदरेपन और स्केलिंग को कम करने में मदद करता है। यह त्वचा की लोच बढ़ाने में भी सहायता करता है।

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कोको पाउडर बचाएं अल्जाइमर रोग से - Cocoa Powder Good for Alzheimer's in Hindi

कोकाआ में एपटेकिन और कैटेचिन जैसे प्रमुख फ्लेवोनोल की उपस्थिति अल्जाइमर जैसे न्यूरोडेनेजरेटिव रोगों के इलाज में लाभकारी है। एक रिसर्च के अनुसार इन फाइटोकेमिकल्स में सह-क्रियात्मक (Co-operative) गुण होते हैं, जो मन में ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में सहायता करते हैं। यह न्यूरोनल सेल के नुकसान को रोकने में मदद करता है और साइटोटोक्सिसिटी (cytotoxicity) के खिलाफ सेलुलर झिल्ली (Cellular membrane) पर एक सुरक्षात्मक प्रभाव डालता है।

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  1. कोका पाउडर बनाने के लिए आपको कोको फली की जरूरत होगी।
  2. अब सबसे पहले, आप सभी कोको फली को खोल लें और कोको बीन्स को निकाल लें। अब इसे एक बर्तन में रखें। तीन दिन के लिए इसे ऐसे ही रख दें जब तक की खमीर न उठ जाए।
  3. फिर, कुछ दिनों के लिए धूप में किण्वित बीन्स (Fermented beans) को सूखने दें।
  4. इसके बाद कोका बीन्स को कुकी शीट पर बिछाकर 25 मिनट के लिए 250 डिग्री पर भून लें और भुनने के बाद इसे ठंडा होने दें।
  5. इसके बाद कोका बीन्स के निब (Nibs) को अलग करें।
  6. अब कोको बीन्स पीसें। इसके बाद आप इसे किसी कांच के डिब्बे में भर कर रख सकते हैं।

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  1. कोको कैफीन का एक स्रोत है। अतिरिक्त मात्रा में कैफीन के सेवन से कई दुष्प्रभाव उत्पन्न हो सकते हैं जैसे पेशाब का बढ़ना, नींद न आना और अनियमित दिल की धड़कन। अत्यधिक कैफीन का सेवन से चिंता का विकार या दस्त की समस्याएं बढ़ सकती है। (और पढ़ें - दस्त रोकने के उपाय)
  2. स्तनपान के दौरान कैफीन की अधिक मात्रा से शिशुओं में पेट की समस्या हो सकती है। (और पढ़ें - स्तनपान से जुड़ी समस्याएं)
  3. यह गैस्ट्रो-एसिफेल रिफ्लक्स रोग की स्थिति भी खराब कर सकता है।
  4. कोको से उन लोगों को एलर्जी संबंधी प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं जो कोको के प्रति संवेदनशील होते हैं। एलर्जी में त्वचा की प्रतिक्रियाएं, माइग्रेन, सिरदर्द, गैस, पाचन असुविधा और मतली शामिल है। (और पढ़ें - गैस दूर करने के उपाय)

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