एक्सीडेंट या किसी भी तरह से चोट लगने पर त्वचा खुल जाती है और घाव हो जाता है। इसी घाव को बंद करने के लिए टांके लगाए जाते हैं। त्वचा पर लगने वाले टांके वैसे ही होते हैं जैसे धागे से कपड़े पर लगाए जाते हैं। ये धागे नायलॉन या सिल्क के होते हैं। टांके लगाने इसीलिए महत्वपूर्ण होते हैं ताकि घाव में संक्रमण न हो।

जो टांके घाव में बहुत अंदर लगाए जाते हैं वो दिखते नहीं हैं और सुरक्षित होते हैं, लेकिन ऊपरी त्वचा में लगाए जाने वाले टांकों को खास देखभाल की आवश्यकता होती है।

(और पढ़ें - घाव की ड्रेसिंग कैसे करें)

कुछ प्रकार के टांके अपने आप त्वचा में घुल जाते हैं लेकिन कुछ टांकों को कुछ समय बाद निकलवाने की आवश्यकता होती है।

इस लेख में डॉक्टर टांके कैसे लगाते हैं, डॉक्टर न हो तो आपातकालीन स्थिति में आप अपने आप टांके कैसे लगा सकते हैं, टांकों की देखभाल कैसे करते हैं और टांके कब खुलवाए जाते हैं के बारे में बताया गया है।

  1. टांके कैसे लगाते हैं - Tanke kaise lagte hai
  2. टांकों की देखभाल कैसे की जाती है - Tanko ka dhyan kaise rakhe
  3. टांके कब खोले जाते हैं - Tanke kab khulte hai

डॉक्टर टांके कैसे लगाते हैं - Doctor kaise tanke lagate hai

चोट लगने के बाद डॉक्टर द्वारा टांके लगाए जाने की प्रक्रिया निम्नलिखित है -

  • सबसे पहले डॉक्टर आपके घाव को देखकर इस बात का पता लाते हैं कि घाव को बंद करने के लिए टांकों की आवश्यकता है या नहीं।
  • इसके बाद डॉक्टर घाव के ऊपर एक जेल लगाते हैं, जिससे घाव सुन्न हो जाता है और टांके लगाने में दर्द नहीं होता।
  • घाव के सुन्न होने के बाद डॉक्टर घाव को अच्छे से साफ करते हैं ताकि हानिकारक कीटाणु और धूल-मिट्टी निकल जाए। कुछ मामलों में, घाव को साफ करने में व्यक्ति को बहुत दर्द हो सकता है, इसीलिए डॉक्टर पहले ही घाव के आस-पास का क्षेत्र सुन्न कर देते हैं। (और पढ़ें - फर्स्ट ऐड बॉक्स आइटम्स लिस्ट)
  • इसके बाद डॉक्टर ये सुनिश्चित करते हैं कि घाव के अंदर कांच, मेटल के टुकड़े या कोई अन्य पदार्थ न रह जाए।
  • डॉक्टर घाव में मौजूद उन ऊतकों को निकाल देते हैं जो खराब हो गए हैं ताकि घाव जल्दी ठीक हो सके।
  • इसके बाद डॉक्टर एक बहुत ही छोटी और पतली सुई से आपके घाव की फटी हुई त्वचा के किनारों पर टांके लगाने शुरू करते हैं। ये टांके वैसे ही होते हैं जैसे कपड़ों पर लगाए जाते हैं। (और पढ़ें - सिर में चोट लगने का इलाज)
  • हर टांके के बाद डॉक्टर धागे में गांठ बांध देते हैं ताकि घाव के दोनों किनारे साथ में जुड़े रहें।
  • टांके लगाने के लिए डॉक्टर अलग-अलग प्रकार के धागों का इस्तेमाल कर सकते हैं। कुछ धागे ऐसे भी होते हैं जो समय के साथ अपने आप घुल जाते हैं और उन्हें खुलवाने की आवश्यकता नहीं होती। ये धागे अधिकतर गहरे घावों में लगाए जाते हैं।

(और पढ़ें - घाव पकाने के घरलू उपाय)

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अपने आप टांके कैसे लगाए जाते हैं - Apne aap tanke kaise lagaye

हमेशा ऐसा नहीं होता कि चोट लगने पर या एक्सीडेंट होने पर आपके आस-पास डॉक्टर या अस्पताल मौजूद हो। इसीलिए आपको आपात्कालीन स्थिति में घायल व्यक्ति को प्राथमिक चिकित्सा देने के लिए टांके लगाने आने चाहिए। आस-पास डॉक्टर मौजूद न होने पर टांके लगाने की प्रक्रिया निम्नलिखित है -

  • सबसे पहले ये सुनिश्चित करें कि घाव पर टांके लगाने की आश्यकता है भी या नहीं। इसके लिए कट के किनारों को देखें। अगर किनारे अपने आप साथ में जुड़ रहे हैं, तो आपको टांकों की आवश्यकता नहीं है, लेकिन अगर कट के किनारों  जोड़ने के लिए आपको घाव को पकड़ना पड़ रहा है, तो आपको घाव पर टांके लगाने पड़ेंगे। (और पढ़ें - कटने पर प्राथमिक उपचार)
  • पुराने, गंदे और इन्फेक्शन वाले घावों में टांकें न लगाएं। अगर घाव किसी जानवर या इंसान के काटने से हुआ है, तो घाव पर टांके लगाने से इन्फेक्शन हो सकता है, इसीलिए ऐसे घावों को खुला ही छोड़ दें। (और पढ़ें - कुत्ते के काटने पर क्या करे)
  • घाव को हाथ लगाने से पहले अपने हाथ साबुन और पानी से अच्छी तरह से धो लें।
  • अगर घाव से बहुत अधिक खून निकल रहा है, तो पहले खून रोकें। इसके लिए पट्टी या साफ कपड़े की मदद से घाव के ऊपर दबाव बनाएं। (और पढ़ें - खून बहना कैसे रोकें)
  • इसके बाद घाव को अच्छी तरह से धो लें ताकि उसमें धूल-मिट्टी न रह जाए। घाव में धूल-मिटटी रह जाने से इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। (और पढ़ें - बैक्टीरियल संक्रमण के लक्षण)
  • अगर घाव में कांच, मेटल के टुकड़े या कोई अन्य पदार्थ हैं, तो एक छोटी सी चिमटी की मदद से वो पदार्थ निकाल लें। बिना ठीक से साफ किए घाव में टांके न लगाएं, इससे बहुत गंभीर दुष्प्रभाव हो सकते हैं। अगर आप घाव में मौजूद पदार्थ निकाल नहीं पा रहे हैं, तो घाव को पट्टी से ढक लें और जल्द-से-जल्द डॉक्टर के पास जाएं।
  • टांके लगाने के लिए आपको निम्नलिखित चीजों की आवश्यकता होती है -
    • सुई (जितनी छोटी हो सके)
    • रुई
    • पट्टी
  • घाव पर टांके लगाने के लिए सबसे पहले सुई और धागे को कम से कम 15-20 मिनट तक उबाल लें ताकि उसमें कोई कीटाणु न रह जाएं।
  • अब सुई में धागा डालें और घाव को सिलना शुरू करें।
  • सबसे पहला टांका घाव के बीच में लगाएं। अगर त्वचा कड़क है, तो कट के दोनों तरफ की त्वचा को साथ में रखने के लिए उसे एक चिमटी से पकड़ लें।
  • अब वैसे ही टांके लगाएं जैसे कपडे पर लगाए जाते हैं।
  • कट की एक तरफ से सुई को त्वचा में थोड़ी अंदर घुसाएं व दूसरी तरफ से निकाल लें और धागा खीचें ताकि कट की दोनों तरफ आपस में जुड़ जाएं।
  • अगर घाव बड़ा है या ज्यादा खुला हुआ है, तो हर टांके के बाद उसपर गांठ बांध लें ताकि वो अपनी जगह से हिले नहीं।
  • घाव में इतने टांके लगाएं कि वो अच्छी तरह से बंद हो जाए और अंत में एक गांठ बांध दें।

(और पढ़ें - चोट लगने पर क्या करें)

आपातकालीन स्थिति में इस तरह टांके लगाने के बाद जल्द-से-जल्द अपने डॉक्टर के पास जाएं ताकि वे आपके घाव की सही तरीके से जांच कर सकें और आवश्यक उपचार दे सकें।

टांके लगने पर त्वचा में इन्फेक्शन होने का खतरा रहता है, इसीलिए टांके लगने के बाद उनकी देखभाल करना आवश्यक है। टांके लगने के बाद उनकी देखभाल करने के तरीके निम्नलिखित हैं -

  1. टांके लगने के 1 दिन तक उन्हें न छेड़ें।
  2. ध्यान रखें कि टांकों पर धूल न जमे और वे बहुत अधिक गीले न हों।
  3. टांकों पर खुजली बिलकुल न करें, इससे आपको नुक्सान हो सकता है। (खुजली दूर करने के घरेलू उपाय)
  4. टांके लगने के 1 दिन बाद टांकों को दिन में दो बार थोड़े पानी और साबुन से साफ करें।
  5. ऐसे गेम न खेलें जिनमें चीजें पकड़ने या छूने की आवश्यकता होती है, जैसे फुटबॉल, टेनिस और हॉकी अदि।
  6. टांके ठीक होने तक स्विमिंग न करें।
  7. आपके डॉक्टर आपको टांकों पर लगाने के लिए कोई एंटीबायोटिक दवा भी दे सकते हैं।
  8. अगर आपके बच्चों को टांके लगे हैं, तो उन्हें मिट्टी, पानी या पेंट से खेलने न दें, इससे संक्रमण का ख़तरा बढ़ सकता है। (और पढ़ें - वायरल इन्फेक्शन के लक्षण)
  9. अगर टांकों से कपडा रगड़ खा रहा है या उसमें से रिसाव हो रहा है, तो टांकों को बैंडेज से ढकना प्रभावी हो सकता है। 
  10. नहाते समय टांकों पर ज्यादा पानी जाने से बचाएं और अगर टांके गीले हो गए हैं, तो उन्हें एक सूखे तौलिये से पोंछ लें। (और पढ़ें - नहाने का सही तरीका)

कुछ प्रकार के टांके त्वचा में अपने आप घुल जाते हैं और कुछ टांके खुलवाने या कटवाने की आवश्यकता होती है। घुलनशील टांके अधिकतर गहरे घावों और मुंह के अंदर लगाए जाते हैं। अन्य प्रकार के टांकों को निकलवाने का समय इस बात पर निर्भर करता है कि टांके शरीर के किस भाग में लगे हैं।

चेहरे पर लगे टांकों को 4 दिन स 1 हफ्ते के बीचे में कभी भी खोल दिया जाता है और जोड़ों पर लगे टांकों को कटवाने के लिए 2 या 3 हफ्ते इंतजार करना पड़ता है। आपके डॉक्टर आपको बताएंगे कि आपके टांके कब खुलेंगे और आप टांकों से पड़ने वाले दाग को कैसे कम कर सकते हैं।

टांके खोलना, लगाने से काफी आसान होता है। आपके डॉक्टर टांके के धागे में एक कट लगाएंगे और धागे को त्वचा से बाहर खींच लेंगे। इस प्रक्रिया में हल्की झुनझुनी होती है लेकिन दर्द बिलकुल नहीं होता।

अपने आप टांके कैसे निकालें?
अगर डॉक्टर अनुपस्थित है, तो टांकों को 10 से 15 दिनों तक न खोलें। टांके पूरी तरह सूखने और घाव ठीक होने के बाद टांकों को खोलने के लिए सबसे पहले अपने हाथ साबुन से अच्छी तरह से धो लें। इसके बाद धागे पर एक छोटी कैंची से कट लगाएं और धागे को एक तरफ से पकड़कर खीच लें। धागे को बहुत तेजी से न खीचें, ऐसा करने से घाव में समस्या हो सकती है।

 

नोट: प्राथमिक चिकित्सा या फर्स्ट ऐड देने से पहले आपको इसकी ट्रेनिंग लेनी चाहिए। अगर आपको या आपके आस-पास किसी व्यक्ति को किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्वास्थ्य समस्या है, तो डॉक्टर या अस्पताल​ से तुरंत संपर्क करें। यह लेख केवल जानकारी के लिए है।

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