थायराइड ग्रंथि शरीर के हर सेल के फंक्शन के लिए जरूरी हैं. ये शरीर में केमिकल रिएक्शन की ग्रोथ और रेट को रेगुलेट करने में मदद करती है. थायराइड ग्रंथि बच्चों के बड़े होने में भी मदद करती है. जब ये ग्रंथि कम हार्मोन का निर्माण करती है, तो इसे हाइपोथायराइडिज्म कहा जाता है. इन प्रकार के थायराइड को जड़ से खत्म करने में कई उपाय कारगर हैं, जिन्हें घर में ही किया जा सकता है.

आज इस लेख में आप जानेंगे कि थायराइड को जड़ से खत्म करने के उपाय क्या-क्या हैं -

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  1. थायराइड में फायदेमंद घरेलू तरीके
  2. सारांश
थायराइड ठीक करने के घरेलू उपाय और तरीके के डॉक्टर

थायराइड को जड़ से खत्म करने के उपाय के तौर पर लाइफस्टाइल और डाइट में बदलाव लाने की जरूरत पड़ती है. इनमें कैफीन और शुगर से परहेज, प्रोटीन काे डाइट में शामिल करने व अश्वगंधा का सेवन करने जैसे उपाय मुख्य हैं. आइए, विस्तार से थायराइड को जड़ से खत्म करने के उपाय के बारे में जानते हैं -

संतुलित डाइट का सेवन

हाइपोथायराइडिज्म से थकान व ब्लोटिंग महसूस होती है और वजन बढ़ता जाता है. इसे ठीक करने के लिए पौष्टिक और संतुलित डाइट के सेवन से मदद मिल सकती है. इसके लिए जरूरी है कि डाइट से मैदा और आर्टिफिशियल कलर व फ्लेवर को हटा दिया जाए. इसकी जगह साबुत अनाज, सब्जियों व फलों का सेवन किया जाए. ऐसा करने से इम्यून सिस्टम बूस्ट होता है और हाइपोथायराइडिज्म से छुटकारा मिलता है.

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सोया से परहेज

सोया प्रोडक्ट और सोयाबीन में गोइट्रोजेनिक कंपाउंड होते हैं, जो हाइपोथायराइडिज्म को और खराब कर देते हैं. इसके सेवन से हाइपोथायराइडिज्म के लक्षण बढ़ सकते हैं और थायराइड हार्मोन के लेवल में ज्यादा असंतुलन आ सकता है.

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एसेंशियल ऑयल

थायराइड ग्रंथि को स्वस्थ रखने में एसेंशियल ऑयल और फैटी एसिड जरूरी हैं. फिश ऑयल में ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है, जो थायराइड हार्मोन निर्माण में मदद करता है. ये सूजन को कम करके इम्यूनिटी को बूस्ट करने में भी मददगार है. एवोकाडोनट्सफ्लैक्स सीड्सफिश व अखरोट में नैचुरल फैट्स होते हैं, जो शरीर में हार्मोन के स्तर को मेंटेन रखते हैं. नारियल तेल का नियमित सेवन जरूरी है, लेकिन यह एक्स्ट्रा वर्जिन, कोल्ड कंप्रेस्ड और ऑर्गेनिक हो, तो ही बेहतर है.

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कैफीन व शुगर से परहेज

कैफीन और कार्बोहाइड्रेट शरीर के मेटाबॉलिज्म को कम करके हाइपोथायराइडिज्म के असर को बढ़ाते हैं. ऐसे में फाइबर वाले फूड का सेवन और नट्स हाइपोथायराइडिज्म के लक्षणों को कम करके ओवरऑल हेल्थ को दुरुस्त करने में सहायता कर सकते हैं. शुगर के सेवन से शरीर में सूजन भी बढ़ जाती है, जो थायराइड के लक्षणों को और खराब कर सकता है. चूंकि शुगर कम समय के लिए एनर्जी लेवल को बढ़ाता है, तो इसे डाइट से हटाकर एनर्जी लेवल को रेगुलेट करने में मदद मिल सकती है. 

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प्रोटीन का सेवन

प्रोटीन समृद्ध डाइट थायराइड ग्रंथि के फंक्शन को रेगुलेट करके थायराइड हार्मोन के कम निर्माण को दुरुस्त करने में मदद कर सकता है. इसलिए, नट्स, हरी सब्जियांअंडेमीट और दाल का सेवन करने के लिए कहा जाता है.

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प्रोबायोटिक्स का सेवन

प्रोबायोटिक्स गट फ्री बैक्टीरिया होते हैं, जो डायजेशन को ठीक करके मेटाबॉलिज्म को सुधारते हैं. पाचन अगर सही न हो और गुड बैक्टीरिया भी पेट में कम हो, तो यह थायराइड हार्मोन के निर्माण को कम कर सकता है. सप्लीमेंट के अलावा, दही व कुछ खास तरह की चीज में प्रोबायोटिक्स पाए जाते हैं.

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अश्वगंधा का सेवन

अश्वगंधा का इस्तेमाल आयुर्वेद में शुरू से किया जाता रहा है. शोध बताते हैं कि यह थायराइड हार्मोन के असंतुलन को ठीक कर सकता है.

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एक्सरसाइज है जरूरी

सभी जानते हैं कि एक्सरसाइज ओवरऑल हेल्थ के लिए सही है. इससे शरीर के सभी अंग सही तरीके से काम करते हैं, मेटाबॉलिज्म सुधारता है, मूड बेहतर होता है, शरीर से टॉक्सिन बाहर निकल जाते हैं और वजन भी सही रहता है. रोजाना व्यायाम करने से थायराइड संबंधित लक्षण जैसे थकान, भूख न लगना व ऑस्टियोपोरोसिस को दूर किया जा सकता है. 

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थायराइड को जड़ से खत्म करने के उपाय के तौर पर रोजाना की एक्सरसाइज, प्रोबायोटिक्स का सेवन और कैफीन, शुगर व सोया से परहेज जैसे उपाय काम आ सकते हैं. हालांकि, किसी भी तरह के इलाज को शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है, क्योंकि जरूरी नहीं है कि एक ही चीज सभी पर पॉजिटिव असर दिखाए.

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