कुछ खराब आदतें हृदय को बीमार करने के लिए काफी होती हैं. यह सुनकर भले ही अजीब लगे, लेकिन यह 100 फीसद सच है कि रोजाना की जाने वाली कुछ आदतें दिल की सेहत पर विपरीत असर डाल सकती हैं. इसमें धूम्रपान करने व शराब पीने के साथ-साथ तनाव लेना और दिन भर बैठे रहना भी शामिल है.

आज इस लेख में आप उन खराब आदतों के बारे में जानेंगे, जो हृदय को बुरी तरह से प्रभावित करने का काम करती हैं -

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  1. दिल को नुकसान पहुंचाने वाली आदतें
  2. सारांश
हृदय के लिए खराब आदतें के डॉक्टर

कुछ खराब आदतें हृदय की सेहत को विपरीत तरीके से प्रभावित करती हैं. आइए, इसके बारे में विस्तार से जानते हैं -

दिन भर बैठे रहना

घंटों तक बैठे रहना हार्ट अटैक और स्ट्रोक के जोखिम को कई गुना बढ़ा देता है, भले ही वह व्यक्ति एक्सरसाइज करता हो. शोध बताते हैं कि जो लोग रोजाना पांच घंटे या इससे अधिक समय तक लगातार बैठे रहते हैं, उनमें हार्ट फेलियर का जोखिम दोगुना बढ़ जाता है. ऐसे में जरूरी है कि हर घंटे पांच मिनट की वॉक ली जाए. दिनचर्या में किया जाने वाला यह छोटा-सा बदलाव आर्टरीज को फ्लेक्सिबल बनाता है, जिससे रक्त संचार सही तरीके से होता है.

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शराब का सेवन

शराब का सेवन ब्लड प्रेशर के बढ़ने, स्ट्रोक और मोटापे की वजह बन सकता है. ये सब मिलकर हृदय रोग के जोखिम को बढ़ाते हैं. इससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है, अनियमित हार्ट बीट का कारण बन सकता है, जो हृदय पर टॉक्सिक प्रभाव डाल सकता है.

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तनाव लेना

तनाव लेने से शरीर में एड्रेनालाईन हार्मोन रिलीज होता है, जो शरीर के फंक्शन को प्रभावित करके हार्ट रेट को बढ़ा देता है और ब्लड प्रेशर के बढ़ने की भी आशंका रहती है. समय के साथ बहुत ज्यादा तनाव रक्त वाहिकाओं को खराब कर सकता है और हार्ट अटैक व स्ट्रोक के खतरे को बढ़ा देता है.

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फ्लॉसिंग न करना

डेंटिस्ट कहते हैं कि फ्लॉसिंग दांतों के लिए जरूरी है. सच तो यह कि फ्लॉसिंग करने से न सिर्फ दांत स्वस्थ रहते हैं, बल्कि दिल की सेहत भी ठीक रह सकती है. शोध बताते हैं कि जो लोग नियमित तौर पर फ्लॉस करते हैं, उन्हें बहुत कम कार्डियोवस्कुलर समस्याएं होती हैं. दरअसल, मसूड़ों के रोग से जुड़े बैक्टीरिया शरीर में इंफ्लेमेशन पैदा करते हैं, जो हृदय रोग का कारण बन सकता है.

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ज्यादा नमक का सेवन

खाने में नमक ज्यादा लेने वालों को आदत बदलने पर ध्यान देना चाहिए. शरीर में ज्यादा सोडियम हृदय के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है.

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पर्याप्त नींद न लेना

हमारा हृदय पूरे दिन काम करता है, ऐसे में जब पर्याप्त नींद नहीं होती है, तो कार्डियोवस्कुलर सिस्टम को आराम नहीं मिलता है. नींद पूरी न होने से एड्रेनालाईन व कॉर्टिसोल का स्तर बढ़ जाता है. तनाव के समय भी इन दोनों हार्मोन का स्तर अधिक होता है. नींद की कमी को डायबिटीज व वजन बढ़ने से भी जोड़ा जाता है, जो हृदय की सेहत को नकारात्मक तरीके से प्रभावित करता है. इसलिए, कहा जाता है कि रोज रात वयस्कों को 7 से 8 घंटे की नींद और बच्चों को 9 से 10 घंटे की नींद लेनी चाहिए. 

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सही डाइट न लेना

तली-भुनी चीजें, जंक फूडसोडा वॉटर का सेवन हृदय के लिए खराब आदतों में से एक है. इसकी जगह पर सब्जियांफल, लीन प्रोटीननट्ससाबुत अनाजअखरोटबादामऑलिव ऑयलएवोकाडो व सादे पानी का सेवन हृदय के लिए सही है.

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धूम्रपान करना

स्मोकिंग करना बिल्कुल भी अच्छी आदत नहीं है, हृदय के लिए भी नहीं. यह फेफड़ों को खराब करती है और कैंसर का कारण बनती है. कम लोग ही जानते हैं कि स्मोकिंग हृदय के लिए भी खराब आदत है. दरअसल, धूम्रपान करने से शरीर में रक्त वाहिकाओं को क्षतिग्रस्त करके वाला प्लाक बनने लगता है, जो अंततः हार्ट अटैक, असामान्य हार्ट रिदम और हार्ट फेलियर का कारण बन सकता है.

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अधिक वजन

ज्यादा वजन किसी के लिए भी अच्छा नहीं है. खासकर जब यह कमर के पास हो, तो हृदय के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है. मोटापा दिल की सेहत के लिए खतरनाक है. शोध के अनुसार, वजन जितना ज्यादा होगा, दिल के रोग होने का जोखिम उतना ही अधिक रहेगा. इसे साइलेंट हार्ट इंजरी कहा जाता है. ज्यादा वजन कॉलेस्ट्रोल, ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है. ये सब कारक हृदय को डैमेज कर सकते हैं.  

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खर्राटे

खर्राटे को ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया का एक लक्षण माना जाता है. इसमें सांस लेने में दिक्कत होती है, जिससे नींद भी खराब होती है और ब्लड प्रेशर भी बढ़ा सकता है. अगर खर्राटे की समस्या है और इस पर ध्यान न दिया जाए, तो यह हृदय के लिए खराब आदत है.

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हमारी रोजाना की जाने वाली कई आदतें अच्छी होती हैं, तो कुछ खराब. इनमें से कुछ खराब आदतें हृदय की सेहत के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं हैं. उदाहरण के लिए स्मोकिंग करना, ज्यादा नमक का सेवन, अधिक वजन, पर्याप्त नींद नहीं लेना व फ्लॉसिंग न करना हृदय के लिए खराब आदतें हैं. इसलिए, हृदय को स्वस्थ रखने के लिए इन खराब आदतों को बदलने पर ध्यान देने की जरूरत है.

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