कैंसर का नाम सुनते ही लोगों के मन में चिंता और भय की भावना आ जाती है. कैंसर के दौरान चलने वाला उपचार न सिर्फ मरीज के लिए, बल्कि उससे जुड़े हर व्यक्ति के लिए परीक्षा के समान होता है. ऐसे में कैंसर के इलाज के दौरान मरीज को कई तरह की प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है. इस दौरान मरीज को मानसिक और शारीरिक थकान महसूस होना स्वाभाविक है. इसके पीछे मुख्य कारण कैंसर के इलाज को माना गया है, जिसे मेडिटेशन व योग के जरिए कुछ कम किया जा सकता है.

आज इस खास लेख में आप कैंसर से होने वाली थकान से जुड़ी प्रमुख जानकारियों के बारे में जानेंगे -

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  1. कैंसर से होने वाली थकान के मुख्य कारण
  2. क्या थकान कैंसर ट्रीटमेंट का दुष्प्रभाव है?
  3. क्या कैंसर में होने वाली थकान सामान्य थकान से अलग है?
  4. कैंसर से संबंधित थकान को ठीक करने के तरीके
  5. सारांश
कैंसर से होने वाली थकान क्या है और कैसे ठीक करें? के डॉक्टर

थकान होना कैंसर के सामान्य लक्षणों में से एक है. वहीं, कैंसर के इलाज के दौरान थकान होना, कैंसर ट्रीटमेंट के साइड इफेक्ट्स में से एक है. कैंसर के दौरान थकान होना सामान्य थकान या नींद आने जैसा महसूस होने से कहीं ज्यादा है. इसमें व्यक्ति को एनर्जी की कमी महसूस हो सकती है, जिसका असर उनके हर दिन के रूटीन पर पड़ता है. फिलहाल, कैंसर में थकान होने के सटीक कारण अभी स्पष्ट नहीं हैं, लेकिन इसके पीछे कुछ कारक जरूर जिम्मेदार हो सकते हैं -

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कई लोग कैंसर के इलाज के दौरान थकान की शिकायत करते हैं. ये इलाज कुछ इस प्रकार से हो सकते हैं -

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राष्ट्रीय कैंसर संस्थान के विश्वसनीय स्रोत के अनुसार, नियमित थकान की तुलना में कैंसर से संबंधित थकान अधिक तीव्र होती है. इस दौरान आराम करने या झपकी लेने से कुछ खास राहत नहीं मिलती है. यहां तक ​​कि लगातार अच्छी नींद लेने के बाद भी कैंसर से संबंधित थकान बनी रह सकती है. यह व्यक्ति को काफी कमजोर कर देती है, क्योंकि यह व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक तरीके से प्रभावित कर सकती है.

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लेख के इस भाग में हम कैंसर से संबंधित थकान को मैनेज करने के कुछ आसान और असरदार तरीके बता रहे हैं, जो इस प्रकार हैं -

शारीरिक गतिविधि

कैंसर के उपचार के दौरान या बाद में रिकवरी के दौरान शरीर कमजोर हो जाता है. ऐसे में मरीज के लिए शारीरिक गतिविधि करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है. फिर भी थोड़ी-थोड़ी एक्सरसाइज करना जरूरी होता है. शोध में भी यह पाया गया है कि व्यायाम करने से एनर्जी मिल सकती है और थकान कम हो सकती है.

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योग व मेडिटेशन

कैंसर बीमारी या इस दौरान चलने वाली प्रक्रिया काफी लंबी व शारीरिक और मानसिक  रूप से थका देने वाली होती है. ऐसे में हल्की एक्सरसाइज या योग लाभकारी हो सकते हैं. इससे व्यक्ति को न सिर्फ आराम मिलेगा, बल्कि नींद की गुणवत्ता में भी सुधार हो सकता है. इतना ही नहीं, इससे तनाव व चिंता भी कम हो सकती है. बेहतर है कि इस दौरान योग या व्यायाम करने से पहले डॉक्टर से सलाह भी जरूर लें.

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अन्य स्वास्थ्य स्थिति का उपचार

कैंसर का इलाज अन्य स्वास्थ्य स्थितियों, जैसे - खून की कमी (एनीमिया), चिंता, अवसाद व दर्द का कारण बन सकता है. इससे भी थकान हो सकती है. इस स्थिति में इन हेल्थ कंडीशन का इलाज करके कैंसर में थकान को मैनेज किया जा सकता है. 

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कैंसर का उपचार डॉक्टर से बेहतर और कोई नहीं कर सकता, लेकिन थकान को कम करने के लिए डॉक्टर की सलाह पर Sprowt Vitamin-B12 का सेवन किया जा सकता है -

स्वस्थ आहार

संभव है कि कैंसर के ट्रीटमेंट के दौरान मरीज को खाने की इच्छा न हो या कम भूख लगे. ऐसे में जितना भी खाएं, वो सभी पोषक तत्वों से भरपूर होना चाहिए. आप चाहें तो अपने डॉक्टर से भी कैंसर के लिए डाइट चार्ट के बारे में जानकारी ले सकते हैं.

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नींद को अहमियत दें

झपकी लेने से थकान पर किसी तरह का खास प्रभाव नहीं पड़ेगा, लेकिन स्थिति में थोड़ा सुधार जरूर हो सकता है. सोते समय साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें, कमरे में किसी तरह का शोर न करें, ताकि आपकी नींद पूरी हो सके. याद रखें सही वक्त पर सोना-उठना व पर्याप्त नींद लेना काफी हद तक थकान से राहत दिला सकता है.

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कैंसर के इलाज के दौरान मरीज को कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. ये उनके शारीरिक व मानसिक दोनों स्वास्थ्य पर असर डालता है. ऐसे में जरूरी है कि मरीज का अधिक ध्यान रखा जाए और जितना हो सके उन्हें तनाव से दूर रखा जाए. कैंसर को हराने के लिए जरूरी है कि मरीज का पूरा ध्यान रखें और उन्हें खुश रखने की कोशिश करें.

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