अधिक नमक खाने, लंबे समय तक एक ही जगह पर बैठे रहने और हार्मोनल बदलाव की वजह से पैरों में सूजन आ सकती है. इसके अलावा, डायबिटीज भी पैरों में सूजन या पैर फूलने का एक आम कारण हो सकता है. दरअसल, डायबिटीज में व्यक्ति का ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है. इस स्थिति में शरीर निचले हिस्सों में लिक्विड या द्रव का निर्माण करने लगता है. इससे पैरों व टखनों में सूजन आने लगती है. टिश्यू में लिक्विड निर्माण के कारण पैरों और टखनों की अधिक सूजन पीड़ादायक हो सकती है. इस स्थिति को मेडकिल भाषा में एडिमा के रूप में जाना जाता है.

आज इस लेख में आप डायबिटीज में पैर फूलने के कारण और इलाज के बारे में विस्तार से जानेंगे -

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  1. डायबिटीज में पैर फूलने के कारण
  2. डायबिटीज में पैर फूलने का इलाज
  3. सारांश
डायबिटीज में पैर फूलने के कारण व इलाज के डॉक्टर

डायबिटीज में ब्लड शुगर लेवल प्रभावित होता है. इस स्थिति में रक्त में शुगर का स्तर बढ़ जाता है. वैसे तो डायबिटीज सामान्य से लेकर गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है, लेकिन डायबिटीज में पैर फूलने की समस्या आम होती है. जिन लोगों को डायबिटीज होती है, उन्हें पैरों में सूजन का सामना करना पड़ सकता है. डायबिटीज में पैर फूलने के कारण इस प्रकार हैं -

खराब रक्त प्रवाह

डायबिटीज ऐसी स्थिति है, जिसमें शरीर पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर पाता है. जब शरीर इंसुलिन का ठीक से उपयोग नहीं करता है, तो रक्त में ग्लूकोज स्तर बढ़ जाता है. जब डायबिटीज का समय पर उपचार नहीं किया जाता है, तो ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है. ऐसे में पैरों और टखनों में लिक्विड या द्रव का निर्माण होने लगता है. इसकी वजह से पैरों में सूजन आ जाती है. 

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नसों का डैमेज होना

डायबिटीज रोगियों में ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है. हाई ब्लड शुगर लेवल शरीर में नसों को नुकसान पहुंचा सकता है. इसकी वजह से व्यक्ति को मोचफ्रैक्चर और कट बहुत जल्दी लग जाते हैं. इसके अलावा, नसों और पैरों में सुन्नता भी आ सकती है. जब नसें डैमेज होने लगती हैं, तो पैर फूलने लगते हैं. अगर किसी को डायबिटीज है, साथ ही पैरों में अधिक सूजन भी है, तो यह नर्व डैमेज का लक्षण हो सकता है.

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डायबिटीज से जुड़े कारक

नेशनल हेल्थ सर्विस के अनुसार, डायबिटीज से जुड़े अन्य कारक भी पैर फूलने का कारण बन सकते हैं. इसमें मोटापाहृदय रोग व किडनी की समस्या आदि शामिल है.

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भले ही डायबिटीज की दवाइयां जीवनभर लेनी होती हैं, लेकिन डायबिटीज की वजह से होने वाली समस्याओं का भी इलाज करना भी जरूरी है. डायबिटीज में पैर फूलने की समस्या का भी इलाज संभव हो सकता है -

कंप्रेशन सॉक्स

कंप्रेशन सॉक्स पैरों पर सही दबाव बनाए रखने में मदद करती हैं. 2017 के शोध के अनुसार, कंप्रेशन सॉक्स पैरों में रक्त परिसंचरण में सुधार कर सकती हैं. इससे सूजन कम होती है. इसलिए, डायबिटीज में पैरों के फूलने की समस्या ठीक करने के लिए नियमित रूप से दिन के समय कंप्रेशन सॉक्स को पहना जा सकता है. बस ध्यान रहे कि ये सॉक्स ज्यादा टाइट न हों.

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पैरों को ऊपर उठाएं

पैरों को ऊपर उठाने से ब्लड सर्कुलेशन में सुधार हो सकता है. पैरों को उठाने से शरीर के निचले हिस्से में लिक्विड कम जमा होगा और शरीर के अन्य हिस्सों तक पहुंचेगा. इससे सूजन को कम करने में मदद मिल सकती है. इसके लिए बिस्तर पर लेटकर अपने दोनों पैरों को ऊपर उठा सकते हैं. इस पोजिशन में 5 से 10 मिनट तक रहा जा सकता है.

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नियमित व्यायाम

रोज व्यायाम करने से वजन और शुगर का स्तर काफी हद तक कंट्रोल में रह सकता है. जब शुगर का लेवल कंट्रोल रहता है, तो रक्त प्रवाह को बढ़ावा मिलता है. इसके लिए साइकिलिंग व वॉकिंग आदि की जा सकती है. घर में लाइट एक्सरसाइज की प्रैक्टिस भी की जा सकती है. इससे पैर फूलने की समस्या से भी राहत मिल सकती है.

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मैग्नीशियम सप्लीमेंट लें

डायबिटीज में पैर फूलने की समस्या का इलाज करने के लिए मैग्नीशियम सप्लीमेंट लेने से फायदा हो सकता है. मैग्नीशियम एक पोषक तत्व है, जो तंत्रिका कार्य और रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है. कई बार डायबिटीज में मैग्नीशियम की कमी होने पर पैर फूल सकते हैं. ऐसे में अगर मैग्नीशियम सप्लीमेंट लिया जाता है, तो इससे काफी आराम मिल सकता है.

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मालिश करें

डायबिटीज में पैर फूलने की समस्या को ठीक करने के लिए पैरों की मालिश भी कर सकते हैं. पैरों की मालिश करने से रक्त प्रवाह को बढ़ावा मिलता है और सूजन कम हो सकती है. इसके लिए लैवेंडर ऑयल का उपयोग किया जा सकता है. यह डायबिटीज रोगियों को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से भी बचा सकता है.

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वैसे तो पैरों में सूजन की समस्या कई कारणों से हो सकती है, लेकिन डायबिटीज को पैर फूलने का मुख्य कारण माना गया है. पैर फूलने की समस्या को ठीक करने के लिए रेगुलर एक्सरसाइज करना, अच्छी डाइट लेना व वजन को कंट्रोल में रखना जरूरी है. साथ ही रक्त प्रवाह को बेहतर रखना भी बहुत जरूरी होता है. अगर डायबिटीज है और पैरों की सूजन लगातार बढ़ रही है, तो डॉक्टर से जरूर मिलें.

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