योनि से किसी भी प्रकार की गंध आने को योनि की दुर्गन्ध कहते हैं। योनि से थोड़ी सी गंध आना सामान्य है लेकिन, काफी तेज़ गंध जैसे "मछली जैसी" गंध (Fishy smell) आना असामान्य हो सकता है साथ ही किसी समस्या का संकेत भी हो सकता है। असल में योनि से असामान्य दुर्गन्ध, संक्रमण या किसी अन्य समस्या के कारण आती है जिसकी वजह से खुजली, जलन या डिस्चार्ज भी हो सकता है।

(और पढ़ें - योनि में इन्फेक्शन और खुजली के घरेलू उपाय)

कई महिलाएं अपने वेजाइना की गंध के बारे में काफी जागरूक होती हैं। महिलाओं के शरीर, योनि, मुँह, त्वचा आदि की अलग ही महक होती है। वेजाइना की भी एक प्राकृतिक महक होती है जो हर महिला में अलग होती है।

आहार, स्वास्थ्य, और अन्य कारक इस प्राकृतिक महक को प्रभावित कर सकते हैं। योनि की महक को खत्म करने का प्रयास कभी न करें क्योंकि ये न तो सुरक्षित है और न ही स्वस्थ। वास्तव में, ऐसा करने से संक्रमण हो सकता है जिससे एक अप्रिय गंध भी उत्पन्न हो सकती है।

(और पढ़ें - योनि के बारे में जानकारी)

इस लेख में, हम आपको इस गंध से चुकतरा पाने के कारण और कुछ घरेलू नुस्खे बता रहे हैं जो योनि की दुर्गन्ध को सुरक्षित रूप से कम कर सकते हैं।

  1. योनि की गंध के प्रकार - Types of vaginal odour in Hindi
  2. योनि से बदबू क्यों आती है - Vaginal odour causes in Hindi
  3. योनि की दुर्गन्ध से बचने के तरीके - Vaginal odour prevention tips in Hindi
  4. योनि की बदबू से छुटकारा पाने के घरेलू उपाय - Home remedies for vaginal odor in Hindi

हालांकि, योनि से हल्की गंध आना सामान्य है। दरअसल, रिसर्च से पता चला है कि ये गंध, फेरोमोन (Pheromones) के कारण होती है जो यौन आकर्षण बढ़ाती है और आपकी प्रजनन क्षमता के बारे में बता सकती है।

यह गंध, गर्भावस्था, रजोनिवृत्ति और मासिक चक्र के दौरान हार्मोनल परिवर्तनों के साथ बदलती है। इसलिए हल्की गंध कोई चिंता का कारण नहीं है। कुछ अन्य प्रकार की दुर्गन्ध आने पर डॉक्टर से ज़रूर संपर्क करें।

(और पढ़ें - हार्मोन्स का महत्व महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए)

1. मछली जैसी योनि गंध (Fishy vaginal odor)

बैक्टीरियल वेजिनोसिस (Bacterial vaginosis) गर्भवती महिलाओं में होने वाला सबसे आम योनि संक्रमण है। जब किसी वजह से योनि की रासायनिक प्रक्रियाएं खराब होती हैं, तो हानिकारक जीवाणु अत्यधिक वृद्धि कर सकते हैं जिनके कारण मछली जैसी (Fishy) गंध आती है।

2. मीठी या बियर जैसी योनि गंध (Sweet or beer-like vaginal odor)

योनि में यीस्ट की अत्यधिक वृद्धि के कारण उससे मीठी सी शहद या कुकीज़ के जैसी गंध आती है। कभी कभी योनि से बियर, आटे या रोटी के जैसी गंध भी आ सकती है।

कभी कभी वेजाइना से खट्टी सी गंध भी आती है, लेकिन ये सामान्य भी हो सकती है। परन्तु अगर इसके साथ तीव्र जलन, डिस्चार्ज, खुजली या सूखापन भी हो तो यह आम तौर पर खमीर संक्रमण का संकेत हो सकता है जो समय के साथ बदतर हो जाता है।

3. मटैलिक योनि गंध (Metallic vaginal odor)

यह गंध विशेष रूप से पीरियड्स के दौरान आती है। इसमें ब्लड में मौजूद आयरन, योनि की प्राकृतिक गंध को रोक देता है, जिससे मटैलिक/ आयरन-इश दुर्गन्ध आती है।

4. अमोनिया जैसी योनि गंध (Ammonia like vaginal odor)

कुछ महिलाओं को पूरे दिन के बाद अपने अंडरवियर से एक तेज़ अमोनिया जैसी बदबू आती है। ये गंध अंडरवियर में मूत्र के लीक या शौचालय के जाने के बाद योनि की सही सफाई न हो पाने के कारण आ सकती है, जो काफी तेज़ होती है।

(और पढ़ें - योनि को साफ कैसे रखें)

5. कस्तूरी जैसी गंध (Musky smell)

कई महिलाओं को अधिक वर्कआउट के बाद या जब वे यौन रूप से उत्तेजित महसूस करती हैं तो उनकी वेजाइना से एक तीव्र गंध आती है।

ये कस्तूरी जैसी गंध, पसीने वाले ग्रंथियों या फेरोमोन का उत्पादन बढ़ाने के लिए उत्पन्न होती है। इसमें चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि ऐसा होना पूरी तरह से सामान्य है।

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योनि से आने वाली गंध के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं - 

संक्रमण

योनि की गंध के लिए सबसे आम संक्रमण बैक्टीरियल वेजिनोसिस होता है। इससे संक्रमित होने पर मछली जैसी गंध, साथ ही साथ पतला और सफेद या भूरे रंग का डिस्चार्ज और पेशाब करने या संभोग के दौरान जलन होती है। यह संक्रमण यौन संचरित होता है और विशिष्ट एंटीबायोटिक दवाओं से इसका किया जाता है।

अन्य संभावित संक्रमण ट्राइकोमोनिएसिस है, यह यौन संचारित संक्रमण (sexually transmitted infection) है जो एककोशिकीय प्रोटोज़ोआ के कारण होता है। इस संक्रमण के आमतौर पर कोई लक्षण नहीं होते हैं, लेकिन अगर ऐसा होता है तो इसमें पीले या हरे रंग का, झागदार डिस्चार्ज होता है जो मछली जैसी गंध उत्पन्न कर सकता है। साथ ही पेशाब और संभोग के दौरान जलन होती है। इसका इलाह एंटीबायोटिक दवाओं की एक खुराक से किया जा सकता है।

योनि में यीस्ट संक्रमण अधिकतर जननांगों में होने वाला फंगल संक्रमण है। इसमें यीस्ट की ही तरह गंध आती है साथ ही एक होता और सफेद डिस्चार्ज के साथ खुजली, पीड़ा और पेशाब और संभोग के दौरान जलन होती है। यह तब होता है जब योनि में यीस्ट मौजूद होते हैं। यह अक्सर एंटीबायोटिक दवाइयां लेने के बाद होता है जो जीवाणुओं को मारते हैं। जो यीस्ट को बिना किसी दिक्कत के वृद्धि करने देती हैं। ये संक्रमण यौन संचारित नहीं होता है।

(और पढ़ें - योनि में यीस्ट संक्रमण)

हार्मोनल परिवर्तन

कुछ पुरानी रिसर्च के अनुसार, मासिक धर्म और ओवुलेशन के समय और अगले पीरियड के दौरान बाकी के समय से अधिक अप्रिय गंध आ सकती है। एक और संभावित हार्मोनल कारण रजोनिवृत्ति है, जिसके दौरान एस्ट्रोजन का कम स्तर योनि ऊतक को पतला बना देता है और कम अम्लीय होता है। रजोनिवृत्ति से गुजरने वाली कई महिलाएं एक बदबूदार, पानी जैसे डिस्चार्ज का अनुभव करती हैं। यदि आपको गंध के कारण अधिक परेशानी हो रही है, तो डॉक्टर संपर्क करें वे आपको एस्ट्रोजन दवा के रूप में लिख सकते हैं जिससे आमतौर पर कुछ हफ्तों में गंध नाश हो जाती है। लेकि इसका सेवन केवल डॉक्टर के कहने पर ही करें। (और पढ़ें - पीरियड के कितने दिन बाद बच्चा ठहरता है)

पसीना

जैसा कि आपने अक्सर देखा होगा कि पसीना आने पर जननांगों से बदबू आने लगती है ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आपके बाह्य जननांगों में एक विशेष प्रकार की ग्रंथि होती है जिसे एप्रोक्राइन स्वेट ग्लैंड्स (Apocrine sweat glands) कहते हैं। ये बगलों, निपल्स, कान, पलकों और नाक में भी पायी जाती हैं। ये ग्रंथियां एक तेल का स्रावण करती हैं जो आपकी त्वचा पर बैक्टीरिया द्वारा मेटाबोलाइज की जाती हैं। टाइट कपड़ों को पहनने या अधिक वजन बढ़ने से ये समस्या को हो सकती है।

खान पान

आप जो कुछ भी खाती हैं उससे आपकी योनि की गंध प्रभावित होती है। साथ ही यह आपके शरीर के अन्य अंगों जैसे आपकी बगलों, सिर, मुंह और पैरों को भी प्रभावित कर सकती है। रिसर्च से पता चला है कि हरी मिर्च, काली मिर्च, लहसुन, प्याज, ब्लू चीज़, गोभी, मछली और ब्रोकली आदि तेज़ गंध वाले खाद्य पदार्थों का सबसे अधिक प्रभाव पड़ता है।

टेम्पॉन भूलने की वजह से

अगर आप टेम्पॉन हटाना भूल गयी हैं, तो मासिक धर्म का एकत्रित ब्लड और बैक्टीरिया के निर्माण से जलन, खुजली और तेज़ अप्रिय महक वाला डिस्चार्ज हो सकता है। ऐसी स्थिति में स्त्री रोग विशेषज्ञ के पास जाएं वह इसे सुरक्षित रूप से हटाकर संक्रमण का इलाज करेंगी।

कभी कभी असामान्य योनि गंध निम्न का भी परिणाम हो सकती है -

  1. रेक्टोवैजिनल फिस्टुला (Rectovaginal Fistula; मलाशय एवं योनि के बीच का असामान्य ओपनिंग)
  2. गर्भाशय ग्रीवा कैंसर
  3. योनि का कैंसर

असामान्य योनि गंध से बचने के निम्नलिखित तरीके हैं -

  1. प्रोबायोटिक्स का सेवन करें। प्रोबायोटिक्स ऐसे खाद्य पदार्थ होते हैं जिनमें जीवित बैक्टीरिया मौजूद रहते हैं। ये आपकी सेहत के लिए अच्छे होते यहीं जो योनि में पीएच संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं, जैसे दही।
  2. स्वस्थ आहार खाएं। बहुत सारे फल, सब्जियां, साबुत अनाज और प्रोटीन युक्त आहार लें।
  3. हाइड्रेटेड रहें। अधिक पानी सिर्फ आपकी त्वचा ही नहीं बल्कि योनि स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा है। (और पढ़ें - शरीर में पानी की कमी)
  4. डूश और स्क्रब का उपयोग योनि की सफाई के लिए न करें। हालांकि इनसे बुरे बैक्टीरिया तो खत्म होते ही हैं साथ ही अच्छे बैक्टीरिया भी मर सकते हैं।
  5. संभोग से पहले और बाद में योनि की सफाई करें। सेक्स के दौरान लूब्रिकेशन और कंडोम के शुक्राणुनाशक आदि के कारण बैक्टीरिया उत्पन्न होते हैं। (और पढ़ें - sex kaise karte hain)
  6. टाइट कपड़े न पहनें। टाइट कपड़ों के कारण आपकी योनि और जननांगों में हवा नहीं जा पाती। योनि स्वास्थ्य के लिए ऑक्सीजन महत्वपूर्ण होती है।
  7. सूती पैंटी पहनें। कॉटन की पैंटी अतिरिक्त पसीना या नमी को सोख लेती हैं।
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1. दही

दही, योनि की दुर्गन्ध को कम करने में काफी मदद करता है। इसमें मौजूद लैक्टोबैसिलस बैक्टीरिया संक्रमण कम करने में भी मदद करता है। यह योनि से आने वाली मछली जैसी गंध को दूर करने के लिए एक प्राकृतिक और प्रभावी तरीका है। योनि के सामान्य पीएच को बनाये रखने के लिए अपने दोपहर के खाने में दो कप दही में बिना कुछ मिलाये उसका भोजन के साथ सेवन करें।

सामग्री -

  1. 1-2 चम्मच दही
  2. 1 टेम्पॉन

विधि -

  1. दही में टेम्पॉन डुबोएं और धीरे धीरे अपनी योनि में अंदर फिक्स करें।
  2. इसे एक घंटे या दो के लिए लगा रहने दें। उसके बाद उस जगह को साफ़ कर लें।
  3. वैकल्पिक रूप से, यदि आपकी योनि से बहुत तेज़ गंध आती है, तो आप दही में दो कॉटन पैड्स को डुबोएं और उसे वेजाइना पर रगड़ें।
  4. आप कॉटन पैड्स वाला तरीका दिन में तीन से चार बार दोहरा सकती हैं। टेम्पॉन वाली विधि रातोंरात योनि की गंध को खत्म कर देगी।

(और पढ़ें - दही के फायदे)

2. नीम

नीम की पत्तियों में एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं। नीम की पत्तियां वर्षों से कई त्वचा रोगों, चेचक, पेट परजीवी और घावों के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाती हैं। चूंकि योनि गंध बैक्टीरिया की अतिवृद्धि के कारण भी हो सकती है इसलिए योनि गंध का प्रभावी ढंग से इलाज करने के लिए नीम की पत्तियों का इस्तेमाल किया जाता है।

सामग्री -

  1. 10 नीम की पत्तियां
  2. 1 इंच नीम की छाल
  3. 1 लीटर पानी

विधि -

नीम की पत्तियों को अच्छी तरह से धो लें और उन्हें पानी में डाल दें। पानी को तब तक उबालें, जब तक पानी की मात्रा आधी न हो जाये। इस पानी से रोज़ योनि की सफाई करें। कम से कम हफ्ते में एक बार इसका इस्तेमाल करें।

  1. नीम की पत्तियों को अच्छी तरह धो लें और उन्हें रात भर के लिए पानी में भिगो दें। इस पानी को रोज़ योनि की सफाई के लिए उपयोग करें।
  2. नीम की पत्तियों को अच्छी तरह से धो लें और उन्हें ओखली या मूसली में पीस लें। इसमें पानी न मिलाएं। इस नीम के पेस्ट से पांच गोलियां बना लें। रोज़ाना एक नीम की गोली पानी के साथ गटक लें।
  3. पानी में नीम की छाल डालकर उबालें और तब तक उबालें जब तक पानी आधा न हो जाये। सुबह उठकर सबसे पहले इस पानी को पिएं।
  4. नीम के पानी से दो सप्ताह तक दिन में दो बार योनि की सफाई करें। नीम का पानी दो सप्ताह तक रोज़ाना सुबह पिएं।

(और पढ़ें - नीम के फायदे)

3. हल्दी

हल्दी में एंटीमाइक्रोबियल, अनुत्तेजक और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। यह माइक्रोबियल संक्रमण और घावों का इलाज करने के लिए सबसे अच्छा घरेलू उपचार है। योनि की गंध को खत्म करने के लिए हल्दी का उपयोग निम्न प्रकार से करें:

सामग्री -

  1. 1 इंच हल्दी की गांठ या 1 चम्मच हल्दी पाउडर
  2. 1 गिलास दूध

विधि -

  1. हल्दी की गांठ को अच्छी तरह से धो लें। इसे छीलकर सुबह उठकर सबसे पहले इसे चबाएं।
  2. रात को सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में हल्दी पाउडर मिलाकर पीएं।
  3. हल्दी की गांठ को अच्छी तरह से धो लें। इसे छीलकर एक लीटर पानी में उबालें जब तक कि पानी की मात्रा आधी न हो जाये। इस पानी का उपयोग योनि को धोने के लिए करें।
  4. इस पानी से सप्ताह में दो बार योनि की सफाई करें।

(और पढ़ें - हल्दी के फायदे)

4. बेकिंग सोडा

बेकिंग सोडा आपके वेजाइना के पीएच स्तर को सामान्य रूप में वापस लाने में मदद करता है। इस प्रकार बैक्टीरिया और फंगस को भी नियंत्रित रखता है। यह संक्रमण का इलाज करता है और दुर्गन्ध को समाप्त करता है। आप बेकिंग सोडा के पानी का इस्तेमाल योनि की सफाई के लिए भी कर सकते हैं।

सामग्री -

1/2 कप बेकिंग सोडा

विधि -

  1. बाथटब में बेकिंग सोडा मिलाएं और 20-30 मिनट के लिए अपने निचले शरीर को इसमें रहने दें।
  2. आप एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच बेकिंग सोडा मिला भी सकती हैं और इसे गटक जाएं।

(और पढ़ें - योनि की गंध से छुटकारा दिलाये बेकिंग सोडा)

5. लहसुन

प्राचीन समय से लहसुन का उपयोग संक्रमण का इलाज करने के लिए किया जाता है। विभिन्न अध्ययनों में यह साबित किया गया है कि इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। और निश्चित रूप से योनि गंध को ख़त्म करने के लिए यह बहुत अच्छे घरेलू उपचारों में से एक है।

सामग्री -

  1. एक लहसुन की फांक
  2. एक सूती कपड़ा
  3. तार

विधि -

  1. ताज़े लहसुन को छीलें और इसे एक सूती कपड़े में लपेट लें।
  2. इसे एक छोटी सी तार की सहायता से योनि में अंदर ले जाएं और रात भर के लिए रहने दें।
  3. स्ट्रिंग की मदद से सुबह इसे निकाल लें।
  4. रात में इस प्रक्रिया को एक बार ही करें। योनि गंध सुबह तक चले जाना चाहिए। अगर नहीं जाये तो आप इसे दोहरा सकती हैं।

(और पढ़ें - लहसुन के फायदे)

 

संदर्भ

  1. Min Li et al. Fish odour syndrome . CMAJ. 2011 May 17; 183(8): 929–931. PMID: 21422137
  2. Doty RL et al. Changes in the intensity and pleasantness of human vaginal odors during the menstrual cycle. Science. 1975 Dec 26;190(4221):1316-8. PMID: 1239080
  3. Center for Disease Control and Prevention [internet], Atlanta (GA): US Department of Health and Human Services; Vaginitis
  4. National Health Service [Internet]. UK; Vaginal discharge.
  5. National Health Service [Internet]. UK; Your body just after the birth.
  6. Gordon N. Semen responsible for fishy vaginal odor. J Fam Pract. 1995 Jun;40(6):538, 540. PMID: 7775904
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