अक्सर महिलाओं में 40 या 50 साल की उम्र में रजोनिवृत्ति (मासिक धर्म या पीरियड्स बंद हो जाना) के लक्षण दिखने शुरू हो जाते हैं। इस दौरान ज्यादा गर्मी लगना और रात में पसीना आता है। महिलाओं को रजोनिवृत्ति के दौरान व इसके बाद वजन कम करना काफी मुश्किल लगता है, क्योंकि इस उम्र में तनाव और बढ़ती उम्र (एजिंग) भी महिलाओं के शरीर पर नकारात्मक असर डालती हैं। हालांकि, इस दौरान कुछ आसान तरीकों की मदद से वजन घटाया जा सकता है। 

रजोनिवृत्ति में वजन घटाने के लिए क्या है ज्यादा फायदेमंद

कैलोरी हमारे लिए बहुत जरूरी होती है इसलिए लो कैलोरी डाइट से लंबे समय तक फायदा नहीं मिल सकता है। वजन घटाने के लिए, कैलोरी कम करना जरूरी है। हालांकि, जल्दी वजन घटाने के लिए आपका मन भी लो कैलोरी डाइट लेने का करेगा लेकिन आपको ऐसा नहीं करना है। शोध से पता चला है कि बहुत कम मात्रा में कैलोरी लेने से मांसपेशियों में कमजोरी आती है और आगे चलकर इससे मेटाबोलिक रेट (चयापचय दर) में गिरावट भी आती है।

हो सकता है कि लो कैलोरी डाइट से कुछ समय के लिए वजन कम हो जाए, लेकिन यह मांसपेशियों और चयापचय दर को प्रभावित कर वजन कम करने की प्रक्रिया में मुश्किलें खड़ी कर सकता है। अपर्याप्त मात्रा में कैलोरी लेने से मांसपेशियों में आई कमजोरी की वजह से हड्डियों को नुकसान पहुंच सकता है। इस कारण ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ सकता है।
इस स्थिति में मेटाबोलिक रेट को ठीक रखने के लिए एक ऐसी जीवनशैली को अपनाना चाहिए जिसका लंबे समय तक पालन किया जा सके। यह चयापचय दर को बनाए रखता है। इसके अलावा एरोबिक्स एक्सरसाइज के साथ स्ट्रेंथ ट्रेनिंग की मदद से भी अतिरिक्त फैट को कम किया जा सकता है।

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रजोनिवृत्ति के बाद वजन बढ़ने के कारण 

रजोनिवृत्ति की स्थिति में वजन बढ़ने में कई कारक अहम भूमिका निभाते हैं, जैसे कि:

  • हार्मोन में उतार-चढ़ाव
  • मांसपेशियां में कमजोरी
  • नींद न आना
  • इंसुलिन रेजिस्टेंस में वृद्धि

वजन कम करने के तरीके 

  • खाने से पहले सोचें: वजन घटाना है तो आपको स्वाद के मामले में समझौता करना पड़ेगा। आहार में अनुशासन और संयम दिखाने से वजन को कम किया जा सकता है। कैलोरी कम करने के लिए हरी सब्जियां और साबुत अनाज को आहार में शामिल करें। नट्स, सोया, मछली और कम वसा वाले डेयरी उत्पादों में कैलोरी कम और प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होती है, इसलिए ये मांसपेशियों को बनाने में भी मदद करते हैं। 
  • तनाव से बचें: लंबे समय तक तनाव लेना सेहत के लिए हानिकारक होता है। रजोनिवृत्ति के बाद, चिंता और तनावमुक्त रहना और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। तनाव होने पर शरीर में कोर्टिसोल नामक हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है। ऐसे में योग और ध्यान से शांत और फिट रहने में मदद मिलती है।
  • पर्याप्त नींद लेना: रजोनिवृत्ति महिलाओं के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से काफी मुश्किल हो सकती है। इस दौरान थोड़ा-बहुत तनाव होना आम बात है। ऐसे में अच्छी और गहरी नींद लेने से रिलैक्स महसूस होता है और वजन को नियंत्रित रखा जा सकता है।

अगर आप रजोनिवृत्ति की उम्र में हैं तो आपको अपने स्वास्थ्य का ज्यादा ख्याल रखना चाहिए। इस दौरान अक्सर शरीर के कुछ विशेष हिस्सों पर फैट बढ़ जाता है जिन्हें उपरोक्त टिप्स की मदद से घटाया जा सकता है।

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