कैंसर के मरीजों में वायरस के पूरी तरह से खात्मे के लिए कीमोथेरेपी बेहद जरूरी होती है। इसके साइड इफेक्ट्स के बारे में भी आप जानते ही होंगे, जिनकी वजह से मरीजों को कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो जाती हैं। कीमो के दौरान मरीज के शरीर की जरूरी कोशिकाएं खत्म होने लगती हैं। ऐसे में उन्हें स्वस्थ रखने के लिए कई तरह के विटामिन सप्लिमेंट्स दिए जाते हैं।

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अमेरिका में क्लीनिकल ऑन्कोलॉजी जर्नल में एक स्टडी छापी गई है। इस स्टडी के अनुसार कुछ विटामिन सप्लिमेंट्स कीमो के इलाज में बाधा उत्पन्न करते हैं। अगर आपकी जान पहचान का कोई भी व्यक्ति कीमो करवा रहा है तो उसे कुछ खास तरह डायटरी सप्लिमेंट्स के प्रति सचेत करें।

कीमो के दौरान कौन से विटामिन सप्लिमेंट्स नहीं लेने चाहिए
शोधकर्ताओं के अनुसार जिन सप्लिमेंट्स से शरीर में आयरन, एंटीऑक्सिडेंट्स, ओमेगा-3 फैटी एसिड और विटामिन बी12 बढ़ते हैं, उन्हें कीमो लेने वाले मरीजों को नहीं दिया जाना चाहिए। ये सप्लिमेंट्स कीमोथेरेपी के इलाज में रुकावट पैदा करते हैं। इनकी वजह से कैंसर दोबारा पनपने का खतरा बढ़ जाता है और मरीज की मौत भी हो सकती है। स्टडी के अनुसार आयरन और विटामिन बी 12 कैंसर वापिस आने के खतरे को 83 प्रतिशत तक बढ़ा देते हैं और इनसे मौत का खतरा 22 प्रतिशत तक बढ़ जाता है। वहीं ओमेगा 3 के सप्लिमेंट्स लेने से कैंसर वापसी और मौत का रिस्क 67 प्रतिशत तक बढ़ जाता है।

आखिर क्यों दिए जाते हैं ये विटामिन सप्लिमेंट्स
जब कैंसर के जानकारों से सप्लिमेंट्स दिए जाने के कारण पूछे गए तो उन्होंने बताया कि अक्सर कैंसर मरीजों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। ऐसे में उनके शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने के लिए आयरन, बी12 और ओमेगा3 के सप्लिमेंट्स दिए जाते हैं।

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कीमो लेने वाले मरीजों में सप्लिमेंट्स क्यों हैं घातक
कीमो में रेडिएशन्स के जरिए कैंसर सेल्स के आसपास ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस पैदा होता है, जिससे कैंसर सेल्स खत्म होते हैं। ऐसे में आयरन, ओमेगा3 और बी12 कैंसर सेल्स की ताकत बढ़ा कीमो के काम में बाधा उत्पन्न करते हैं, जिससे भविष्य में कैंसर के वापिस आने की आशंका बढ़ जाती है।

सप्लिमेंट्स की जगह मरीज के खाने में इन चीजों का ध्यान रखें
कीमो के कई दुष्प्रभाव होते हैं। ऐसे में थेरेपी के साइड इफेक्ट्स को कम करने के लिए सबसे पहले सप्लिमेंट्स लेना बंद कर देना चाहिए। ध्यान रखें कि मरीज को खिलाई जाने वाली हर चीज प्राकृतिक रूप से ही उत्पादित हो। मरीज को दिन में पांच से छह बार थोड़ा मगर पर्याप्त खाना दें। खाने में वसा कम रखें। अगर संभव हो सके तो ठंडा और कम खुशबू वाला खाना ही खिलाएं। खाने में सेब, अंगूर जूस, जिलेटिन, पाया सूप और हर्बल चाय दें। ऐसा करना मरीज को कीमो के और कीमो को सप्लिमेंट्स के दुष्प्रभावों से बचाएगा।

कैसे आयरन, ओमेगा3 और बी12 को खाने में शामिल करें

  • आयरन के लिए इन खाद्य पदार्थों का सेवन करें- पालक, चुकंदर, कद्दू के बीज, क्विनोआ, डार्क चॉकलेट और टोफू जिसे सोयाबीन का पनीर भी कहते हैं। ये सब आयरन की कमी को दूर करते हैं।
  • विटामिन बी 12 के लिए इन खाद्य पदार्थों का सेवन करें- डेयरी उत्पाद जैसे दूध, दही और सोया मिल्क, पशु मांस जैसे चिकन और बकरे का मांस, समुद्री भोजन बी12 विटामिन का एक समृद्ध स्त्रोत है और साथ ही साथ अंडे देना न भूलें।
  • ओमेगा 3 की कमी को पूरा करने के लिए इन खाद्य पदार्थों का जरूर सेवन करें- अखरोट, अलसी के बीज, सोयाबीन, फूलगोभी, सैल्मन मछली, टूना मछली और अंडे।

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