दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने साफ किया है कि उसकी ओपीडी सेवा सामान्य रूप से चलती रहेगी। बुधवार को मीडिया रिपोर्टों में कहा गया था कि एम्स दिल्ली की ओपीडी सेवाएं अगले दो हफ्तों के लिए बंद रहेंगी। लेकिन संस्थान ने अब इस बारे में नई जानकारी देते हुए कहा है कि उसकी ओपीडी चलती रहेगी। हालांकि एम्स ने अपने फैसले में किए बदलाव की वजह नहीं बताई है। ओपीडी को लेकर रिपोर्टों पर एम्स ने बताया है कि मंगलवार को एम्स ओपीडी में नियमित रूप से होने वाली भर्तियों को केवल एक दिन के लिए अस्थायी रूप से रोका गया था।

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ताजा अपडेट के मुताबिक, बुधवार को आई मीडिया रिपोर्टों के चलते एम्स दिल्ली ने एक सर्कुलर जारी किया है। इसमें उसने कहा है, 'ओपीडी एडमिशन को एक सितंबर को अस्थायी रूप से रोका गया था। यह स्पष्ट किया जाता है कि एम्स की ओपीडी सेवाएं सामान्य रूप से जारी रहेंगी।' हालांकि कुछ मीडिया रिपोर्टों में अभी भी कहा जा रहा है कि एम्स ने पहले अपनी ओपीडी सेवा को दो हफ्तों के लिए स्थायी रूप से बंद करने का फैसला किया था। बताया गया है कि एम्स प्रशासन ने कोरोना वायरस के मरीजों की भर्ती के लिए बेड की क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से ओपीडी ऑपरेशन को दो हफ्तों के लिए सस्पेंड करने का फैसला किया था। लेकिन अब उसने अपना निर्णय बदल दिया है।

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खबरों के मुताबिक, दरअसल एम्स ने कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर गंभीर मरीजों, इमरजेंसी और सेमी-इमरजेंसी वाले संक्रमितों को पर्याप्त बेड मुहैया कराने के लिए ओपीडी सेवाओं पर अस्थायी रोक लगाने की बात कही थी। इस बारे में एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया का कहना था, 'कोविड-19 के मामले एक बार फिर कम हो जाएं तो हम नियमित ऑपरेशन फिर शुरू कर देंगे। ज्यादा कोविड मामलों के बीच अगर आप सामान्य काम करते हैं तो दूसरे मरीजों में भी कोविड-19 के मामले बढ़ सकते हैं।' एम्स निदेशक के अलावा मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. डीके शर्मा ने भी कोविड-19 के बढ़ते मामलों का हवाला देते हुए ओपीडी सेवा 14 दिनों के लिए रोकने की बात कही थी। हालांकि अब यह फैसला वापस ले लिया गया है।

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