दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया कोविड-19 के साथ डेंगू से भी ग्रस्त पाए गए है। गुरुवार शाम आई मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने मनीष सिसोदिया को डेंगू होने की पुष्टि की है। इसके बाद उन्हें दक्षिण दिल्ली स्थित मैक्स अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, अस्पताल के सूत्रों ने बताया है कि मनीष सिसोदिया को कोविड-19 के इलाज के लिए विशेष रूप से तैयार किए गए आईसीयू में रखा गया है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों ने कहा है कि दिल्ली की उप-मुख्यमंत्री की हालत स्थिर है और चिंता करने जैसा कुछ नहीं है। वहीं, हिंदुस्तान टाइम्स ने मनीष सिसोदिया के कार्यालय की तरफ से जारी बयान के हवाले से बताया है कि डेंगू के चलते उनके प्लेटलेट्स गिर रहे हैं।

बहरहाल, मैक्स अस्पताल में शिफ्ट किए जाने से पहले मनीष सिसोदिया को कोविड-19 के लक्षणों के चलते दिल्ली के लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तब बताया गया था कि मनीष सिसोदिया को बुखार और सांस की तकलीफ की शिकायत हुई थी। इसके बाद उन्हें बुधवार को अस्पताल में एडमिट कराने का फैसला लिया गया था। एक दिन बाद गुरुवार को उन्हें डेंगू से भी पीड़ित पाया गया।

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मनीष सिसोदिया को कोविड-19 के साथ डेंगू होना दिल्ली में इन दो बीमारियों के चलते एक साथ खड़े हुए स्वास्थ्य संकट की गंभीरता को दिखाता है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार कोरोना वायरस के साथ डेंगू को भी नियंत्रण करने की तमाम कोशिश कर रही है। इस मुहिम के तहत सीएम केजरीवाल आम लोगों से कई बार अपील कर चुके हैं कि वे अपने घरों में साफ-सफाई का ध्यान रखें और पानी जमा न होने दें। केजरीवाल ऐसे वीडियो सोशल मीडिया पर डालकर लोगों को जागरूक करने की कोशिश करते दिखे हैं, जिनमें वे खुद घर की साफ-सफाई करते देखे जा सकते हैं। लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद कोरोना वायरस और डेंगू उनकी सरकार के लिए चुनौती बने हुए हैं, जिसका उदाहरण उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के दोनों बीमारी से पीड़ित होने के रूप में सामने आया है।

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इस खबर के आने से पहले गुरुवार को ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना वायरस को लेकर बड़ा बयान दिया था। इसमें उन्होंने कहा था कि इस महीने की शुरुआत में दिल्ली में कोविड-19 बीमारी की 'दूसरी लहर' आई थी। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि राजधानी इस लहर के सबसे घातक दौर से निकल चुकी है और अब दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामलों में गिरावट देखी जा रही है। खबरों के मुताबिक, मेडिकल एक्सपर्ट्स के हवाले से यह दावा करते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा सितंबर में जब दिल्ली में प्रतिदिन कोविड-19 के 4,000 मामले सामने आ रहे थे, तब राजधानी में कोरोना वायरस की दूसरी लहर आ चुकी थी। गुरुवार को डॉ. राजेंद्र प्रसाद सेंट्रल एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी के एक कार्यक्रम में बोलते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'विशेषज्ञों को लगता है कि दिल्ली में कोविड-19 की दूसरी लहर अपने चरम पर पहुंच चुकी है। 16 सितंबर को दिल्ली में लगभग 4,500 केस रिकॉर्ड हुए थे। उसके बाद ये कम होते चले गए और पिछले 24 घंटों में राजधानी में 3,700 मामले आए हैं। आने वाले दिनों में यह संख्या और कम होगी।'

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