कोविड-19 के इलाज के लिए रूस द्वारा बनाई गए एक दवा चर्चा का विषय बनी हुई है। फैविपीरावीर आधारित इस दवा का नाम 'ऐविफावीर' है, जिसे इसी महीने रूस के अस्पतालों में वितरित किया जाएगा ताकि उसे कोविड-19 के मरीजों को दिया जा सके। ऐसी खबरें हैं कि कोविड-19 के इलाज के लिए तैयार की गई इस दवा में क्लिनिकल ट्रायलों के दौरान कोरोना वायरस के मरीजों को ठीक करने की काफी ज्यादा क्षमता दिखी है। इस ड्रग को रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय से पंजीकरण प्रमाणपत्र भी मिल गया है। इसके बाद ऐविफावीर कोविड-19 के इलाज के लिए स्वीकृत की जाने वाली पहली दवा बन गई है।

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मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, ऐविफावीर को 11 जून से अस्पतालों को दिया जाना शुरू किया जाएगा। रूस में इस दवा के निर्माण और वितरण से जुड़े शीर्ष संस्थानों का कहना है कि ऐविफावीर को बनाने में इस्तेमाल हुए एक्टिव फार्मास्यूटिकल इन्ग्रेडिएंट्स (एपीआई) यानी कच्चे माल पर विशेष रूप से ध्यान दिया गया है। उनका दावा है कि इसी कारण ऐविफावीर की गुणवत्ता उच्च मानकों वाली है और कोविड-19 के इलाज के लिए इस्तेमाल की गई अन्य दवाओं से बेहतर है। इन संस्थानों के मुताबिक, वे पहले दवा के 60,000 डोज की डिलीवरी करेंगे।

ऐविफावीर को लेकर दावा है कि यह कोरोना वायरस की अपनी कॉपियां बनाने से जुड़ी प्रणाली में अवरोध उत्पन्न करने का काम करती है। जापान में यह दवा 2014 से इन्फ्लूएंजा के गंभीर मरीजों के इलाज के लिए इस्तेमाल होती रही है। वहीं, कोविड-19 के इलाज को लेकर रूस के कई मेडिकल संस्थानों और यूनिवर्सिटी में इसे आजमाया जा चुका है। इन क्लिनिकिल ट्रायलों के आंकड़े बताते हैं कि यह ड्रग कोरोना वायरस के खिलाफ भी काफी कारगर है। बीती 21 मई को हुए अंतिम चरण के क्लिनिकल ट्रायल के बाद दवा को अप्रूव कर दिया गया।

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मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, ऐविफावीर के क्लिनिकल ट्रायलों में वैज्ञानिकों को निम्नलिखित परिणाम मिले हैं-

  • ऐविफारी दस दिनों के अलग-अलग ट्रायलों में पूरी तरह सुरक्षित साबित हुई
  • परीक्षणों के दौरान किसी भी तरह के पुराने या नए दुष्प्रभाव सामने नहीं आए
  • कोरोना वायरस के खिलाफ दवा की क्षमता 80 प्रतिशत से ज्यादा है, जो किसी भी वायरल के खिलाफ दवा के प्रभाव को मापने का मान्य मापदंड है
  • इलाज के पहले चार दिनों में 40 मरीजों को ऐविफावीर दी गई, जिनमें से 65 प्रतिशत की टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आई
  • दसवें दिन तक 90 प्रतिशत मरीजों की टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आई थी
  • ट्रायल के दौरान जिन मरीजों को ड्रग दिया गया, उनमें से 68 प्रतिशत के शरीर का तापमान तीसरे दिन ही सामान्य हो गया था

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इन परिणामों से उत्साहित रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड के सीईओ किरिल दिमीत्रिव ने कहा, 'हमने बहुत तेजी से एक ऐसा ड्रग तैयार कर लिया है, जो न सिर्फ (कोरोना वायरस के खिलाफ) प्रभावी होने के मामले बेहतर है, बल्कि सुरक्षा को लेकर भी अन्य ड्रग्स से आगे निकल गया है। ऐविफावीर लेने के पांचवें दिन ही ज्यादातर मरीज संक्रमण से मुक्त हो गए। यह न सिर्फ रूस में कोरोना वायरस के खिलाफ कारगर दवा के रूप में दर्ज होने वाला पहला एंटीवायरल ड्रग है, बल्कि यह दुनिया का सबसे भरोसेमंद एंटी-कोविड-19 ड्रग भी है। रूस ने आश्चर्यजनक रूप से बहुत कम समय में इसे तैयार किया है, जिसने ऐविफावीर को फैविपीरावीर आधारित दुनिया की पहली रजिस्टर्ड दवा बना दिया है।'


उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें रूस में कोविड-19 के इलाज के लिए ऐविफावीर ड्रग को मान्यता मिली, कोरोना वायरस के खिलाफ 'सबसे कारगर' दवा होने का दावा है

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