दिल्ली में मामूली राहत के बाद एक बार फिर कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ने लगा है। मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ताजा हालात कुछ इस कदर हैं कि बीते सोमवार को छोड़ दें तो पिछले 10 दिनों से लगातार 4000 से अधिक कोरोना वायरस के नए मामले सामने आ रहे हैं। वहीं, बीते 24 घंटों में 4,432 लोगों के कोविड-19 पॉजिटिव के रूप में पुष्टि हुई है। इसके बाद दिल्ली में कोरोना वायरस के मरीजों का आंकड़ा 2 लाख 34,000 से ज्यादा के आंकड़े को पार कर गया है।

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17 दिनों में 427 लोगों की मौत
दिल्ली के एक अधिकारी की मानें तो राजधानी में 24 घंटों के भीतर कोविड-19 से मौत के 38 नए मामलों की पुष्टि हुई है। आंकड़े बताते हैं कि पिछले दो महीनों के अंदर एक दिन में मौत का यह सबसे बड़ा आंकड़ा है। इसके बाद दिल्ली में कोरोना वायरस से मरने वालों की कुल संख्या 4,877 हो गई। पिछले 17 दिनों की बात की जाए तो प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण के कारण 427 लोगों की मौत हुई है।

कोविड-19 प्रकोप के चलते राजधानी दिल्ली पूरे देश में मरीजों की सूची के पांचवें पायदान पर है। हालांकि यहां इस बीमारी से मरने वालों के आंकड़े थोड़े से बेहतर हैं। दिल्ली के मुकाबले महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक में संक्रमण के कारण 5,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। महाराष्ट्र सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों से पता चलता है कि यहां कोविड-19 के चलते सबसे अधिक 30,883 मौतें हो चुकी हैं।

दिल्ली में कोरोना के करीब 32,000 मामले अब भी एक्टिव
दिल्ली सरकार के अनुसार, बीते बुधवार को 60,014 लोगों का कोरोना वायरस टेस्ट किया गया था जिसमें कोविड-19 पॉजिटिव रेट 7.4% दर्ज की गई। इसके साथ दिल्ली में कोरोना के कुल मामलों की संख्या 2,34,701 हो गई जिसमें से 1,98,103 मरीज बीमारी से लड़कर पूरी तरह से ठीक हो गए हैं। इन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई जो अब अपने-अपने घर जा चुके हैं। हालांकि कोरोना के एक्टिव केस की संख्या अभी भी 31,721 है। वहीं कंटेंटमेंट जोन की संख्या 1,670 हो चुकी है।

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कोविड-19 के लिए सरकारी और निजी अस्पतालों में आईसीयू बेड की संख्या को लगातार बढ़ाया जा रहा है। इसमें बिना वेंटीलेटर और वेंटीलेटर वाले बेड शामिल हैं। गुरुवार को 14,869 बेड में से 6,974 बेड को कोविड-19 मरीजों के लिए आरक्षित कर दिया गया है। इसमें वेंटिलेटर स्पोर्ट वाले 62 प्रतिशत और बिना वेंटिलेटर स्पोर्ट वाले 69 प्रतिशत आईसीयू बेड उपलब्ध हैं। हालांकि कोविड-19 के मरीजों की बढ़ती संख्या का आलम यह है कि कई अस्पतालों में आईसीयू बेड खाली नहीं है। इसमें लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज, अपोलो, श्री बालाजी एक्शन, आकाश हेल्थकेयर, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट बीएलके, होली फैमिली अस्पताल और कई अन्य निजी अस्पताल शामिल हैं।

इस बीच, किसी भी संकट की स्थिति से बचने के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञ, मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग पर ज्यादा जोर दे रहे हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि सार्वजनिक स्थानों पर सामाजिक दूरी का पालन और मास्क पहनना जरूरी है। डॉक्टरों का कहना है कि इस बीच सामान्य फ्लू, टाइफाइड और डेंगू के मामले भी बढ़ रहे हैं इसलिए सतर्कता बरतना जरूरी है।

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उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें दिल्ली में कोविड-19 मरीजों की संख्या हर दिन हो रही 4,000 के पार, सिंतबर के 17 दिनों में 427 लोगों की मौत है

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