भारत में कोरोना वायरस के कई संदिग्धों का अभी तक पता नहीं चल सका है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक सरकार अभी भी सैकड़ों लोगों को ढूंढ रही है। दिल्ली सरकार के इमिग्रेशन डिपार्टमेंट ने कोरोना वायरस के संदिग्धों से जुड़े आंकड़े जारी किए हैं। इनसे पता चलता है कि हाल में चीन से दिल्ली लौटे 2,885 लोगों का पता लगा लिया गया है। इनमें से दस लोग अस्पताल में भर्ती हैं। वहीं, 758 लोग ऐसे हैं जिन्हें ट्रेस नहीं किया जा सका है।

कोरोना वायरस के चलते सरकारें काफी सतर्कता बरत रही हैं। इसके तहत संदिग्धों पर नजर रखी जा रही है। देश के कई राज्यों की तरह दिल्ली में भी कुछ संदिग्धों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बाकी संदिग्धों को घरों में अलग रहने की सलाह दी गई है।

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लोगों की पहचान के लिए ऐसे किया सर्वे
दिल्ली सरकार के अधिकारियों का कहना है कि शहर में कोरोना वायरस के संदिग्धों की पहचान के लिए इमिग्रेशन डिपार्टमेंट की ओर से दिए गए डेटा को 11 हिस्सों में बांटा गया। इसके बाद संदिग्धों की पहचान करने के लिए अधिकारियों ने डोर-टू-डोर सर्वे किया। इस दौरान पता चला कि चीन जाने वाले यात्रियों की सबसे अधिक संख्या पश्चिमी दिल्ली में है। इसके बाद दक्षिणी और उत्तर-पश्चिमी दिल्ली का नंबर आता है। 

उधर, अन्य मीडिया रिपोर्टों में आई जानकारी के मुताबिक कोरोना वायरस के चलते दिल्ली हवाई अड्डे पर अभी तक कुल 26 हजार 257 यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई है। बीते सोमवार को ही 4,045 लोगों की स्क्रीनिंग की गई।

दिल्ली में कई संदिग्ध अस्पताल में भर्ती
दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग की ओर से तैयार किए गए डेटा के अनुसार राजधानी के अलग-अलग अस्पतालों में कुल 57 लोगों को भर्ती किया गया था। इनमें से 38 लोग राम मनोहर लोहिया अस्पताल (आरएमएल) और 19 लोग सफदरजंग अस्पताल में भर्ती किए गए। सोमवार को ही नए कोरोना वायरस के तीन संदिग्ध मरीजों को आरएमएल अस्पताल में भर्ती किया गया है।

खबरों के मुताबिक इन तीनों में से दो संदिग्ध चीन के नागरिक हैं। एक पहली जनवरी को भारत आया था, जबकि दूसरा संदिग्ध 29 जनवरी को यहां आया था। इन दोनों के अलावा 34 वर्षीय एक भारतीय व्यक्ति को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह संदिग्ध नवंबर 2019 से चीन की राजधानी बीजिंग में रह रहा था और नौ फरवरी को ही भारत लौटा है।

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कोरोना वायरस से संक्रमित छात्रा की हालत में सुधार
उधर, केरल के त्रिशूर में कोरोना वायरस के पहले मरीज की हालत में काफी सुधार हुआ है। बता दें कि यह मरीज एक छात्रा है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक उसके खून के ताजा सैंपल की जांच में नए कोरोना वायरस के कोई लक्षण नहीं मिले हैं। बीती 30 जनवरी को छात्रा को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था। इसके बाद से लगातार उसे डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया।

केरल स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ विरोलॉजी (एनआईवी) ने इस मामले में एक और जांच करने का फैसला किया है। इसके लिए छात्रा का ब्लड सैंपल लिया गया है। अभी जांच का नतीजा आना बाकी है। इसके बाद ही अधिकारी छात्रा के पूरी तरह से ठीक होने की पुष्टि करेंगे। गौरतलब है कि केरल में कोरोना वायरस के कुल तीन मामलों की पुष्टि हुई थी। मीडिया रिपोर्टों में इन तीनों मरीजों की हालत में सुधार बताया गया है।

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उधर, चीन में कोरोना वायरस का कहर लगातार जारी है। यहां इस विषाणु से अब तक 1,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, पूरी दुनिया में इस वायरस के 43,000 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 7,000 से अधिक लोगों की हालत चिंताजनक बनी हुई है।

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